जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड (बीएसई: 542851, एनएसई: जेनसोल) की सहयोगी स्कॉर्पियस ट्रैकर्स ने घोषणा की है कि कंपनी ने भारत, जापान, सऊदी अरब और युगांडा में 1000 मेगावाट से अधिक के सोलर पावर ऑर्डर्स को सफलतापूर्वक हासिल किया जो कंपनी के लिए एक मील का पत्थर है। ग्लोबल सोलर ट्रैकिंग इंडस्ट्री में इसके साथ ही स्कॉर्पियस ट्रैकर एक महत्वपूर्ण नाम बन गया है l
उत्कृष्टता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के साथ, स्कॉर्पियस ट्रैकर्स ने खुद को विश्वसनीय और बैंकेबल सिंगल-एक्सिस ट्रैकर्स प्रदान करने वाली एक अग्रणी कंपनी के रूप में स्थापित किया है। कंपनी की अत्याधुनिक सौर ट्रैकिंग प्रौद्योगिकी में रखरखाव-मुक्त बियरिंग, रियल-टाइम जीपीएस-सक्षम ट्रैकिंग, आईओटी (इंटरनेट ऑफ थिंग्स), सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डेटा अधिग्रहण (स्काडा) शामिल हैं, जिसने सौर ऊर्जा उत्पादन में दक्षता और निष्पादन के लिए नए मानक स्थापित किए हैं।
इस महत्वपूर्ण लक्ष्य को पार करने पर टिप्पणी करते हुए, स्कॉर्पियस ट्रैकर्स के सीईओ शैलेष वैद्य ने कहा, “1000 मेगावाट से अधिक के ऑर्डर्स की सीमा पार करना हमारे ग्राहकों को दक्षता, विश्वसनीयता और लागत प्रभावशीलता बढ़ाने वाले शीर्ष स्तरीय सौर ट्रैकिंग समाधान प्रदान करने के हमारे अडिग समर्पण का प्रमाण है। यह उपलब्धि वर्षों से हमारी टीम के कठिन परिश्रम और समर्पण का परिणाम है। हम वैश्विक और स्थानीय साझेदारों के साथ सहयोग करते रहेंगे ताकि दुनिया की एनर्जी ट्रैन्ज़िशन जर्नी को गति दी जा सके।”
कंपनी के ग्राहक पोर्टफोलियो में रीन्यू, हीरो फ्यूचर, शापूर्जी, टाटा पावर, इंजन, स्टर्लिंग विल्सन, एज़र पावर, कोसोल एनर्जी और कई अन्य शामिल हैं। विशेष रूप से, कंपनी ने गुजरात के अजंता क्लॉक्स के साथ कमर्शियल एंड इंडस्ट्रियल (सीएंडआई) साइट पर मोनो फेशियल मॉड्यूल का उपयोग करते हुए 21एल यूनिट प्रति मेगावाटपीक से अधिक का उच्चतम प्रदर्शन करने वाला ट्रैकर जनरेशन हासिल किया है।
जैसा कि स्कॉर्पियस ट्रैकर्स इस माइलस्टोन का जश्न मना रहा है, कंपनी सोलर ट्रैकिंग तकनीक में इनोवेटिव बाउंड्रीज़ को आगे बढ़ाने और दुनिया भर में अपने ग्राहकों को अद्वितीय मूल्य प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
2012 में स्थापित, जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड, जेनसोल समूह की प्रमुख कंपनी, सोलर पावर सेक्टर पर ध्यान केंद्रित करते हुए इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी) सेवाओं में विशेषज्ञता रखती है। 240 से अधिक पेशेवरों की एक मज़बूत टीम के साथ, जेनसोल ने वैश्विक स्तर पर टर्नकी प्रोजेक्ट्स को क्रियान्वित करने में विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया है, जिसमें 600 मेगावाट से अधिक की कुल क्षमता वाली जमीन पर और छत पर सौर स्थापनाएं स्थापित की गई हैं। सौर ऊर्जा से आगे बढ़ते हुए, जेनसोल ने पुणे, भारत में एक अत्याधुनिक इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) उत्पादन सुविधा स्थापित की है, जो इलेक्ट्रिक तिपहिया और चार पहिया वाहनों को तैयार करने के लिए समर्पित है। जेनसोल ईवी को ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एआरएआई) से मंजूरी मिल गई है। भारत के ईवी लैंडस्केप में क्रांति लाने के प्रयास में, जेनसोल न केवल निर्माण करता है, बल्कि व्यापक ईवी लीजिंग सॉल्यूशंस भी देता है, जो विविध ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है, जिसमें पीएसयू, शैक्षणिक संस्थान, सरकारी संस्थाएं, बहुराष्ट्रीय निगम, राइड-हेलिंग सेवाएं, कर्मचारी परिवहन कंपनियां, किराये की सेवाएं, रसद, और अंतिम-मील वितरण उद्यम शामिल हैं। हाल ही में, जेनसोल ने रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अपनी पेशकश को बढ़ाने के लिए स्कॉर्पियस ट्रैकर्स का अधिग्रहण किया, जो एक अभिनव और वर्ल्ड- क्लास बैंक को स्वीकृत सोलर ट्रैकिंग प्रौद्योगिकी कंपनी है, जो मुख्य रूप से सौर ऊर्जा उत्पादन के लिए सिंगल-एक्सिस ट्रैकर्स के डिजाइन, डेवलपमेंट, मार्केटिंग और सर्विसिंग में लगी हुई है।
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