एचडीएफसी बैंक के परिवर्तन प्रोजेक्ट ने आज प्रदेश के 29 सरकारी स्कूल्स में स्मार्ट क्लासरूम्स का शुभारम्भ किया। इस पहल के तहत एचडीएफसी बैंक राज्य शिक्षा बोर्ड के साथ मिल कर सरकारी स्कूलों को डिजीटल बनाने के लिए काम कर रहा है। इसके अलावा बैंक ने पाठ्यक्रम आधरित ई-लर्निंग सामग्री वितरित करने के लिए कक्षाओं में डेस्कटॉप्स और प्रोजेक्टर्स जैसे आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर्स स्थापित किए है। इसके अलावा बैंक इन स्कूलों के अध्यापकों को भी डिजीटल इन्फ्रास्ट्रक्चर के बारे में प्रशिक्षित किया है।
स्मार्ट क्लासरूम स्कूल में एक इंटरेक्टिव सीखने का माहौल तैयार करने के लिए ‘टेक्नोलॉजी इन एज्यूकेशन‘ को और भी सक्षम बनाता है। इसके मूल में एक ‘मल्टीमीडिया डिवाइस‘ है जो एक एज्यूकेटर टूल की तरह काम करता है, जो सीखने के तरीके को और भी आकर्षक और इन्टरेक्टिव बना देता है, इस डिवाइस को शिक्षक केन्द्रित दृष्टिकोण के आधार पर तैयार किया गया है, जो मिश्रित और सहभागी शिक्षण प्रणालियों से समर्थित है।
एचडीएफसी के इस परिवर्तन प्रोजेक्ट के लिए आयोजित एक वर्चुअल आयोजन में मुख्य अतिथि राज्य के शिक्षा मंत्री माननीय श्री बी.डी. कल्ला ने इस पहल का शुभारम्भ किया। छह से बारह तक के करीब 12,000 से अधिक विद्यार्थियों को गणित, विज्ञान और अंग्रेजी जैसे जटिल विषयों को दिलचस्प तरीके से इन डिजीटल कक्षाओं में पढ़ाए जाने की उम्मीद है।
इस अवसर पर एचडीएफसी बैंक की ग्रुप हैड कॉरपोरेट सोशल रेस्पोंसिबिलिटी सुश्री आशिमा भट ने कहा ‘‘इस पहल के माध्यम से हम राजस्थान सरकार को स्कूलों को डिजीटाइज करने, शिक्षा का प्रसार करने और विद्यार्थियों को सशक्त बनाने के प्रयासों का समर्थन कर रहे हैं।‘‘ उन्होंने कहा कि ‘‘परिवर्तन प्रोजेक्ट के तहत शिक्षा बैंक के लिए प्रमुख फोकस क्षेत्रों में से एक है। डिजीटल क्लासरूम बच्चों के लिए सीखने को और भी मजेदार बनाते हैं साथ ही शिक्षकों को आधुनिक तकनीक हासिल करने में भी मदद करते हैं। हम राज्य में ऐसी और कक्षाओं को डिजिटाइज करने की योजना बना रहे हैं। वैसे भी इसका मकसद राज्य शिक्षा बोर्ड के साथ साझेदारी और लोगों के जीवन में बदलाव लाना है।‘‘
गौरतलब है कि परिवर्तन प्रोजेक्ट के तहत बैंक ने राजस्थान में 37.50 लाख से ज्यादा लोगों में सकारात्मक परिर्वतन ला दिया है। 1000 से अधिक स्कूलों में बैंक की चल रही शैक्षिक पहल ने प्रदेश के 78,000 से अधिक विद्यार्थियो को प्रभावित किया है।
अपने इस समग्र विकास कार्यक्रम (एचआरडीपी) के माध्यम से बैंक अब तक 14 जिलों के 132 से भी अधिक गांवों में स्थाई समुदाय बनाने के लिए कार्यरत है जिससे इसका लाभ 49,650 घरों तक पहुंच सका है।
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