एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (भारत सरकार, विद्युत मंत्रालय के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की संयुक्त उद्यम कंपनी) है जो अपनी ऊर्जा कुशल एलईडी स्ट्रीट लाइटों से राजस्थान की सड़कों को रोशन कर रहा है। अभी तक, ईईएसएल ने राजस्थान में 1 मिलियन से अधिक स्ट्रीट लाइटों को सफलतापूर्वक स्थापित किया है, जिसके परिणाम स्वरुप प्रति वर्ष 219.37 मेगा यूनिट की कुल ऊर्जा बचत हुई है और प्रति वर्ष बिजली के बिलों में 186.47 करोड़ रुपये की मौद्रिक बचत हुई है। कंपनी ने अपने सेंट्रलाइज्ड कंट्रोल मॉनिटरिंग सिस्टम (CCMS) की मदद से इन स्मार्ट स्ट्रीटलाइट्स के लिए 95% सफलता दर बनाए रखा है। इससे सड़कों पर समग्र दृश्यता में अत्यधिक वृद्धि हुई है और पैदल चलने वालों के साथ मोटर चालकों के लिए भी समान रूप से सड़क सुरक्षा में इजाफा हुआ है।
वर्ष 2015 में राजस्थान में, स्ट्रीटलाइटिंग नेशनल प्रोग्राम (SLNP) की शुरुआत हुई थी। इस कार्यक्रम के तहत अकुशल लाइटों को ऊर्जा कुशल एलईडी लाइटों से बदल दिया जाता है, जिससे परिणाम और स्थायित्व में वृद्धि होती है। ऐसी बदली हुई एलईडी लाइटों को फिर एक केंद्रीय नियंत्रण और निगरानी प्रणाली से जोड़ा जाता है जो रोशनी की निर्बादध निगरानी और मरम्मत प्रदान करती है। इस प्रकार, स्थानीय क्षेत्रों में अंधेरी जगहों को कम किया जाता है।
श्री, आदेश सक्सेना, अतिरिक्त महाप्रबंधक, ईईएसएल) ने कहा कि, “हम अपने स्ट्रीट लाइटिंग नेशनल प्रोग्राम (एसएलएनपी) और कुशल एलईडी स्ट्रीट लाइट्स के साथ राजस्थान की सड़कों को रोशन करके इसके सुखद प्रभाव पर गर्व महसूस करते हैं। मैं स्ट्रीट लाइटों की निरंतर निगरानी और मरम्मत सहायता के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करके स्ट्रीट लाइटों की सुचारू रुप से संचालन को सुनिश्चित करने के लिए राज्य में हमारी क्षेत्रीय टीमों और यूएलबी का आभारी हूं। हम इनके समर्पण और लगातार समर्थन के बिना यह कामयाबी हासिल नही कर सकते थे।
हमारा दृष्टिकोण राज्य के हर नुक्कड़ और कोने को ऊर्जा कुशल प्रकाश व्यवस्था में शामिल करना है जो न केवल नागरिकों और पर्यटकों को बेहतर रोशनी प्रदान करता है, बल्कि सड़क दुर्घटनाओं के जोखिम को कम करने में भी मदद करता है। इस ऊर्जा कुशल प्रकाश व्यवस्था के साथ, हम राजस्थान राज्य और इसके नागरिकों के लिए एक उज्जवल भविष्य की उम्मीद करते हैं।
ईईएसएल के ऊर्जा संरक्षण प्रयासों को राजस्थान नवीकरणीय ऊर्जा निगम लिमिटेड (आरआरईसीएल) – ऊर्जा संरक्षण अधिनियम 2001 के प्रावधानों के प्रवर्तन के लिए एक राज्य नामित एजेंसी (एसडीए) द्वारा भी स्वीकार किया गया है। 14 दिसंबर को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के अवसर पर ईईएसएल को सरकारी विभाग श्रेणी में राजस्थान ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ। कंपनी को यह अवॉर्ड लगातार सतवे साल मिला है। प्रमाणपत्र राज्य में ऊर्जा दक्षता पहलों को लागू करने के लिए ईईएसएल के अथक प्रयासों की मान्यता है।
स्ट्रीट लाइटों के रखरखाव और संचालन की बात करें तो ईईएसएल के पास एक समर्पित शिकायत निवारण प्रणाली (सीएचएस) है जो स्थानीय टीमों को 48 घंटे की समय सीमा के भीतर सभी शिकायतों का समाधान करने में सक्षम बनाती है। ईईएसएल के पास एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली (आईजीआरएस) और लोक शिकायत निवारण प्रणाली (पीजीआरएस) पोर्टल भी हैं जहां ग्राहक और राज्य स्तर के प्राधिकरण स्ट्रीटलाइट्स के कामकाज से संबंधित सुझाव दे सकते हैं और शिकायतों को दर्ज कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, शिकायतें और चिंताएँ ऑफ़लाइन भी दर्ज की जा सकती हैं।
ग्रामीण और शहरी भारत में 13 मिलियन से अधिक एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगाई जा चुकी हैं। परिणाम स्वरुप प्रति वर्ष 8.54 बिलियन किलोवॉट घण्टा(kWh) की अनुमानित ऊर्जा बचत में मदद मिली है, ग्रीन हाउस गैस (GHG) की उत्सर्जन में 6 मिलियन टन से अधिक कार्बन डाइऑक्साइड की कमी हुई है और प्रति वर्ष नगरपालिकाओं के बिजली के बिलों में रु. 5,974 करोड़ की मौद्रिक बचत हुई है। एलईडी स्ट्रीट लाइट के अलावा, ईईएसएल राज्य में स्मार्ट मीटर और ऊर्जा कुशल कृषि पंप लगाने को भी बढ़ावा दें रहा है।












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