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स्टडीबेस को मिला राजस्थान सरकार से फंडिंग

आईस्टार्ट/टेक्नोफण्ड के तहत राजस्थान सरकार ने स्टडीबेस को  फंडिंग प्रदान की है। बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित डिजिफेस्ट 2022 के दौरान स्टडीबेस के संस्थापक अनुज आहूजा को दी जाने वाली इस फंडिंग की घोषणा राजस्थान के माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने की। स्टडीबेस बीकानेर में नवविकसित इनक्यूबेशन सेंटर के लिये चुने गये पहले स्टार्टअप में से एक है।

स्टडीबेस बीकानेर से शुरू हुआ और राजस्थान के करीबन 4 राज्यों में 15 शहरों के अंदर करीबन 500+ से अधिक शिक्षण संस्थानों के साथ काम कर रहा है। स्टडीबेस को हाल ही में आईआईएम उदयपुर इनक्यूबेशन सेंटर और माइक्रोसॉफ़्ट स्टार्टअप प्रोग्राम का हिस्सा मानते हुए वित्त पोषित किया गया है। बीकानेर में स्टडीबेस छात्रों के माता-पिता के बीच घरेलू नाम की तरह बहुत लोकप्रिय है।

27 करोड़ से अधिक छात्रों के साथ 4 लाख निजी और 12 लाख पब्लिक स्कूल हैं। स्टडीबेस तीन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है 1. स्कूलों का डिजिटलीकरण 2. माता-पिता के छात्रों हेतु भुगतान लिए वित्तीय का डिजिटलीकरण 3. क्लाउड-आधारित और मोबाइल-प्रथम सामग्री वितरण मंच जो स्कूली बच्चों के लिए सुरक्षित है।

हमारे बीकानेर बॉय स्टडीबेस के संस्थापक अनुज आहूजा ने कंप्यूटर साइंस में मास्टर्स किया, 10 साल तक बंगलौर में रहे, और 10 साल तक एम्स्टर्डम (नीदरलैंड) में रहे और यूरोप की कुछ टॉप टेक कंपनियों के साथ काम किया। 2019 में, अनुज ने प्रौद्योगिकी के साथ भारतीय शिक्षा में सहयोग करने के लिए भारत वापस आने का फैसला लिया और अपने भाई आशीष आहूजा के साथ स्टडीबेस की स्थापना की।

राजस्थान सरकार का आईस्टार्ट सभी युवा उद्यमियों के लिए तीन काम कर रहा है: पहला परामर्श प्रदान करना – उन लोगों से सीखना हमेशा बेहतर होता है जो वहां रहे हैं और ऐसा कर रहे है, विशिष्ट क्षेत्रों में बहुत अनुभव और विशेषज्ञता रखते है। दूसरा: जुड़ रहे हैं, वे उद्योग से लोगों को जोड़ने, सहयोग, अन्वेषण या वित्त पोषण के लिए आपको सही लोगों से मिलाने में बहुत अच्छा सहयोग देने का काम कर रहे हैं। तीसरा यह है कि आईस्टार्ट विभिन्न चरणों में स्टार्टअप्स को आर्थिक रूप से सहयोग दे रहा है।

अनुज आहूजा कहते हैं: हमने पहले ही राजस्थान से सफल व्यवसायों, स्टार्टअप्स और यूनिकॉर्न को आगे बढ़ते देखा है। मेरा मानना है कि आईस्टार्ट (iStart) और डीजीफीस्ट (DigiFeast) जैसे कार्यक्रम स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को बूटस्ट्रैप, सुपरचार्ज और तेज करेंगे, यह लोगों को प्रौद्योगिकीकरण में सशक्त बनाते हुऐ और उनकी जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाएंगे ।