क्लाइमेट फाइनेंसिंग सॉल्यूशंस में लीडिंग, मुफिन ग्रीन फाइनेंस लिमिटेड (बीएसई: 542774) ने घोषणा की है कि उसके बोर्ड ने प्रमोटर ग्रुप और नॉन-प्रमोटर ग्रुप को उसके मेंबर्स और दूसरी जुड़ी हुई अथॉरिटी से अनुमोदन के अधीन प्रिफरेंशल इश्यू की मदद से फंड जुटाने को मंज़ूरी दे दी है। साथ ही बोर्ड ने मेंबर्स के अनुमोदन के अधीन कंपनी के अधिकृत शेयर कैपिटल को 20 करोड़ रुपये से 50 करोड़ रुपये तक बढ़ाने की भी मंजूरी दे दी।
कंपनी के अनुसार उनके बोर्ड ने 2.55 करोड़ वारंट जो कि 18 महीने की अवधि के भीतर, उस पर लागू निर्धारित कानून के अंतर्गत 55 रुपये प्रत्येक की दर पर (वारंट सब्सक्रिप्शन प्राइस और वारंट एक्सरसाइज प्राइस सहित) कुल मिलाकर 140.25 करोड़ रुपये के विभिन्न प्रमोटर ग्रुप के व्यक्तियों और दूसरे नॉन-प्रमोटर ग्रुप के व्यक्तियों को प्रिफरेंसशियल इश्यू के माध्यम से, सदस्यों और दूसरे जुड़े मेंबर्स के अनुमोदन के अधीन तक के वारंट जारी करने को मंजूरी दे दी है।
वारंट जारी होने पर, कुल इश्यू के 25% प्रस्तावित अलाटीज़ से अग्रिम रूप से लिया जाएगा। कंपनी ने अधिकृत कैपिटल में वृद्धि और वारंट जारी करने के लिए सदस्यों की सहमति लेने के लिए 21 अक्टूबर, 2023 को अपनी ईजीएम (EGM) निर्धारित की है।
मुफिन ग्रीन फाइनेंस लिमिटेड भारत में क्लाइमेट फाइनेंसिंग सॉल्यूशंस में सबसे आगे है, जिसका ध्यान देश में हरियाली को बढ़ावा देकर अधिक टिकाऊ भविष्य की ओर ले जाने पर केंद्रित है। अपने क्षेत्र में अग्रणी के रूप में पहचानी जाने वाली कंपनी इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) इकोसिस्टम को उत्प्रेरित करने के अपने कमिटमेंट पर दृढ़ है, जिससे इलेक्ट्रिक वाहनों, इलेक्ट्रिक चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और स्वैपेबल बैटरियों के द्वारा इनकम जनरेशन को बढ़ावा मिलता है।
ऑर्गेनाइजेशन का मिशन सिर्फ एनवायरनमेंटल ट्रांसफर्मेशन से आगे बढ़कर भारत के भीतर पॉजिटिव सोशल चेंज को प्रभावित करने की व्यापक दृष्टि को शामिल करना है। यह मिशन फाइनेंशियल इन्क्लूज़न और जलवायु स्थिरता दोनों के लिए दोहरे कमिटमेंट पर आधारित है। मुफिन ग्रीन फाइनेंस लिमिटेड के लिए जलवायु स्थिरता महज़ एक ऐक्टिविटी नहीं है – यह पर्यावरणीय जिम्मेदारी के साथ आर्थिक विकास को जोड़ने वाली जीवन शैली है।
मुफिन ग्रीन फाइनेंस लिमिटेड ने देश के कार्बन फुटप्रिंट पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हुए इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए 350 करोड़ से अधिक का वितरण किया है। फाइनेंशियल इन्क्लूज़न को बढ़ावा देने के अलावा, इसकी पहल ने देश-भर में इनकम जनरेट करने और महिलाओं को मज़बूत बनाने के लिए कई तरह के रास्ते तैयार किए हैं। वास्तविक प्रोग्रेस पाने के लिए, संगठन का मानना है कि इकोलॉजिकल और सामाजिक कल्याण को सामंजस्यपूर्ण रूप से संतुलित किया जाना चाहिए। यह क्लाइमेट फाइनेंस का समर्थन करते हुए, उस क्रांति में अग्रणी भूमिका निभाता है जो भारत को पर्यावरण, आर्थिक और सामाजिक रूप से पुनर्जीवित करने का वादा करता है।
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