भारत की प्रमुख हाउसिंग फाइनैंस कंपनी आईआईएफएल होम फाइनैंस लिमिटेड (आईआईएफएल एचएफएल) ने देश के मोर्टगेज मार्केट में बदलाव लाने के लिए अपनी सामरिक संस्थापक भूमिका की घोषणा की है। आरएमबीएस डेवलपमेन्ट कंपनी लिमिटेड कंसोर्टियम की संस्थापक सदस्य के रूप में आईआईएफएल होम फाइनैंस 5 फीसदी हिस्सेदारी के लिए रु 25 करोड़ का योगदान देगी। अपने इन प्रयासों के साथ प्रमुख वित्तीय संस्थान रिहायशी मोर्टगेज-बैक्ड सिक्योरिटीज़ मार्केट में लिक्विडिटी एवं विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। यह पहल विकसित देशों के सफल मॉडल्स की तरह हाउसिंग फाइनैंस के लिए बोंड मार्केट-उन्मुख दृष्टिकोण के लिए उल्लेखनीय कदम है।
आरडीसीएल नेशनल हाउसिंग बैंक (एनएचबी) (39 फीसदी) और एलआईस (10 फीसदी) से मुख्य शेयरहोल्डिंग के साथ प्रमुख प्लेयर्स जैसे आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, बजाज फाइनैंस, श्रीराम हाउसिंग फाइनैंस, आदित्य बिरला हाउसिंग फाइनैंस, हीरो हाउसिंग फाइनैंस और गृहम हाउसिंग फाइनैंस लिमिटेड को एक मंच पर लाई है। एक साथ मिलकर इस कंसोर्टियम ने आरएमबीएस मार्केट में बदलाव लाने के लिए रु 500 करोड़ के कुल निवेश तथा किफ़ायती हाउसिंग के फाइनैंस के लिए अपनी क्षमता के इस्तेमाल की शपथ ली है।
श्री मोनु रात्रा, सीईओ एवं ईडी- आईआईएफएल फाइनैंस लिमिटेड ने कहा, ‘‘हमें खुशी है कि हमें इस बदलावकारी पहल के साथ जुड़ने का मौका मिला हैं यह भारतीय मोर्टगेज उद्योग के लिए महत्वपूर्ण पल है। नेशनल हाउसिंग बैंक के तत्वावधान में आरएमबीएस प्लेटफॉर्म सभी मोर्टगेज प्लेयर्स के लिए फंड की लागत में सुधार लाएगा। आईआईएफएल एचएफएल के लिए गर्व की बात है कि इसे भारत के पहले आरएमबीएस प्लेटफॉर्म में छोटी सी भूमिका निभाने का अवसर मिला है।’’
आईआईएफएल होम फाइनैंस लिमिटेड, स्थायी आवास प्रथाओं में अग्रणी है जिसने वित्तीय वर्ष 23-24 के दौरान डीएफआई जैसे यूएस इंटरनेशनल डेवलपमेन्ट फाइनैंस कॉर्पोरेशन, इंटरनेशनल फाइनैंस कॉर्पोरेशन आदि से 450 मिलियन डॉलर की धनराशि जुटाई है, इस धनराशि का उपयोग कर कंपनी निम्न आय वर्ग एवं
आर्थिक रूप से वंचित समुदायों के लिए किफ़ायती और हरित आवास में सहयोग प्रदान करेगी। ये प्रयास प्रमुख अफॉर्डेबल हाउसिंग कंपनी के रूप में आईआईएफएल एचएफएल की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं, साथ ही सरकार के दृष्टिकोण ‘सभी के लिए आवास’ के अनुरूप वित्तीय समावेशन, पर्यावरणी एवं सामाजिक उतरदायित्व को बढ़ावा देते हुए भारत में अफॉर्डेबल हाउसिंग की ज़रूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
आईआईएफएल होम फाइनैंस लिमिटेड ने अफॉर्डेबल हाउसिंग फाइनैंस पर फोकस करते हुए पहली बार घर खरीदने वालों को सशक्त बनाने का अच्छा रिकॉर्ड बनाया है। पिछले आठ सालों में कंपनी का असेट अंडर मैनेजमेन्ट (एयूएम) 38 फीसदी की दर से विकसित होकर में रु 32,937 करोड़ के आंकड़े पर पहुंच गया है।
उल्लेखनीय है कि आईआईएफएल एचएफएल के ज़्यादातर ऋण लेने वाले ज़्यादातर उपभोक्ता महिलाएं हैं, जो वित्तीय समावेशन एवं सामाजिक उत्तरदायित्व को सुनिश्चित करने में कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। वर्तमान में आईआईएफएल होम फाइनैंस रु 25 लाख से कम के लोन सेगमेन्ट में हाउसिंग फाइनैंस कंपनियों में मुख्य प्लेयर है।
सामाजिक प्रभाव के लिए आईआईएफएल एचएएफएल की प्रतिबद्धता स्थायी हाउसिंग पहलों के दायरे से कहीं बढ़कर है। कंपनी 75000 से अधिक परिवारों को रु 1750 करोड़ से अधिक सब्सिडी देकर क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी स्कीम में मुख्य योगदान दे रही है तथा निम्न एवं मध्यम वर्ग के परिवारों के लिए घर खरीदने का सपना साकार कर रही है। कंपनी ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत तकरीबन 25000 लाभार्थी उन्मुख निर्माण परिवारों को भी ऋण वितरित किए हैं।
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