दुनिया भर में मान्यता प्राप्त हेल्थ सिस्टम्स थिंक टैंक और सलाहकार समूह एक्सेस हेल्थ इंटरनेशनल ने नेतृत्व के स्तर में दो महत्वपूर्ण बदलाव किए। डॉ. एन. कृष्ण रेड्डी, जो अध्यक्ष के तौर पर एशिया, मध्यपूर्व और उत्तरी अफ्रीका में कंपनी का नेतृत्व कर रहे थे, उन्हें मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया गया। इसी के साथ संगठन ने येल यूनिवर्सिटी के अन्ना एम. आर. लॉडर जनस्वास्थ्य विभाग के प्रोफेसर डॉ. स्टेन वर्मुंड को अपनी कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल किया। डॉ. स्टेन बाल रोग विशेषज्ञ और संक्रामक रोग महामारी विज्ञान के क्षेत्र में एक जानी-मानी हस्ती हैं।
इस बदलाव से पहले डॉ. विलियम हेसलटाइन, संस्थापक, सीईओ और अध्यक्ष के रूप में एक्सेस हेल्थ इंटरनेशनल का नेतृत्व कर रहे थे। वह अध्यक्ष के रूप में अपना योगदान देते रहेंगे। डॉ. रेड्डी का प्रमोशन एक्सेस हेल्थ में उनकी प्रभावशाली यात्रा का प्रतीक है। वह जाने-माने ह्दय रोग विशेषज्ञ और 1997 में केयर अस्पताल की सहसंस्थापक है। उन्होंने सबकी पहुंच में स्वास्थ्य की गुणवत्तापूर्ण देखभाल के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। डॉ. रेड्डी ने नियुक्ति पर सबका आभार व्यक्त करते हुए कहा, “पिछले 15 वर्षों में रखी गई नींव उभरती स्वास्थ्य चुनौतियों के बीच अपने लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में हमारा मार्गदर्शन करेंगी।“
डॉ. वर्मुंड केकंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल होने से एक्सेस इंटरनेशनल में ग्लोबल नजरिया आएगा, जिससे येल और ग्लोबल वायरस नेटवर्क में उनकी प्रमुख भूमिकाओं की झलक मिलेगी। एचआईवी एड्स और खासतौर से सीमित संसाधनों में कोरोना की रिसर्च के क्षेत्र में उनका जबर्दस्त काम एक्सेस हेल्थ के अभियान से मेल खाता है। डॉ. वर्मुंड ने कहा, “एक्सेस हेल्थ का लक्ष्य स्वास्थ्य प्रणाली को उन क्षेत्रों में प्रभावी बनाना है, जहां सभी लोगों को स्वास्थ्य रक्षा की सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। बोर्ड के सदस्य के रूप में मैं योगदान देने के लिए काफी बेसब्र हूं। 2024 में ग्लोबल चुनौतियों और पर्यावरण के खतरे के बावजूद एक्सेस का मिशन महत्वपूर्ण बना रहेगा।“
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