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रेनॉ और निसान का सरवीलेंस कैमरा प्रोजेक्‍ट शुरू

रेनॉ और निसान ने चेन्‍नई, तमिलनाडु में रेनॉ निसान ऑटोमोटिव इंडिया लिमिटेड के प्‍लांट के नज़दीक सड़क सुरक्षा में सुधार लाने के मकसद से सरवीलेंस कैमरा प्रोजेक्‍ट का उद्घाटन किया है।

इस प्रोजेक्‍ट के तहत्, ओरागदम कॉरिडोर के आसपास 110 कैमरे लगाने की योजना है, जिनमें से 48 को एलायंस पार्टनर्स द्वारा प्रायोजित किया जाएगा। ये कैमरे और नई सिग्‍नल व्‍यवस्‍था सड़कों की अन्‍य बुनियादी सुविधाओं की मदद से भारी ट्रैफिक को नियंत्रित करने के अलावा आपराधिक मामलों एवं वाहन दुर्घटनाओं में कमी लाने में मदद मिलेगी।

यह पहल प्‍लांट द्वारा बड़े पैमाने पर शुरू किए गए ग्रामीण विकास कार्यक्रम का हिस्‍सा है जिसके तहत् अपशिष्‍ट में कमी लाना और रीसाइक्लिंग, वॉटर टेबल मैनेजमेंट और पर्यावरण तथा पर्यावास सुरक्षा को बढ़ावा दिया जाएगा।

कैमरा और सड़क सुरक्षा इंस्‍टॉलेशन प्रोजेक्‍ट को गैर सरकारी संगठन सेवालय की मदद से संचालित किया जा रहा है, और इसका उद्घाटन माननीय डॉ एम. सुधाकर, आईपीएस, एसपी – कांचीपुरम जिला द्वारा श्री एस सुनील, डिप्‍टी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस, श्रीपेरुम्‍बदूर, श्री बीजू बालेंद्रन, एमडी एवं सीईओ, रेनॉ निसान ऑटोमोटिव इंडिया लिमिटेड और श्री राजसेकर भट्ट, जीएम-पीएलई एवं आरएनएआईपीएल सेफ्टी वर्टिकल हैड, सीएसआर कमेटी सदस्‍यों एवं आरएनएआईपीएल कर्मचारियों की मौजूदगी में किया।

साइनन ऑज़कॉक, प्रेसीडेंट, निसान इंडिया ऑपरेशंस ने कहा,”निसान अपने कर्मचारियों की खुशहाली को सबसे ज्‍यादा महत्‍व देता है। इस पहल के जरिए, हम कम सुविधाप्राप्‍त लेकिन अपरिहार्य विलेज कॉरिडोर की सुरक्षा में सुधार कर रहे हैं। हम अपने पार्टनर्स के साथ मिलकर जिस रोड इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर को स्‍थापित कर रहे हैं वह लोगों को दुर्घटना संभावित क्षेत्रों के बारे में सचेत करने, ट्रैफिक को व्‍यवस्थित करने तथा आपराधिक गतिविधियों को नियंत्रित करने में मदद करेगा। लगातार निगरानी और रखरखाव के जरिए हमें यकीन है कि यह परियोजना आरएनएआईपीएल कर्मियोंसमेतअन्‍य कंपनियों के कर्मचारियों तथा आम जनता के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी।”

बीजू बालेंद्रन, एमडी, सीईओ, रेनॉ निसान ऑटोमोटिव इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने कहा, ”निसान इंडिया ने हमेशा से कर्मचारियों और आम जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है। ओरगदम इंडस्ट्रियल कॉरीडोर में कई मैन्‍यूफैक्‍चरिंग प्‍लांट्स हैं और यहां स्‍थानीय ग्रामीणों का भी आना-जाना लगा रहता है तथा भारी उपकरणों की ढुलाई करने वाले वाहनों की लगातार आवाजाही के चलते यह ऐसा क्षेत्र है जिसकी सुरक्षा का बंदोबस्‍त प्राथमिकता के आधार पर करना चाहिए। इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर प्रोजेक्‍ट के दायरे में कई प्रकार के गंभीर मसले शामिल हैं जिनमें अपराध, यातयात, दुर्घटना सुरक्षा आदि प्रमुख हैं, ताकि विलेज कॉरीडोर को हरेक के लिए ज्‍यादा सुरक्षित बनाया जा सके।”

ओरागदम मैन्‍यूफैक्‍चरिंग कॉरीडोर में 50 से अधिक कंपनियां और 12 गांव शामिल हैं, जो सुरक्षा संबंधी आधारभूत सुविधाओं के अभाव के बावजूद अक्‍सर कर्मियों एवं ग्रामीणों द्वारा इस्‍तेमाल किए जाते हैं।

नई परियोजना के तहत्, सीसीटीवी कैमरों की मदद से अपराध, चौराहों पर ट्रैफिक सिग्‍नलों, अस्‍थायी गोलचक्‍करों और ट्रैफिक नियंत्रण के लिए सड़कों और राष्‍ट्रीय राजमार्गों (खासतौर से ओरागदम एसआईपीसीओट के नज़दी) पर बैरीकैडिंग आदि पर नज़र रखी जाएगी। इसके अलावा, डिवाइडर्स पर रोड लाइट ब्लिंकर्स, जिन राजमार्गों की मरम्‍मत की जा रही है और जिनके किनारे वृक्षारोपण चल रहा है, वहां पर वाहन चालकों को सचेत करने के लिए सोलर ब्लिंकर्सकी मदद से निगरानी का बंदोबस्‍त किया जाएगा।