इटलमोपा (ITALMOPA)- इटैलियन एसोसिएशन ऑफ मिलर्स ने “प्योर फ्लोर फ्रॉम यूरोप” नामक एक रणनीतिक पहल का शुभारंभ किया है। यह पहल भारत में गेहूं के नरम आटे (सॉफ्ट व्हीट फ्लोर) के निर्यात को बढ़ावा देगी।
इस कैम्पेन का उद्देश्य आटे की बहुपयोगिता, उच्च गुणवत्ता, गैर-मिलावटी और सुरक्षित होने की अहमियत पर जागरुकता पैदा करना है। इस कैम्पेन को यूरोपीय कमीशन का सह-वित्त पोषण प्राप्त है और यह भारत में पेशेवरों, ओपिनियन लीडर्स एवं उपभोक्ताओं के बीच यूरोप एवं इटली के सॉफ्ट व्हीट फ्लोर की शानदार गुणव्त्ता एवं अनूठेपनके बारे में जागरुकता पैदा करने के लिए समर्पित है। यह आटा यूरोप एवं इटली के खास व्यंजनों के साथ ही देश की स्थानीय विशिष्टताओं दोनों के लिए बिल्कुल उपयुक्त है।
यूरोपीय मिलिंग उद्योग उच्च गुणवत्ता के आटे का उत्पादन सुनिश्चित करता है। इसकी शुरुआत सबसे अच्छे अनाज के चयन से शुरु होती है और फिर अत्याधुनिक तकनीक के साथ परंपरा का कुशल संयोजन किया जाता है और सख्त गुणवत्ता मापदंडों का पूरा पालन किया जाता है। फिलहाल, इटली भारत में गेहूं के आटे का मुख्य यूरोपीय निर्यातक है।
हमने आज, 26 अप्रैल 2022 को आहार – बूथ जीएच 4-07-ए में अपना आधिकारिक कार्यक्रम शुरू कर दिया है और हम कुछ अद्भुत टेस्टिंग सेशंस का आयोजन कर रहे हैं। तो 27 से 30 अप्रैल तक हमारे पास पधारें और हमारे इटैलियन शेफ्स द्वारा बनाए गए विशिष्ट व्यंजनों का आनंद उठाएं।
कैम्पेन प्योर फ्लोर फ्रॉम यूरोप तीन सालों तक चलेगा: इस दौरान उपभोक्ता एवं व्यापार कार्यक्रमों का आयोजन होगा, शेफ्स द्वारा उत्पदों का प्रदर्शन किया जाएगा और इसमें पिज्ज़ा, पास्ता, पेस्ट्री और ब्रेड्स जैसे इटली के पसंदीदा खाद्य पदार्थ होंगे। इसके अलावा, इटली के लिए एक शैक्षिक टूर की भी योजना है तो आप सीधे मिलर्स से इस अद्भुत आटे (फ्लोर) के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
भारत को लेकर विशिष्ट योजनाओं के बारे में इटली में गुणवत्तापूर्ण आटे के दो सबसे उत्कृष्ट उत्पादक मोलिनो कैपुटो से एंटिमो कैपुटो और ली 5 स्टैगियोनी के रिकार्डो एग्युगियारो ने विस्तार से बताया, “हमें इटली के सॉफ्ट व्हीट फ्लोर के लिए भारत में विकास के अपार अवसर नजर आ रहे हैं। और इसका श्रेय देश में खर्च करने योग्य आमदनी में हो रही बढ़ोतरी को जाता है। साथ ही यहां की युवा आबादी फल-फूल रही है और यूरोप के बेकरी उत्पादों जैसे पिज्ज़ा, ब्रेड, केक आदि में उनकी रुचि काफी बढ़ रही है और यह काफी उत्साहजनक है। हमें भरोसा है कि यूरोप का हाइजीनिक, सुरक्षित और पौष्टिक आटे को अपनी अनूठी सामग्रियों, ट्रेसेबिलिटी और शानदार गुणव्त्ता की बदौलत बाजार में अच्छी स्वीकार्यता मिलेगी। यह आटा दुनिया भर के जाने-माने शेफ्स के लिए वाकई में एकदम उचित सामग्री है।
उन्होंने आगे बताते हुए कहा, “ईयू के सदस्य होने के नाते इटली खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता सुनिश्चित करता है। यह ऐसी विशेषता है जिसका मतलब है कि इसके आटे के उत्पादों ने समूचे विश्व में गुणवत्ता की साख हासिल की है। एक स्टेपल फूड होने के नाते जिसे रोजाना खाया जाता है, आटा विटामिन, खनिज, डाइटरी फाइबर और वेजीटेबल प्रोटीन जैसे पोषक तत्वों का एक स्वस्थ, और कम वसा वाला स्रोत है। यह एक संतुलित आहार में योगदान देता है।
सबसे महत्वपूर्ण, उत्पादन के सभी चरणों में गुणवत्ता एवं सुरक्षा जांचों को पूरी तरह लागू किया जाता है, इसमें गेहूं के आने से लेकर आटे का वितरण तक शामिल है। प्रत्येक चरण में आटे के उत्पादन को नियंत्रित किया जाता है और इसे एक कम्य्टरीकृत ट्रेसेबिलिटी सिस्टम द्वारा रिकॉर्ड किया जाता है। इससे आटे के बैच की पूरीउत्पादन श्रृंखला को फिर से बनाने और उस पर नजर रखने की अनुमति मिलती है, और उपभोक्ता एवं जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा होती है। दरअसल, ईयू मिलिंग उद्योग के पास नियमों का बेहद सख्य निकाय है जोकि स्वतंत्र एवं एक्रेडिटेड प्रयोगशालाओं द्वारा हजारों परीक्षण और क्रॉस-चेक करता है। उत्पादन की प्रक्रिया साधारण एवं स्वच्छ है और हम बिजली की बचत करके, वायु उत्सर्जन घटाकर और बाय-प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करके स्थायी प्रबंधन में सुधार करना जारी रखा है।”
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