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रेडक्लिफ लैब्स ने नोवासेक 6000 से टेस्ट की सुविधा प्रदान की

रेडक्लिफ लैब्स, अमेरिका में रेडक्लिफ लाइफटेक की यूनिट ने नोएडा नेशनल रेफरेंस लैब में अपने डायग्नोस्टिक टेक्नोलॉजी पोर्टफोलियो में “नोवासेक 6000“ सिक्वेंसिंग सिस्टम को जोड़ने की घोषणा की है। इसके साथ ही रेडक्लिफ उत्तर भारत में ऐसी पहली लैब बन गई है जो कि जन्म से पूर्व और जन्म के बाद नवजात शिशुओं में जेनेटिक विकारों की पहचान करने वाले टेस्ट कर सकती है। लैब में नोवासेक 6000 भी उपलब्ध है जो कि उत्तर भारत में पहला ऐसा टूल है जो कि ये टेस्ट करने में सक्षम है। अभी तक इस तरह के टेस्ट के लिए सैम्पल दक्षिण भारत में भेजे जाते थे। उत्तर भारत में ही इस टेस्ट की सुविधा मिलने से रिपोर्ट काफी जल्दी प्राप्त की जा सकती है।

रेडक्लिफ लैब्स नोएडा में नोवासेक 6000 सिक्वेंसिंग सिस्टम की नई सुविधा उपलब्ध होने के बारे में प्रतिक्रिया देते हुए श्री धीरज जैन, संस्थापक, रेडक्लिफ लैब्स ने कहा कि “नवजात और दुर्लभ बीमारियों के लिए दुनिया की सबसे एडवांस्ड जीनोम सिक्वेंसिंग सिस्टम को जोड़ने से हमें टेस्टों की सबसे व्यापक रेंज की पेशकश करने में मदद मिलेगी। जेनेटिक टेस्ट सेवाएं जो दुर्लभ और नई आनुवंशिक रूपों में महत्वपूर्ण एप्लीकेशंस पाती हैं। स्त्री रोग विशेषज्ञ, प्रसूति रोग विशेषज्ञ और बाल रोग विशेषज्ञ जैसी विशिष्टताओं के डॉक्टरों, जिन्हें हम अपने नियमित पोर्टफोलियो के साथ सेवा दे रहे हैं, ने हमसे विशेष पोर्टफोलियो बनाने का अनुरोध किया, क्योंकि हमारी गुणवत्ता और पहुंच इतनी व्यापक है और भारत के उत्तरी क्षेत्र में कोई निजी लैब में इतना शक्तिशाली सिक्वेंसर नहीं रखा गया है। इसलिए, हमने उस अंतर को भरने का फैसला किया जो हमें इसके व्यापक उपयोग की एक विस्तृत श्रृंखला में हाई-थ्रूपुट सिक्वेंसिंग की पेशकश करने में सुविधा प्रदान करेगा।

श्री प्रवीण गुप्ता, एमडी, प्रेमास लाइफ साइंसेज ने कहा कि “हमारी कंपनी नोवासेक 6000 एक विश्व स्तरीय अगली पीढ़ी की सिक्वेंसिंग तकनीक के साथ उनके डायग्नोस्टिक प्रयासों का समर्थन करने के लिए रेडक्लिफ के साथ काम करने में प्रसन्न है। यह वास्तव में रेडक्लिफ और मेडिकल कम्युनिटी के लिए एक बड़ा कदम है। यह सिक्वेंसिंग थ्रूपुट में काफी वृद्धि करेगा और सटीक और तेज़ होल-एक्सोम और होल-जीनोम सिक्वेंसिंग परिणामों की अनुमति देगा। इसके परिणामस्वरूप रोगियों के लिए तेजी से डायग्नोसिस और उपचार होगा।“

यह उल्लेख करना महत्वपूर्ण है कि भारत का सबसे तेजी से बढ़ता डायग्नोस्टिक्स प्लेटफॉर्म रेडक्लिफ आम लोगों को बेहतरीन और विश्वस्तरीय लैब टेस्टिंग सुविधाएं प्रदान करने में उत्तर भारत में सबसे आगे है और देश में सबसे एडवांस्ड और हाईएंड उपकरणों के साथ बेस्ट टेस्ट रिजल्टस प्रदान कर रहा है। उत्तर भारत में विशेष रूप से आनुवंशिक विकारों के मामले काफी अधिक देखे जा रहे हैं और ऐसे कई विकार करीबी संबंधियों में विवाह के कारण भी सामने आते हैं। ऐसे मामलों में काफी दुर्लभ बीमारियों की संभावना भी बढ़ जाती  है।

यह टेस्ट सुविधा नवजात शिशुओं, शिशुओं और प्रसवपूर्व सेटिंग्स में दुर्लभ स्थितियों के डायग्नोस (निदान) में व्यापक उपयोगी पाई जाती है। जबकि सिस्टम नेशनल लैब में स्थापित किया जा रहा है, यह पूरे देश को सबसे कुशल लॉजिस्टिक्स के साथ सेवाएं प्रदान करता है और टेस्टिंग समय को कम करेगा और पड़ोसी क्षेत्र और राज्यों में रोगियों के लिए लागत बचाने में मदद करेगा। देश भर में 700 कलेक्शन सेंटर्स और लैब नेटवर्क के अपने नेटवर्क के माध्यम से, रेडक्लिफ टियर 2 और 3 शहरों सहित पूरे देश की आनुवंशिक परीक्षण (जेनेटिक टेस्ट) आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अच्छी तरह से मौजूद है।

नोवासेक 6000 सिक्वेंसिंग सिस्टम तक पहुंच में आसानी बहुत उपयोगी साबित होगी, क्योंकि वर्तमान में राज्यों द्वारा आनुवंशिक रोगों के लिए कोई मास लेवल टेस्टिंग प्रोटोकॉल तैयार नहीं किया गया है। नोवासेक 6000 तकनीक को सफलतापूर्वक अपनाने के बाद, रिसर्च या टेस्ट करने के लिए हाई थ्रूपुट गति और लचीलापन उपलब्ध होगा, जिसमें अधिक कुशल और लागत प्रभावी तरीके से बड़ी मात्रा में डेटा के प्रोसेसिंग की आवश्यकता होती है।