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जेट फ्रेट को 458 करोड़ रुपए का राजस्व

लॉजिस्टिक उद्योग में अग्रणी जेट फ्रेट लॉजिस्टिक्स लिमिटेड ने 31 मार्च 2022 को समाप्त वर्ष और तिमाही के लिए स्टैंडअलोन और समेकित वित्तीय विवरणों की घोषणा की। 

जेट फ्रेट ने अपने इक्विटी शेयरों को एनएसई-इमर्ज प्लेटफॉर्म से एनएसई और बीएसई के मेनबोर्ड में स्थानांतरित कर दिया है। 21 दिसंबर 2021 को शेयर बीएसई मेन बोर्ड और एनएसई मेन बोर्ड-कैपिटल मार्केट सेगमेंट पर ‘बी’ समूह की सूची में लेनदेन के लिए स्वीकार किए गए ।  कंपनी ने फरवरी 2021 में स्टॉक स्प्लिट की भी घोषणा की है। इसके बाद, रिकॉर्ड तिथि 20 मई 2022 घोषित की गई। स्क्रिप्ट 31 मार्च 2022 को एनएसई में 67.35 और बीएसई में 67.65 पर बंद हुई, जो लिस्टिंग की तारीख से शेयर की कीमत में 40% की वृद्धि दर्शाती है।

31 मार्च 2022 को समाप्त वर्ष के लिए राजस्व पिछले वर्ष के 347 करोड़ रुपये की तुलना में 458 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने वर्ष का अंत 22,297 टन शिपमेंट के साथ किया। जेट फ्रेट ने पूर्णकालिक निदेशक डैक्स थेकनाथ और लॉजिस्टिक्स उद्योग में 30 वर्षों के व्यापक अनुभव वाले जॉय जॉन के योगदान के साथ हर साल कई गुना व्यवसाय के लिए एक प्रगतिशील योजना निर्धारित की है जो कि क्लाइंट को पेशेवर एंड-टू-एंड सेवाएं प्रदान करती है। 

जेट फ्रेट के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर रिचर्ड थेकनाथ ने कहा कि “आने वाले समय में, डिजिटल टेक्नोलॉजी  दुनिया के लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट को शक्ति प्रदान करने वाला प्रमुख इनपुट होगा। हम शाखा नेटवर्क को बढ़ाने के साथ-साथ ग्राहकों को बेहतर सेवा देने के लिए टेक्नोलॉजी में निवेश सहित पूरे संगठन में ऑपरेशनल एफीशियंसी बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखे हुए हैं। टेक-संचालित लॉजिस्टिक्स स्पेस में, हम अपने अवसर का विस्तार कर रहे हैं, अपने ग्राहक आधार का विस्तार कर रहे हैं और अपने हितधारकों के लिए दीर्घकालिक मूल्य बना रहे हैं और शेयर ले रहे हैं क्योंकि हम ग्राहकों को बाकियों से अलग करने, विश्वास और लचीलापन बनाने और कम के साथ अधिक करने में मदद करते हैं। ” 

जेट फ्रेट के मुख्य वित्तीय अधिकारी अरविंद तलान ने कहा कि,  “हमारी बेहतर शिपमेंट क्षमता और मजबूत सेल्स एजीक्यूशन को निरंतर मिले ग्राहक प्रतिबद्धता के कारण रेवेन्यू में 32% वृद्धी हुई है जो कि अपक्षा से ज्यादा है राजस्व वृद्धि से बेहतर है। भारतीय लेखा मानक को अपनाने के साथ, सेबी के नियमों और मौजूदा मानकों की व्याख्या में बदलाव सहित अनुपालन प्रथाओं ने हमारे समेकित वित्तीय विवरणों पर सकारात्मक प्रभाव दिखाया है।”