एल एंड टी फाइनेंस लिमिटेड (एलटीएफ), भारत की अग्रणी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में से एक ने 30 सितंबर, 2025 को समाप्त दूसरी तिमाही के लिए अब तक का सर्वाेच्च प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 735 करोड़ रुपये दर्ज किया, जो तिमाही-दर-तिमाही 5 प्रतिशत और वर्ष-दर-वर्ष 6 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। इस तिमाही में, रिटेल बुक साइज़ 1,04,607 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो वर्ष-दर-वर्ष 18 प्रतिशत की वृद्धि है। कंपनी ने 30 सितंबर, 2025 को समाप्त दूसरी तिमाही के लिए 18,883 करोड़ रुपये का तिमाही रिटेल डिस्बर्समेंट दर्ज किया, जो वर्ष-दर-वर्ष 25प्रतिशत की वृद्धि है। खुदराकरण इस 30 सितंबर, 2025 को समाप्त तिमाही के लिए 98 प्रतिशत पर खड़ा है।
वित्तीय नतीजों पर बात करते हुए, एलटीएफ के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ श्री सुदीप्ता रॉय ने कहा इस तिमाही में हमारा पूरा ध्यान एक्सेक्यूशन और ग्रोथ पर था। इससे हमें बैंकिंग-फाइनेंस क्षेत्र की उस तिमाही में भी शानदार नतीजे देने में मदद मिली, जिसे आमतौर पर कमजोर माना जाता है। यह सफलता हमारे सभी बिजनेस क्षेत्रों में बेहतर रफ्तार दिखाती है, जो गांवों और शहरों दोनों जगह पिछले कुछ महीनों की बदलाव योजनाओं से आई है। हमने टेक्नोलॉजी, टैलेंट, ब्रांचों को नया रूप देने और बढ़ाने, ब्रांड को मजबूत करने और कस्टमर सेंट्रिसिटी पर लगातार ध्यान दिया है। यह सब हमारी 5 पिल्लर एक्सेक्यूशन स्ट्रेटेजी का हिस्सा है, और इनका फायदा हमें जल्दी मिलने लगा है।
हमारा गोल्ड लोन का धंधा इस साल की पहली तिमाही में पोर्टफोलियो में जुड़ा था, और इस तिमाही में इसने जबरदस्त रफ्तार पकड़ ली। देश भर में नंबर एक गोल्ड फाइनेंस कंपनी बनने के सपने को पूरा करने के लिए, हम शाखायें बढ़ाकर हर जगह पहुंच बना रहे हैं। इस साल के अंत तक हम करीब 200 नई ब्रांचें खोलेंगे, जिससे हमारे गोल्ड लोन की कुल शाखायें लगभग 330 हो जाएंगी।”
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