कोटक सिक्योरिटीज़ ने 1 वर्ष की अवधि में 340 रुपये के लक्ष्य मूल्य के साथ बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) में सूचीबद्ध आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स लिमिटेड, जो हाईवे सेगमेंट में पहली मल्टीनेशनल इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी है ।
को खरीदने का आह्वान किया है। कोटक सिक्योरिटीज़ ने अपने “पिक ऑफ द वीक” में उल्लेख किया है कि “आईआरबी जीआईसी (GIC) और सिंट्रा द्वारा ग्रोथ कैपिटल के साथ रोड ऐसेट्स के एक मंच के रूप में उभर रहा है, जिसमें नई परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए टोल परियोजनाओं, निर्माण शाखा और विकास पूंजी का पोर्टफोलियो है। एनएचएआई (NHAI) से अब तक कमज़ोर प्रवाह के बावजूद आईआरबी की ईपीसी (EPC) शाखा मज़बूत ऑर्डर बुक पर समकक्ष लोगों की तुलना में बेहतर स्थिति में है”।
कोटक सिक्योरिटीज़ को आगे उम्मीद है कि ऋण की वापसी और निजी इनविट के तहत ली जा रही नई परियोजनाओं पर समेकित ऋण मौजूदा स्तर से नीचे आ जाएगा, और कहा गया कि, “जीएसटी के साथ समायोजित 20,000 करोड़ रुपये की ऑर्डर बुक के साथ राजस्व दृश्यता मज़बूत बनी हुई है।
आईआरबी (IRB) ने हाल ही में घोषणा की कि उसका बोर्ड 4 जनवरी, 2023 को बैठक करेगा, जिसमें 10 रुपये प्रति शेयर के अंकित मूल्य के मौजूदा इक्विटी शेयरों के उप-विभाजन द्वारा कंपनी की शेयर पूंजी में बदलाव के प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा। हाल ही में, आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स लिमिटेड और इसकी निजी इनविट शाखा, आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट, दोनों ने सामूहिक रूप से सालाना आधार पर नवंबर 2022 के महीने में टोल संग्रह में 39% की वृद्धि दर्ज की है।
इस पर टिप्पणी करते हुए, श्री वीरेंद्र डी. म्हैस्कर, अध्यक्ष और आईआरबी इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक ने कहा कि, “टोल संग्रह में वृद्धि सभी परियोजनाओं में, वाहन श्रेणियों की यातायात वृद्धि की निरंतर मज़बूती को दर्शाती है, जो मैक्रो-इकोनॉमिक संकेतकों के अनुरूप है। इससे यह भी पता चलता है कि हमारी सभी परियोजनाएं देश के महत्वपूर्ण आर्थिक गलियारों का हिस्सा हैं। आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स लिमिटेड, भारत में सबसे बड़ी एकीकृत निजी टोल सड़कों और राजमार्गों के बुनियादी ढांचे के विकासकर्ता के रूप में है, जिसकी मूल कंपनी के 10 राज्यों और दो इनविट में 60,000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का आधार है।
कंपनी के पास पूरे भारत में लगभग 15,500 लेन किलोमीटर के निर्माण, टोलिंग, संचालन और रख-रखाव का मज़बूत ट्रैक रिकॉर्ड है और एक वर्ष में 500 किलोमीटर से अधिक निर्माण करने की क्षमता है। इस कंपनी के पास भारत की प्रतिष्ठित स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना में लगभग 20% हिस्सा, जो भारत में किसी भी निजी बुनियादी ढांचा विकासकर्ता द्वारा सबसे बड़ा है। 13 रियायतों को सफलतापूर्वक पूरा करने और उन्हें नोडल एजेंसियों को सौंपने के बाद वर्तमान में, आईआरबी ग्रुप (IRB Group) के प्रोजेक्ट पोर्टफोलियो (निजी और सार्वजनिक इनविट सहित) में 22 सड़क परियोजनाएँ हैं, जिनमें 17 बिल्ड ऑपरेट ट्रांसफर (BOT), 1 टोल ऑपरेट ट्रांसफर (TOT) और 4 हाईब्रीड एन्युइटी मोड (HAM) परियोजनाएँ शामिल हैं।
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