एचडीएफसी बैंक के फ्लैगशिप सीएसआर कार्यक्रम परिवर्तन एवं सेंट्रल स्क्वायर फाउंडेशन (सीएसएफ) ने 5 राज्यों – असम, पंजाब, तेलंगाना, ओडिशा और तमिलनाडु में फाउंडेशनल लिटरेसी एवं न्यूमेरेसी (एफएलएन) कार्यक्रम में सहयोग करने के लिए अपने गठबंधन की घोषणा की। ये दोनों सहयोगी एफएलएन कार्यक्रमों का क्रियान्वयन करने में राज्य सरकारों का सहयोग करेंगे। इनका क्रियान्वयन एफएलएन पर राष्ट्रीय मिशन – एनआईपीयूएन भारत के लॉन्च के दौरान शिक्षा मंत्रालय द्वारा परामर्शित दिशानिर्देशों के अनुरूप होगा। इस गठबंधन द्वारा इन 5 राज्यों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 द्वारा प्रारूपित उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए एफएलएन में सुधार लाया जाएगा।
इस गठबंधन की घोषणा गुरुवार को आयोजित एक वर्चुअल लॉन्च ईवेंट में की गई, जिसमें दोनों संगठनों के वरिष्ठ अधिकारियों और पदाधिकारियों ने सार्वभौमिक एफएलएन प्राप्त करने के लिए विभिन्न अंशधारकों के मिलकर काम करने के महत्व पर बल दिया। पैनल में मौजूद/संबोधित करने वाले प्रांतीय प्रतिनिधियों में एससीईआरटी, ओडिशा से श्री गंगाधर साहू; समग्र शिक्षा, असम से मिस नंदिता मेधी; एससीईआरटी, तेलंगाना से मिस तहसीन सुल्ताना शामिल थे।
मिस नुसरत पठान, सीएसआर हेड, परिवर्तन, एचडीएफसी बैंक ने कहा, ‘‘परिवर्तन के तहत हम शिक्षा, वित्तीय साक्षरता और समावेशन को बढ़ावा देने पर केंद्रित हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘फाउंडेशनल लिटरेसी एवं न्यूमेरेसी यानि बुनियादी शिक्षा व अंकों का ज्ञान बच्चों में अध्ययन करने की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए आवश्यक हैं। कोरोना महामारी ने स्कूल की दिनचर्या को प्रभावित किया है और बच्चों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलब्ध होने में आई असमानता ने उन्हें पीछे कर दिया है। आज अभिनव समाधानों के साथ जमीनी प्रयास करने की जरूरत है। हमें विश्वास है कि यह सहयोग हितग्राहियों को दीर्घकालिक लाभ प्रदान करेगा।’’
श्री आशीष धवन, संस्थापक-चेयरपर्सन, सीएसएफ ने कहा, ‘‘यदि जल्द कदम नहीं उठाया गया, तो अगले कुछ सालों में 100 मिलियन या उससे भी ज्यादा विद्यार्थी निरक्षर हो जाएंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सेंट्रल स्क्वायर फाउंडेशन में हम इस देश के बच्चों के लिए गुणवत्तायुक्त शिक्षा का महत्व समझते हैं। भारत में सभी बच्चे ग्रेड 3 तक एफएलएन हासिल कर लें, इसके लिए हम केंद्र सरकार और राज्य सरकारों को उनके एफएलएन कार्यक्रम मजबूत करने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’
मिस नंदिता मेधी, स्टेट प्रोग्राम ऑफिसर, समग्र शिक्षा, असम ने कहा, ‘‘असम में हमारा केंद्रण डिजिटल अंतर को दूर करने और अध्ययन में हुए नुकसान को पूरा करने पर है। हम असम के विद्यार्थियों को एकेडेमिक पैकेज वितरित कर रहे हैं और इन पैकेजेस का लाभ कक्षा 1 से 5 तक के 25 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों को मिलेगा।’’
एससीईआरटी ओडिशा से श्री गंगाधर ने कहा, ‘‘सरकारों एवं एनजीओ साझेदारों के सम्मिलित प्रयासों से शिक्षा के परिणामों में सुधार लाने में मदद मिलेगी। नियमित रूप से बैठकों में समीक्षा इस प्रभावशाली सहयोग का पहला कदम होगा।’’
एससीईआरटी, तेलंगाना से मिस तहसीन सुल्ताना ने कहा, ‘‘तेलंगाना में सीएसएफ के नेतृत्व में प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट (पीएमयू) बच्चों, खासकर एफएलएन ग्रेड के बच्चों का प्रभावशाली एडटेक समाधानों के साथ घर पर अध्ययन जारी रखने में राज्य सरकार का सहयोग कर रही है।’’
सीएसएफ के एसोशिएट डायरेक्टर, श्री कृष्णन ने राज्य में सीएसएफ अभियानों का अपडेट प्रस्तुत करते हुए कहा, ‘‘राज्य में हमारे काम का उद्देश्य ग्रेड 3 द्वारा बुनियादी अध्ययन हासिल करने पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए अध्ययन के परिणामों में सुधार के लिए शिक्षा के क्षेत्र पर केंद्रित होने के लिए एक रणनीति बनाना है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सीएसएफ इस सुधार अभियान के सभी तत्वों के लिए टेक्निकल, शोध, प्रोजेक्ट डिज़ाइन एवं क्रियान्वयन का सहयोग प्रदान कर रहा है।
एचडीएफसी बैंक परिवर्तन एवं सीएसएफ के बीच गठबंधन सराहनीय है। यह भारत में शिक्षा आपूर्ति को मजबूत करने के लिए सरकारों एवं सिविल सोसायटी संगठनों द्वारा मिलकर काम करने का अप्रतिम उदाहरण है। पाँचों में से हर राज्य में गठित पीएमयू एफएलएन के बेहतर परिणामों के लिए भविष्य का रास्ता तैयार करेगा, जिसमें टीचर्स का क्षमता निर्माण, हर अंशधारक को एफएलएन का महत्व समझाना और उसकी माप करने में समर्थ बनाना, संदर्भपूर्ण एवं उच्च गुणवत्ता की पठन-पाठन सामग्री का निर्माण, और आंकलन की प्रक्रिया स्थापित करना शामिल है, जो राज्य को अध्ययन में आई कमी और उसे दूर करने के तरीके को समझने में समर्थ बनाएगा। यह गठबंधन इन राज्यों में नए युग की शुरुआत करेगा।
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