एक साल के इंतजार या यूं कहें दो साल के इंतजार के बाद रंगों से भरा त्योहार वापस आया है। विगत दो वर्षों से कोरोना के भय के मारे देश भर में रंगों की चमक काफी फीकी थी, लेकिन इस बार लोग पूरे मूड में हैं और बड़े उत्साह के साथ रंग और पटाखे और अन्य सामग्री खरीदने को आतुर हैं। फिलिपकार्ट के सोश्यल कॉमर्स प्लेटफॉर्म शॉप्सी पर इस बार कुछ असाधारण खरीदारी के रूझान देखने को मिल रहे हैं, क्यों कि ग्राहकों के साथ यह अपनी पहली होली मनाने को तैयार है।
अब ग्राहक उत्सव के पारम्परिक तरीकों से हटते हुए होली की पिचकारी और ऑर्गेनिक रंगों पर अपनी खरीदारी को अधिक मूल्य केन्द्रित कर रहे हैं। इस प्लेटफॉर्म पर, जबकि होली आवश्यक श्रेणी में टीयर थ्री प्लस शहरों से 60 प्रतिशत अधिक रूझान देखा गया, पूर्व और उत्तर क्षेत्रों ने अधिकाधिक खरीदारों में योगदान दिया। सबसे अधिक मांग वाले शीर्ष शहर पटना, लखनऊ, गुवाहाटी, वाराणसी, इलाहाबाद, जयपुर, रांची, कटक, भुवनेश्वर, अहमदाबाद, कानपुर, गाजियाबाद, मेदिनीपुर, बांकुरा और नागपुर प्रमुख शहर रहे।
लर्स इस त्योहार का सबसे महत्वपूर्ण तत्व होने के कारण, शॉप्सी ने अपनी मांग में 5 गुणा की वृद्धि देखी, जबकि वाटर गन (पिचकारी) ने ऑर्डर में 4 गुणा की वृद्धि देखी। इसके अतिरिक्त, परिधान श्रेणी ने दोगुनी की छलांग दर्ज की क्योंकि ग्राहकों ने त्योहार से पहले कई आकर्षक पारंपरिक पोशाक का ऑर्डर दिया। महत्वपूर्ण मांग दर्ज करने वाली कुछ अन्य श्रेणियों में 25 गुणा की वृद्धि के साथ होली डेकोरेशन आइटम, 21 गुणा पर होली क्रैकर्स और 17 गुणा पर गैर-मादक पेय रहे।
जहां शॉप्सी के होली उत्पादों के सस्ते और विस्तृत चयन ने कई ग्राहकों को आकर्षित किया, वहीं महिला और छात्रों के समुदाय ने अधिकतम खरीदारी की। इसके अतिरिक्त, टियर थ्री प्लस शहरों में विभिन्न प्रकार के पैकेज्ड खाद्य पदार्थों जैसे आटा सूजी, घी, चीनी, सेवई और अन्य की उल्लेखनीय मांग दर्ज की गई।
हालांकि शॉप्सी के लिए यह सिर्फ पहला साल है, सोशल कॉमर्स मार्केट ने ऑनलाइन चैनल्स पर विश्वास और सादगी की आवश्यकता को पूरा करते हुए एक बड़ी विकास क्षमता देखी है। यह शॉप्सी को देश के सभी हिस्सों में ग्राहकों को किफायती, सुविधाजनक और मूल्य आधारित उत्पादों की पेशकश करने की अपनी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाने में मदद करता है, जबकि लाखों भारतीयों के लिए उद्यमशीलता को सक्षम बनाता है।
Add Comment