सुर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक ने बताया है कि वित्तीय वर्ष 24 की दूसरी तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 50.30 करोड़ रुपये का है, जो पिछले साल की इसी तिमाही के 13 करोड़ रुपये के हिसाब से284 प्रतिशत अधिक है। ऋणदाता की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (GNPA) पिछले वर्ष के 9.9 प्रतिशत की तुलना में 2.9 प्रतिशत हो गया है। इसी अवधि में ऋणदाता का नेट एनपीए भी पिछले वर्षके 4.76 प्रतिशत से 1.46 पर आ गया है।
बैंक की नेट ब्याज आय 353.1 करोड़ रुपये की तुलना में 445.8 करोड़ रुपये रही, जिसमें साल दर साल 26.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। नेट कुल आय 390.8 करोड़ रुपये की तुलना में 548.5 करोड़ रुपये रही, जिसमें साल दर साल 40.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
इसके लगभग 25.1 लाख ग्राहक हैं, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक है। बैंकिंग आउटलेट्स की कुल संख्या 635 थी, जिसमें 96 देयता-केंद्रित आउटलेट्स और 350 परिसंपत्ति केंद्रित शाखाएं थीं। कर्मचारियों की कुल संख्या 6,989 थी।
कंपनी ने देखा किवित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में एडवांस और डिपॉजिट दोनों के कारोबार में तेजी आई और विकास ऋण बुक 1,600 करोड़ रुपये (एडवांस का लगभग 23 प्रतिशत) को पार कर गई।
वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में कासा (CASA) अधिग्रहण ने डिपाजिट को पीछे छोड़ दिया, वित्तीय वर्ष 24 की दूसरी तिमाही के दौरान प्राप्त किये गए नए डिपाजिटके 23 प्रतिशत कासा अनुपात के साथ, कासा का मूल्य 1,000 करोड़ रुपये को पार कर गया।
बैंक 2,500 करोड़ रुपये की एक मजबूत विकास ऋण बुकबनाने की दिशा में काम कर रहा है, जिसमें छोटे कासा पर साफ़ तौर पर ध्यान दिया जा रहा है, जो जमा के लागत को तर्कसंगत बनाने में सहायता करेगा।
कंपनी मानती है कि परिचालन दक्षता बढ़ाने के लिए शाखा और लोगों का निवेश ज़रूरी है, इसलिए डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म्स के साथ साझेदारी करने की योजना बनाई जा रही है, ताकि कम लागत वाले जमा और संपत्तियों को जुटाया जा सके।
प्रदर्शन पर बोलते हुए, सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक के एमडी और सीईओ, श्री भास्कर बाबू ने बताया: “हम यह बताते हुए बहुत खुश है कि बैंक ने पिछले वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले में वित्तीय वर्ष 24 की पहली छमाही में अग्रिम भुगतान में 28.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है, जो 6,921 करोड़ रुपये है। यह वृद्धि बैंक द्वारा प्रदर्शित व्यापक प्रदर्शन के साथ-साथ माइक्रोफाइनेंस क्षेत्र में लगातार विकास के कारण हुई है। समग्र एमएफआई उद्योग के भीतर छोटे ऋणों में वृद्धि और परिसंपत्ति गुणवत्ता के मामले में लचीलापन देखने को मिला है।बैंक का संवितरण वित्तीय वर्ष 23 की पहली छमाही में 2,130 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्तीय वर्ष 24 की पहली छमाही में 2,787 करोड़ रुपये हो गया; जिसमें साल-दर-साल के आधार पर 30.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।संवितरण वृद्धि का नेतृत्व हमारे विकास ऋण और वाणिज्यिक वाहन पोर्टफोलियो द्वारा किया जाता है, जो क्रमशः 139 प्रतिशत और 262 प्रतिशत की सालाना वृद्धि दर्ज करके हमारा नॉर्थ स्टार बना हुआ है।
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