कोरोना महामारी का समय लोगों के लिए बहुत तनावपूर्ण रहा है. इस महामारी ने लोगों का स्ट्रेस बढ़ा दिया है और बहुत लोग डिप्रेशन में भी चले गए हैं। इसके कारण अब मेंटल हेल्थ की चर्चा जोर-शोर से हो रही है। मेंटल हेल्थ की इन समस्याओं को समझने और उससे निपटने में लोगों की मदद के लिए समय-समय पर सेमिनार और वर्कशॉप का आयोजन किया जाता है। कोरोना की तीसरी लहर का खतरा टल जाने के बाद पूरे देश में स्कूल खुल रहे हैं। महीनों बाद स्कूल खुलने से छात्र काफी खुश हैं।
स्कूल जाने की बात सुनकर छात्रों का चेहर खिल जाता है। उनके लिए पिछला दो साल काफी चुनौतीपूर्ण रहा है। ऐसे में अलवर स्थित लॉर्ड यूनिवर्सिटी ने मेंटल स्ट्रेस को दूर करने के मकसद से छात्रों के लिए ऑनलाइन मेडिटेशन और साउंड थेरेपी का आयोजन किया है। इसकी मदद से छात्रों के एग्जाम स्ट्रेस को दूर करने की कोशिश की जा रही है।
इस वर्चुअल वर्कशॉप का आयोजन लॉर्ड यूनिवर्सिटी के डिप्टी रजिस्ट्रार (रिसर्च) प्रोफेसर नरेश कालरा ने किया। इस कार्यक्रम में मेंटर और गेस्ट स्पीकर के रूप में एस्ट्रो न्यूमेरोलॉजिस्ट (अंकशास्त्री) सिद्धार्थ एस कुमार को चुना गया. सिद्धार्थ Numrovani के फाउंडर भी हैं. उनका यह सेशन काफी शानदार रहा।
अपने संबोधन में सिद्धार्थ ने कहा कि इस कार्यक्रम में मुझे शामिल करने के लिए मैं डॉक्टर नरेश कालरा का आभारी हूं। यह समय सभी के लिए स्ट्रेस भरा हुआ है। परीक्षा नजदीक आ गई है। ऐसे में छात्रों पर डबल स्ट्रेस है। ऐसे में उनके लिए स्ट्रेस मैनेजमेंट भी बहुत जरूरी है। स्ट्रेस मैनेजमेंट की मदद से परीक्षा को लेकर होनेवाली टेंशन को दूर किया जा सकता है. उनका मानना है कि इस ऑनलाइन सेशन का बच्चों को बहुत फायदा होगा।
अपने संबोधन में डॉक्टर नरेश ने कहा कि मैं सिद्धार्थ के स्पीकर और गेस्ट के रूप में शामिल होने से काफी खुश हूं। मैं उम्मीद करता हूं कि छात्रों को इस सेशन का भरपूर फायदा मिला होगा। इससे उनकी जिंदगी में अहम बदलाव आएंगे।
बता दें कि इस ऑनलाइन वर्कशॉप का आयोजन 5 मार्च को दोपहर के 12 बजे किया गया। यह सेशल पूरी तरह मुफ्त था. इस सेशन में जितने भी लोग शामिल हुए, उन्हें कार्यक्रम के बाद ई-सर्टिफिकेट जारी किया गया। सिद्धार्थ स्ट्रेस मैनेजमेंट को लेकर काफी एक्टिव रहते हैं। इस महामारी के कारण ज्यादातर लोग स्ट्रेस में हैं। ऐसे में सिद्धार्थ के सेशन से उन्हें बहुत लाभ मिलता है।
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