भारत की तीसरी सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी श्री सीमेंट ने 31 दिसंबर 2023 को समाप्त तिमाही एवं नौमाही अवधि के वित्तीय नतीजे घोषित किए हैं। कंपनी ने वृद्धि की गति और मजबूत प्रदर्शन को बरकरार रखा है। कंपनी ने बीते वर्ष के मुकाबले इस साल रेवेन्यू में 20 प्रतिशत की वृद्धि तथा कर पश्चात् लाभ में 165 की वृद्धि दर्ज की है।
कंपनी का शुद्ध रेवेन्यू बीते साल के 4,069 करोड़ रुपए से 20 प्रतिशत बढ़कर 4,901 करोड़ रुपए हो गया, सकल बिक्री में 11 प्रतिशत का इजाफा हुआ, यह 80.3 लाख टन से बढ़कर 88.9 लाख टन हुई, क्षमता उपयोग 72 प्रतिशत से बढ़कर 77 प्रतिशत हुआ, एबिटिडा 74 प्रतिशत बढ़कर. 708 करोड़ से 1,234 करोड़ रुपए हुआ। प्रीमियम उत्पादों की बिक्री बढ़कर 9.5 प्रतिशत हुई जबकि कुल कारोबारी बिक्री में 7.2 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
कंपनी के इस प्रदर्शन पर श्री सीमेंट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री नीरज अखौरी ने कहा, ’’श्री सीमेंट लिमिटेड प्रदर्शन सुधार की समग्र योजना पर अमल कर रही है और इसका सकारात्मक असर देखने में आ रहा है। मात्रा में मजबूत वृद्धि, चैनल विस्तार के जरिए प्रीमियम उत्पादों का निर्माण और ईंधन की कीमतों में नरमी से हमें सुधार करने में मदद मिली है। हमने एक समग्र रि-ब्रांडिंग प्रोग्राम शुरु किया है जिससे हमें अपनी एक खास पहचान कायम करने और ग्राहक बढ़ाने में मदद मिलेगी। इस साल हमने पुरुलिया और नवलगढ़ प्लांट आरंभ किए हैं और क्षमता बढ़ाने की हमारी योजनाएं सही रास्ते पर आगे बढ़ रही हैं।
हमें अपनी क्षमता पर यकीन है और हम अपना बेहतरीन प्रदर्शन जारी रखेंगे। हमारा देश आवास और इंफ्रास्ट्रक्चर, दोनों में तेजी से प्रगति कर रहा है और इससे भारत में सीमेंट की मांग वृद्धि के लिए एक ठोस मंच हासिल होगा। साल 2028 तक 8 करोड़ टन सीमेंट उत्पादन के परे पहुंचने के लिए अपने विभिन्न प्रोजेक्ट्स को पूरा करने के लिए हम पूरी तरह तैयार हैं।’’
हाल ही में, 22 जनवरी 2024 से कंपनी ने ग्रामः गोथरा, नवलगढ़, राजस्थान स्थित अपने इंटिग्रेटिड सीमेंट प्लांट से वाणिज्यिक उत्पादन शुरु किया है, इसकी धातुमल क्षमता 11500 टन प्रति दिन है (38 लाख टन सालाना) और सीमेंट क्षमता 35 लाख टन सालाना है।
1.8 करोड़ टन क्षमता की विस्तार परियोजनाओं की पहले ही घोषणा की जा चुकी है और वे तय कार्यक्रम के अनुसार चल रही हैं। इसके अतिरिक्त, कंपनी ने फैसला किया है कि राजस्थान के रस में आगामी प्लांट में 30 लाख टन सालाना क्षमता की एक और सीमेंट मिल को जोड़ा जाए। इसके पूरा होने जाने पर हमारी कुल सीमेंट क्षमता लगभग 7.5 करोड़ टन हो जाएगी।
समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी ने ’बांगर सीमेंट’ के साथ अपनी ब्रांड पहचान नयापन लाने के लिए बड़ा कदम उठाया। नए लोगो और पैक ग्राफिक्स के जरिए नई ब्रांड पहचान दी गई है और साथ ही बांगर मैग्ना नाम से एक नया प्रीमियम उत्पाद लांच किया गया है। एक नई मल्टी-मीडिया विज्ञापन कैम्पेन को टीवी, आउटडोर, प्रिंट, डिजिटल व रिटेल टचपॉइंट्स के जरिए लांच किया गया।
कंपनी ने घोषणा की थी कि वह साल के अंत तक 5 आरएमसी यूनिट स्थापित करेगी जिससे की रैडी मिक्स कॉन्क्रीट (आरएमसी) सैगमेंट में विविधता लाई जाएगी। इसके मुताबिक कदम उठाते हुए कंपनी ने जनवरी 2024 में 3 आरएमसी प्लांट स्थापित करने का कार्य शुरु कर दिया है और वह बाकी इकाईयों को संभव बनाने के लिए सक्रियता से काम कर रही है।
निदेशक बोर्ड ने वर्ष 2023-24 के लिए प्रति शेयर रु. 50 के अंतरिम लाभांश की घोषणा की है।
Add Comment