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एनडीटीवी की नई सीरीज “आइकन्स ऑफ भारत”

फ्रीडम ऐप (इंडियनमनी डॉट कॉम का एक भाग) ने एनडीटीवी नेटवर्क के साथ मिलकर अपने तरह का एक अनूठा शो ‘आइकन्स ऑफ भारत’ लॉन्च किया है। इसमें भारतीय किसानों, सूक्ष्‍म-आन्त्रप्रेन्योर और गृहणियों की सफलता की अनसुनी कहानियां दिखाई जाएंगी। भले ही इन लोगों का जीवन साधारण नजर आए, लेकिन वास्तविकता में उन्होंने एक असाधारण जिंदगी जी है। वे अपने कौशल को लाभदायक खेती और कारोबारी उपक्रमों में बदल रहे हैं।

आइकन्स ऑफ भारत एक टेलीविजन सीरीज है, जिसमें उन लोगों की वास्तविक कहानियां दर्शायी गई हैं जो कि एक बेहतर भारत बनाने के लिये प्रतिबद्ध हैं। हम उन उद्यमियों और किसानों का सम्मान करते हैं, जिन्होंने सारी कठिनाइयों से लड़कर, छोटे उद्योगों, अपने खेतों या फिर अपने घरों से अपनी आजीविका विकसित कर वित्तीय सफलता हासिल की।

एनडीटीवी इंडिया पर 14 एपिसोड वाली इस सीरीज का प्रसारण 5 जून, 2022; रविवार रात 9:30 से 10:30 बजे तक किया जाएगा, जिसका रिपीट एपिसोड आने वाले शनिवार को रात 9:30 प्रसारित होगा।

हम भारत का 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं ऐसे में एनडीटीवी इंडिया चाहता है कि आइकन्स ऑफ भारत एक ऐसे प्लेटफॉर्म के रूप में अपनी सेवाए दे, जो कि सपने देखने का साहस करने वाले लोगों की असाधारण हिम्‍मत और प्रेरणा का जश्‍न मना सके।

‘आइकन्स ऑफ भारत’, अपने-अपने क्षेत्रों में सफल हुए लोगों की सफलता की कहानियों को पेश करके लाखों भारतीयों को प्रेरित करना चाहता है। हमारे आइकन विभिन्न क्षेत्रों से आते हैं – कृषि, घरेलू बैंकिंग, कैंडल मेकिंग, चॉकलेट मेकिंग, रियल एस्टेट एजेंट और कई अन्य। इस शो का उद्देश्य भारतीयों को यह बताना है कि किसी कौशल को हासिल करने के लिये बहुत अधिक योग्यता या बड़ी डिग्री की आवश्यकता नहीं होती, बस सीखने और किसी भी पूर्वाग्रह से मुक्त होने का एक बड़ा सपना होता है। सी एस सुधीर द्वारा शुरू किए गए फ्रीडम ऐप जैसे प्लेटफॉर्म के माध्यम से मनपसंद कौशल को हासिल करना आसान हो गया है और अब बस व्यापार खड़ा करके उनकी जिंदगी को बदलने की प्रतिबद्धता की जरूरत है।

सीएस सुधीर, फाउंडर एवं सीईओ, इंडियनमनी डॉट कॉम का कहना है, “भारत वैश्विक सुपर पावर बनने की अपनी राह पर चल रहा है और यह हरेक उद्यमी और हरेक भारतीय के अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान देने की दिशा में बढ़ाए गए कदम की वजह से संभव हो पाया है। हालांकि, इसे अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है। इस तरह ‘आइकन्स ऑफ भारत’ के पीछे का विचार सामने आया… जैसा कि हमारा मानना है किये ऐसे लोग हैं जिनका सम्मान किया जाना चाहिये। उनमें मौजूदा और आने वाली पीढ़ी को प्रभावित करने की ताकत है।”