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शॉप्‍सी देशभर में स्‍थानीय उद्यमियों को कारोबार के लिए तैयार कर रहा है

भारत में महामारी के बाद आर्थिक स्थिति में सुधार के मद्देनज़र हाल में सोशल कॉमर्स के क्षेत्र में काफी तेजी देखी गई है। भले ही यह एक धीमी रफ्तार वाला माध्‍यम रहा है लेकिन देशभर में स्‍मार्टफोन के बढ़ते प्रयोग के चलते आम जनता ने इसे तेजी से अपनाया है। फ्लिपकार्ट द्वारा ई-कॉमर्स को सर्वसुलभ बनाने और देश के दूरदराज तक के इलाकों में उद्यमिता को बढ़ावा देने के उद्देश्‍य से जुलाई 2021 में लॉन्‍च सोशल कॉमर्स प्‍लेटफार्म शॉप्‍सी आज लाखों विक्रेताओं के लिए सकारात्‍मक बदलाव लाने का जरिया बन रहा है।

शॉप्‍सी की स्‍थापना ग्राहकों के लिए क्‍वालिटी और एंगेजिंग प्रोडक्‍ट्स की व्‍यापक रेंज की पेशकश करने के साथ-साथ विक्रेताओं के लिए वैल्‍यू आधारित भरोसेमंद प्‍लेटफार्म उपलब्‍ध कराने मकसद से की गई थी। शॉप्‍सी के लोकल नेटवर्क का लाभ उठाते हुए, कोई भी इससे जुड़ सकता है और सोशल मीडिया एवं अन्‍य कम्‍युनिकेशन ऍप्‍स पर फ्लिपकार्ट पर उपलब्‍ध उत्‍पादों की व्‍यापक रेंज के जरिए अपने कारोबार को बढ़ावा दे सकता है।

शॉप्‍सी का लगातार प्रयास ऐसी कम्‍युनिटी तैयार करने का रहा है जो सही मायने में देशभर में कॉमर्स को सर्वसुलभ बनाए और देश में जीरो-कमीशन मार्केटप्‍लेस के जरिए डिजिटल कॉमर्स को आसान बनाए। आज शॉप्‍सी के प्‍लेटफार्म से करीब 2.5 लाख कारोबारी जुड़े हैं जो 800 से अधिक श्रेणियों में 150 मिलियन प्रोडक्‍ट्स उपलब्‍ध करा रहे हैा और यह 2023 तक देश में करीब 25 मिलियन ऑनलाइन उद्यमियों को तैयार करने की राह पर तेजी से अग्रसार है।

देशभर के विक्रेता उठा सकते हैं शॉप्‍सी का लाभ।

यहां कुछ ऐसे ही चुनींदा विक्रेताओं की प्रेरक कहानियां दी जा रही हैं।

गुजरात

सनी सिधवानी राज्‍य में सूरत शहर के विक्रेता हैं। स्‍नातक की डिग्री लेने के तुरंत बाद ही वे अपने परिवार के कपड़ों के कारोबार से जुड़ गए थे। उन्‍होंने फ्लिपकार्ट पर एथनिक वियर, ड्रैस मैटिरियल और नाइटवियर के साथ अपने ई-कॉमर्स सफर की शुरुआत की और जल्‍द ही अन्‍य प्‍लेटफार्मों से भी जुड़े, लेकिन उन्‍हें लगातार यह महसूस होता है कि शॉप्‍सी की बदौलत ही उन्‍हें सबसे ज्‍यादा सफलता मिली है क्‍योंकि इस पर ही सबसे ज्‍यादा लाभ हैं। लगातार बढ़ रही मांग के मद्देनज़र, उन्‍होंने अपनी टीम में कर्मचारियों की संख्‍या 50 से बढ़ाकर 80 तक पहुंचाया है ताकि ग्राहकों को बेहतर सेवाएं दे सकें। सनी की अपनी प्रोडक्‍शन यूनिट भी है जिसमें उनकी टीम ग्राहकों से मिले ऑर्डर कुशलतापूर्वक रवाना करती है।

सनी यह मानते हैं कि इस ऑनलाइन चैनल ने उन्‍हें ऐसी ऊंचाइयों तक पहुंचने में मदद पहुंचायी है जहां वे शायद अन्‍यथा कभी नहीं पहुंच सकते थे, और इस सोच के पीछे प्रमुख कारण यही है कि उन्‍हें देशभर से ऑर्डर मिल रहे हैं। उनका कहना है, शॉप्‍सी पर मेरे कारोबार ने जबर्दस्‍त बढ़त दर्ज की है। मैं इस प्‍लेटफार्म पर विक्रेताओं के लिए की गई पहल और मार्गदर्शन को काफी पसंद करता हूं क्‍योंकि उसकी बदौलत ही हम देशभर में ग्राहकों तक पहुंचने और अपनी बिक्री बढ़ाते हुए कारोबार को नई बुलंदियों तक पहुंचाने में सफल हुए हैं। मुझे अभी तक कोई मुश्किल पेश नहीं आयी है और आगे भी मेरा कारोबार काफी जबर्दस्‍त प्रगति करते हुए बढ़ रहा है। मेरा लक्ष्‍य आने वाले समय में प्रतिदिन 5,000 ऑर्डर तक पहुंचने का है।

