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इएनजी ने केबीसी ग्लोबल लिमिटेड मे हिस्सेदारी खरीदी

कोविड 19 की चुनौतियों से उबरकर रियल्टी सेक्टर में जोरदार डिमांड देखने को मिल रही है। डिमांड बढ़ने से रियल एस्टेट कंपनियों के शेयरों में भी तेजी देखने को मिल रही है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए सिंगापुर स्थित फंड मे बैंक किम इंग्लैंड सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड ने केबीसी ग्लोबल में हिस्सेदारी खरीदी है। कंपनी ने एनएसई पर थोक सौदे के जरिए उपलब्ध थोक सौदे के आंकड़ों के अनुसार फंड हाउस ने 9.99 रुपये प्रति शेयर की दर से लगभग 35 लाख शेयर खरीदे। कंपनी ने क्रेडाई नासिक प्रॉपर्टी एक्सपो में भी भाग लिया था, जहां उसने नासिक में किफायती आवास, मिड-सेगमेंट और लक्ज़री हाउसिंग से लेकर 12 प्रमुख प्रोजेक्ट्स को शोकेस किया और सफलतापूर्वक 9 से ज्यादा बुकिंग यानी 1% स्पॉट कनवर्जन किया और इसके अतिरिक्त निकट भविष्य में 50 से अधिक कनवर्जन की उम्मीद है। 

वही हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में आईआईएफएल के वाइस प्रेसिडेंट -रिसर्च अनुज गुप्ता का कहना है कि मेटल और कमोडिटी की कीमतें बढ़ने के चलते रीयल एस्टेट कंपनियां प्रोजेक्ट की कीमतें बढ़ा रही हैं, जिससे आगे यह सेक्टर आउटपरफॉर्म कर सकता है।  इनके कुछ शेयर डबल डिजिट में हाई रिटर्न दे सकते हैं। 

रियल्टी शेयरो में जैसे केबीसी ग्लोबल (KBC GLOBAL), डीएलएफ की बात करे तो इसमें कुछ समय से  सस्टेनियल वॉल्यूम देखने को मिल रहा है।  यह संकेत है कि शेयर में पॉजिटिव मोमेंटम शुरू हो रहा है। 

केबीसी ग्लोबल  शेयर 2021 में स्प्लिट हुआ था. शॉर्ट टर्म में यह एक अच्छी रैली दिखा सकता है।  कंपनी नासिक बेस्ड है और कंपनी का EBITDA Q2 fy21 की तुलना में Q2 fy22 में 73 फीसदी और मुनाफा 115 फीसदी बढ़ा है।

वहीं सरकार के अफोर्डेबल हाउस पर फोकस का भी फायदा सेक्टर को मिलेगा. आगे डीएलएफ,गोदरेज प्रोपर्टीस, ओर केबीसी ग्लोबल, जैसे शेयर आउटपरफॉर्म कर सकते हैं।  

देश में कोरोना वायरस महामारी का असर जिस सेक्टर पर सबसे ज्यादा पड़ा, उसमें रियल्टी सेक्टर भी है।  हालांकि अब कोविड 19 की चुनौतियों से उबरकर इस सेक्टर में जोरदार डिमांड देखने को मिल रही है। डिमांड बढ़ने से रियल एस्टेट कंपनियों के शेयरों में भी तेजी देखने को मिल रही है। वहीं जियोपॉलिटिकल टेंशन के बीच मेटल, सीमेंट और कंस्ट्रक्शन में इस्तेमाल होने वाले अन्य कच्चे माल की बढ़ रही कीमतों से भी सेक्टर को सपोर्ट मिल रहा है।  

मैजिकब्रिक्स के एक सर्वे के मुताबिक Q1 2022 में डिमांड में तिमाही आधार पर 4.6 फीसदी और सालाना आधार पर 6.7 फीसदी ग्रोथ देखने को मिली है. जबकि कम्युलेटिव सप्लाई स्टेबल रही. मुंबई, गुरुग्राम, नोएडा और दिल्ली में सर्च वॉल्यूम में तिमाही आधार पर 15.2%, 9.6%, 8.2% और 5.6% की बढ़ोतरी देखने को मिली. अनुज गुप्ता का कहना है कि रियल्टी सेक्टर के बेहतर दिख रहे आउटलुक के चलते अब इसमें इन्वेस्टमेंट भी बढ़ रहा है जो की फैक्टर है. 

उनका कहना है कि मेटल और कमोडिटी के अलावा फ्यूल की कीमतों में 10% से 15% फीसदी इजाफा हो चुका है, जिससे कंपनियों की प्रोजेक्ट कास्ट 8% से 15% बढ़ी है