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गारंटीड रिटर्न प्लान में निवेश कर पाए 7.2 प्रतिशत तक का उच्च रिटर्न

एक सही इन्वेस्टमेंट प्लान वो है जो आपको टैक्स बेनिफिट के साथ हाई रिटर्न देती है। ताकि आप बढ़ती महंगाई से लड़ सकें और समय के साथ अपने जीवन यापन करने के स्तर में सुधार कर सकें।

विवेक जैनहेड-इन्वेस्टमेंट्सपॉलिसीबाजार डॉट कॉम: “गारंटीड रिटर्न प्लान की खासियत यह है कि यह बाजार में उतार-चढ़ाव की परवाह किए बिना जोखिम मुक्त रिटर्न प्रदान करता है। इन्वेस्टमेंट पर हाई, टैक्स-फ्री और गारंटीड रिर्टन प्रदान करने की वजह से ये योजना निवशकों के बीच काफी लोकप्रिय है। नए जमाने की योजनाओं में, रिटर्न 7% जितना अधिक होता है जो कि लंबी अवधि के धन के निर्माण के लिए बहुत ही फायदेमंद है, खासकर अगर हम इसकी तुलना बाजार में उपलब्ध अन्य पारंपरिक इन्वेस्टमेंट विकल्पों पर रिटर्न से करते हैं। इस प्रोडक्ट में लाइफ इंश्योरेंस तत्व न केवल टैक्स बचाने में मदद करता है बल्कि आश्रितों के लिए सुरक्षा भी प्रदान करता है। ये सुविधाएं गारंटीड रिटर्न प्लान को एक संपूर्ण निवेश मार्ग बनाती हैं”।

फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) के मामले में, परिवार को या तो मैच्योरिटी का इंतजार करना पड़ता है या प्रीमेच्योर विड्रॉल के लिए कम रिटर्न स्वीकार करना पड़ता है। आवर्ती जमा योजनाओं के मामले में- आरडी, पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) आदि जैसे रिटर्न की गणना इन्वेस्टर के निधन तक जमा की गई राशि पर की जाएगी, न कि इच्छित निवेश पर और इसलिए फुल मैच्योरिटी वैल्यू तब तक प्राप्त नहीं होगी जब तक कि आश्रित निवेश जारी रखने में सक्षम न हो।

लेकिन अलग अलग इंश्योरेंस कंपनियों द्वारा दी जाने वाली गारंटीड या फिक्स्ड रिटर्न योजनाओं के लिए, यहां तक कि किसी इन्वेस्टर की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु के कारण इन्वेस्टमेंट बंद होने की स्थिति में भी, नामित व्यक्ति को फुल मैच्योरिटी वैल्यू का भुगतान किया जाएगा।

चूंकि FD के मामले में एकमुश्त निवेश किया जाता है, इन्वेस्टमेंट पीरियड के दौरान किसी इन्वेस्टर की मृत्यु का इन्वेस्टमेंट पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। लेकिन एफडी ब्याज टैक्सेबल हैं और प्रीमेच्योर विड्रॉल के मामले में, नॉमिनी या आश्रितों को कम रिटर्न मिलेगा।

समय-समय पर प्रीमियम भुगतान के साथ, गारंटीड या फिक्स्ड रिटर्न प्लान आरडी के समान होते हैं। हालांकि, आरडी के मामले में, इन्वेस्टर के दुर्भाग्यपूर्ण निधन के मामले में इन्वेस्टमेंट बंद हो जाएगा, जिसके परिणामस्वरूप मैच्योरिटी वैल्यू कम होगी। दूसरी ओर, इश्योरेंस कवर के कारण, एक गारंटीड या फिक्सड रिटर्न प्लान के नॉमिनी व्यक्ति को किसी इन्वेस्टर की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु के मामले में भी बिना किसी टैक्स लायबिलिटी के फुल मैच्योरिटी वैल्यू मिलेगी।

पीपीएफ पर दी जाने वाली ब्याज दरें आम तौर पर मौजूदा एफडी, आरडी दरों से ज्यादा होती हैं। इसके अलावा, इन्वेस्टर्स को इन्वेस्टमेंट के साथ-साथ ब्याज और मैच्योरिटी वैल्यू पर टैक्स बेनिफिट मिलता है। गारंटीड या फिक्स्ड रिटर्न प्लान भी PPF की तरह EEE टैक्स स्टेटस का आनंद लेते हैं। और कुछ प्लान्स पर दी जाने वाली दरें भी FD और RD से ज्यादा होती हैं।

हालांकि, किसी निवेशक की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु के मामले में पीपीएफ में निवेश बंद हो जाएगा और रिटर्न की गणना इन्वेस्टर के निधन तक जमा की गई राशि पर की जाएगी। हालांकि, गारंटीड या फिक्स्ड रिटर्न प्लान के मामले में, नॉमिनी को इन्वेस्टर की समय से पहले मृत्यु की स्थिति में भी फुल मैच्योरिटी वैल्यू मिलेगा।

सितंबर 2022 को समाप्त तिमाही के लिए पीपीएफ दर 7.1 प्रतिशत तय की गई है जो कि हर तीन महीने में संशोधित की जाती है। गारंटीड रिटर्न प्लान के मामले में,एक इन्वेस्टर 7.2 प्रतिशततक रिटर्न प्राप्त कर सकता है जो 10साल के लिए तय होता है। गारंटीड या फिक्स्ड रिटर्न प्लान में न केवल सबसे अच्छी विशेषताएं हैं, बल्कि उनमें से कुछ इन्वेस्टर्स को रिटर्न की उच्च दर भी देती हैं।