उधर, सूरत के ही एक अन्‍य कारोबारी जिगरभाई महेशभाई मोराडी ने अपने कॅरियर की शुरुआत आर्किटैक्‍ट और इंटीरियर डिजाइनर के तौर पर की थी। स्‍नातक की डिग्री लेने के बाद उन्‍होंने अपना होम और किचन बिज़नेस शुरू किया। उन्‍होंने कई ई-कॉमर्स प्‍लेटफार्मों पर भाग्‍य आजमाया लेकिन अपने एक मित्र से शॉप्‍सी के जीरो कमीशन मॉडल की जानकारी मिलने के बाद वे इससे जुड़ गए और उसके बाद से कभी मुड़कर नहीं देखा। प्‍लेटफार्म पर केवल दो महीनों के सफर के दौरान ही वे 12,000 से अधिक ऑर्डर पूरे कर चुके हैं और अब तक उनके कारोबार में तिगुनी बढ़त भी हो चुकी है।

उनका कहना है, बहुत से दूसरे कारोबारों की तरह मेरे व्‍यवसाय को भी महामारी शुरू होने पर झटका लगा था। लेकिन शॉप्‍सी ने मुझे काफी हद तक संभाला और दोबारा पटरी पर लाने में मदद दी। शॉप्‍सी से जुड़ने के बाद से मेरे व्‍यवसाय ने कई गुना बढ़त दर्ज करायी है और अब मैं अपने परिचित विक्रेताओं को भी इससे जुड़ने के लिए प्रेरित करता हूं। इस प्‍लेटफार्म ने ऑनलाइन मार्केटप्‍लेस पर वाकई भरोसा जगाया है। मेरा लक्ष्‍य हर दिन 6,000 ऑर्डर का है और मुझे पूरी उम्‍मीद है कि मैं जल्‍द ही इस स्‍तर को हासिल कर लूंगा। मैंने उस हिसाब से ही अपनी इन्‍वेन्‍टरी और इन्‍वेस्‍टमेंट भी बढ़ाया है।

हरियाणा

सौरव का ताल्‍लुकराज्‍य के पानीपत शहर से है। उन्‍होंने महामारी के दौरान बहुत मुश्किल भरे हालातों में अपने कारोबारी सफर की शुरुआत की थी ताकि किसी तरह गुजारा चला सकें। अपने ऑनलाइन कारोबार में मुश्किलों से जूझने के बाद, अपने एक मित्र की सलाह पर उन्‍होंने शॉप्‍सी से नाता जोड़ा और फिर कभी पीछे नहीं लौटे। उनके होम डेकोर और फर्नीचर बिज़नेस ने प्रतिदिन शानदार ऑर्डर हासिल करते हुए, शॉप्‍सी से जुड़ने के बाद से मुनाफा 3:4 तक बढ़ा लिया है।  

वह कहते हैं, शॉप्‍सी ने जरूरत के समय मुझे काफी सहारा दिया। मैं इस प्‍लेटफार्म पर विक्रेताओं के लिए उपलब्‍ध सहयोगी माहौल, कम रिटर्न रेट और ऊंचे मुनाफे की सराहना करता हूं। मैं उद्यमिता के क्षेत्र से जुड़ने की आकांक्षा रखने वाले हर व्‍यक्ति को शॉप्‍सी से नाता जोड़ने की सलाह देता हूं। मुझे यकीन है कि इस प्‍लेटफार्म पर मेरा बिज़नेस नई ऊंचाइयां छूएगा। निस्‍संदेह, शॉप्‍सी ऐसा मंच है जिसने विक्रेताओं का हाथ थामा है और उन्‍हें सफलता की राह दिखायी है।

एनसीआर

दिल्‍ली की विक्रेता रिंकी साहनी ने डिप्‍लोमा करने के बाद अपने पति के साथ मिलकर कंप्‍यूटर और इलैक्‍ट्रॉनिक्‍स के कारोबार में कदम रखा और वे पिछले करीब एक दशक से व्‍यवसाय कर रही हैं। ई-कॉमर्स पर उनके सफर की शुरुआत तब हुई जब करीब 6 साल पहले वे फ्लिपकार्ट से जुड़ी थी। इसके बाद ही उन्‍होंने धीरे-धीरे इलैक्‍ट्रॉनिक्‍स प्रोडक्‍ट्स को लेकर नए प्रयोग करने शुरू किए, जैसे कि हेयर कर्लर्स बेचे और फिर किचनवेयर, उसके बाद शेपवियर तक बेचे – उनका मौजूदा व्‍यवसाय वास्‍तव में, ग्राहकों की प्राथमिकताओं पर आधारित है। उसके बाद से वे लगातार अपने पोर्टफोलियो में विस्‍तार करती आयी हैं और ग्राहकों की जरूरतों के हिसाब से उत्‍पादों को उपलब्‍ध करा रही हैं, मसलन महामारी शुरू होने के बाद उन्‍होंने मास्‍क और सैनीटाइज़र्स की बिक्री शुरू की थी। फ्लिपकार्ट पर सफलता मिलने के बाद वह शॉप्‍सी से जुड़ गईं और अब उनके बिज़नेस को हर दिन अच्‍छी संख्‍या में ऑर्डर मिलने लगे हैं।

वह कहती हैं, हमें बेहद खुशी है कि हमने खुद को ऑनलाइन मार्केटप्‍लेस के मुताबिक ढाला और अपनी क्षमताओं को टटोला। फ्लिपकार्ट और शॉप्‍सी ने हमें काफी सहारा दिया और इसका हमारे बिज़नसे पर जबर्दस्‍त प्रभाव पड़ा है। मैं उद्यकी होने के अहसास को काफी पसंद करती हूं और इसकी बदौलत मुझे मिलने वाली ताकत और आत्‍मनिर्भरता के लिए आभारी हूं।