वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्लूजीसी) ने आज भारत में सोने के बाजार के अपने गहन विश्लेषण के साथ अपनी रिपोर्ट ‘ज्वेलरी डिमांड एंड ट्रेड’ लॉन्च की है। रिपोर्ट में भारत में पिछले सालों में उपभोक्ता के व्यवहार में आए परिवर्तन के बाद सोने के आभूषणों की मांग और महत्व का आकलन किया गया है। यह रिपोर्ट भारत में आभूषणों के वर्गीकरण पर रोशनी डालती है और सोने के आभूषणों के लिए क्षेत्रीय आय एवं लोगों की मांग का विश्लेषण करती है। इस रिपोर्ट में भारत से आभूषणों का निर्यात करने के लिए सबसे बड़े बाजारों और उद्योग के ठोस परिदृश्य को भी टटोला गया है।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल मे क्षेत्रीय सीईओ, भारत, सोमसुंदरम पीआर ने कहा, ‘‘भारत विश्व में सोने के बाजारों के लिए एक मजबूत स्तंभ है, और स्वर्णकारों के लिए दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। विवाहोत्सव और त्योहार आभूषणों की मांग को बल देते हैं, हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक स्थिति वैश्विक कारोबार में एक महत्वपूर्ण शक्ति हैं,
जिससे सोने के साथ हमारा मजबूत सामाजिक-आर्थिक संबंध प्रदर्शित होता है। समय के साथ हमने सोने को संजोने के लिए अनेक कारणों और खुशी के अवसरों का निर्माण कर लिया है। अकेले ब्राईडल ज्वेलरी का सेगमेंट बाजार के लगभग आधे हिस्से के बराबर है, और देश में सोने के आभूषणों का सबसे बड़ा उपभोक्ता ग्रामीण बाजार है।
दीर्घकाल में भारत में सोने के आभूषणों की मांग आर्थिक वृद्धि, आय में वृद्धि और संपत्ति के वितरण, तथा शहरीकरण की दर के साथ बढ़ेगी। सोने के साथ सांस्कृतिक संबंध मिलेनियल्स के बीच भी जारी रहेंगे या नहीं, यह देखना अभी बाकी है। यद्यपि यह संभव है कि मार्केटिंग और डिजिटल प्रगति इन-स्टोर अनुभवों को बदल सकते हैं और खरीदी करने की अलग तत्परताओं एवं क्षणों को प्रेरित कर सकते हैं, जो पारंपरिक कारणों के मुकाबले अलग हो सकते हैं, पर सोने के आभूषणों का आकर्षण मजबूत बने रहने की उम्मीद है। आभूषणों का निर्माण व निर्यात मजबूत बनाने के सरकार के केंद्रण से अभिनवता की लहर आएगी, जो उच्च गुणवत्ता और कारीगरी द्वारा सोने के साथ संबंध को पुनः ताजा कर देगी, और भारत को विश्व का जौहरी बनने में मदद करेगी।’’
गहन अध्ययन के लिए संलग्न रिपोर्ट और इसके मुख्य निष्कर्ष देखें।
रिपोर्ट में उल्लेखित मुख्य बिंदु है:
o भारत दुनिया में सोने के आभूषणों का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। साल 2021 में भारत में 611 टन स्वर्ण आभूषण खरीदे गए, जो चीन 1⁄4673 टन1⁄2 के बाद दूसरे स्थान पर थे। यह सोने के अन्य उपभोक्ता बाजारों से काफी आगे है।
o भारत में सोने का निर्यात साल 2015 में 7.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर साल 2019 में 12.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।
o ब्राईडल ज्वेलरी सोने के आभूषणों के मामले में सबसे आगे है और भारत में 50 से 55 प्रतिशत बाजार अंश ब्राईडल ज्वेलरी का है।
o 80 से 85 प्रतिशत बाजार अंश सादे स्वर्ण आभूषणों का है, जिसमें अधिकांश हिस्सा 22 कैरट का है, लेकिन 18 कैरट आभूषणों की मांग भी बढ़ रही है।
o बाजार का 40 से 45 प्रतिशत हिस्सा रोज पहने जाने वाले आभूषणों का है।
o ग्रामीण भारत सोने के आभूषणों का सबसे बड़ा उपभोक्ता है, जिसका बाजार अंश 55 से 58 प्रतिशत है।
o भारत में मध्यम वर्ग सोने का प्राथमिक उपभोक्ता है।
o सोने के आभूषण खरीदने के मामले में दक्षिण भारत सबसे आगे है, जहाँ देश में आभूषणों की 40 प्रतिशत मांग है।
o साल 2021 में रत्न और आभूषणों के निर्यात में सोने का हिस्सा 23 प्रतिशत था।
o साल 2021 में भारत से सोने के 38 प्रतिशत आभूषणों का निर्यात सोने के सादे आभूषणों का हुआ।
o पिछले दशक में भारत से आभूषणों का लगभग 90 प्रतिशत निर्यात पाँच मुख्य बाजारों, यूएई, अमेरिका, हांग कांग, सिंगापुर और यूके को हुआ।
o साल 2021 में भारत से आभूषणों के निर्यात के मामले में अमेरिका ने यूएई को पीछे छोड़ सर्वोच्च स्थान हासिल किया।
o महामारी के बाद आभूषणों के कुल निर्यात में एसईजैड 1⁄4स्पेशल इकोनोमिक ज़ोंस1⁄2 का हिस्सा खत्म हो गया।
Add Comment