यंत्रा टेक इनोवेशन लैब्स प्राइवेट लिमिटेड (यंत्रा) ने भारत के जेन एआई मार्केट में 100 करोड़ रु. निवेश करने की अपनी योजना को लेकर एक बड़ी घोषणा की है। यह प्रबंधन और प्रौद्योगिकी सेवा कम्पनी विभिन्न उद्योगों को उनकी जरूरत के अनुसार कारोबार के लिए नयापन के समाधान पेश करती रही है।
इस लक्ष्य से यंत्रा की रणनीतिक योजना अगले दो वर्षों में देश भर से 500 लोग नियुक्ति करने की है। उच्च स्तर के कार्य कौशल वाले इन लोगों के माध्यम से कम्पनी निरंतर प्रगति करेगी और ग्राहकों को अत्याधुनिक क्लाउड प्रौद्योगिकी समाधान देने का वादा पूरी करेगी।
दुनिया आज आर्थिक चुनौतियों से जूझ रही है और यह बड़े बदलाव का दौर है। ऐसे में यंत्रा ने भारत में नेक्स्ट-जेन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ टेक्नोलॉजी की व्यापक प्रगति करने में जुटी है। कम्पनी के पुणे, सैन फ्रांसिस्को, टोरंटो और मनीला में कार्यालय हैं। यह विभिन्न सीएफओ और सीआईओ कार्यालयों के साथ मिल कर काम करते हुए व्यवसाय वित्त, व्यवसाय संचालन और व्यसाय में नयापन के लिए मुख्य रूप से जेन-एआई समाधानों में निवेश के नए विचारों पर कार्यरत है।
यंत्रा के संस्थापक और सीईओ विक्रम भंडारी जो कि मूल रूप से जोधपुर, राजस्थान के निवासी हैं उन्होंने कहा, “भारत के जेन-एआई जगत में यह बड़ा निवेश हमारे कार्य दर्शन के अनुरूप है जिसके तहत उद्योग जगत में अपनी स्थिति मजबूत कर हम इसे सही दिशा देना चाहते हैं। हम सभी सीमाओं से आगे बढ़ने और नए मानक देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस पहल को मजूबत आधार देते हुए हम युवा, नवाचार के लिए उत्साहित प्रतिभाओं को एक मंच दे कर भारत के जॉब मार्केट की बेहतरीन प्रतिभाओं को आकर्षित, नियुक्त और प्रशिक्षित करना चाहते हैं। व्यवसाय जगत तेजी से क्लाउड प्लेटफ़ॉर्म अपना रहे हैं। ऐसे में हमारा मानना है कि जेनरेटिव एआई को व्यवसाय से जोड़ कर बार-बार होने वाले कार्यों का ऑटोमेशन करना, डेटा की जानकारी लेकर सटीक निर्णय लेना आसान होगा और कार्य क्षमता भी बढ़ेगी। जेन-एआई से बड़े निगम और एसएमई बहुत लाभान्वित होंगे। उन्हें वित्त और लेखा, मानव संसाधन, आपूर्ति श्रृंखला और संचालन, बिक्री और विपणन और ग्राहक सहायता जैसे विभिन्न क्षेत्रों में एआई का लाभ मिलेगा।
यंत्रा का भारत के जेनएआई मार्केट में 100 करोड़ रुपयों का यह निवेश आर्टिफिशियल इंटेलजेंस में देश की क्षमता पर कम्पनी के दृढ ़ विश्वास को दर्शाता है। इस निवेश से नवाचार बढ़ेगा। यंत्रा के पुणे स्थित उत्कृष्टता केंद्र की क्षमताएं और सेवाएं बढ़ेंगी। यंत्रा अपने संगठन में नए विचारों का स्वागत करता है जो कम्पनी के मूल्यों में योगदान दें और नयापन की संस्कृति को समृद्ध बनाएं। इस तरह कम्पनी भारत में जेन-एआई का भविष्य संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
निवेश के निर्णय को अहम बताते हुए यंत्रा के भारतीय कारोबार निदेशक राजेश पवार ने कहा, “जॉब मार्केट में थोड़ा तनाव है। लेकिन इस बीच हमारे सामने सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को आकर्षित करने का नया दरवाजा खुला है। हमारी टीम के पास यूनिक स्किल हैं और जेन एआई की शक्ति है। इसके साथ हम ने व्यवसाय संचालन में दक्षता और बुद्धिमत्ता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया है। भारत के जेनएआई मार्केट में बड़े निवेश से व्यापक तकनीकी प्रगति होगी। इससे संगठनों को अधिक मजबूत, अधिक प्रगतिशील बनने का इकोसिस्टम मिलेगा।’’
यंत्रा 2018 से भारत में डिजिटल ट्रांस्फॉर्मेशन की अग्रणी कम्पनी है। इसमें 300 से अधिक लोग कार्यरत हैं। सितंबर 2023 में पुणे (भारत) में यंत्रा का एक और कार्यालय खुला। भारतीय कारोबार में यंत्रा के भारी निवेश से जेनएआई में अनुसंधान और विकास तेज होगा। प्रतिभा भंडार का विस्तार होगा और विश्व बाजार में कम्पनी की पकड़ मजबूत होगी। कम्पनी के ग्राहक फिनटेक, रिटेल, सॉफ्टवेयर, विनिर्माण, सेवा, आभूषण, वित्तीय सेवा और वितरण सभी क्षेत्रों में हैं। उच्च कोटि के जेन एआई कंसल्टेंट को प्रशिक्षित कर और अपने ग्राहकों के लिए विशेष समाधान डिजाइन कर कम्पनी सभी का मूल्यवर्धन करने के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी प्रवेश करने की योजना बना रही है।
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