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भारत का यूएई के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट

जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) भारत में रत्न और आभूषण व्यापार के शीर्ष निकाय ने भारत-यूएई के बीच ऐतिहासिक एफटीए की सराहना की । जीजेईपीसी उन स्टेकहोल्डरों में से एक था जो भारतीय रत्न और आभूषण उद्योग के लिए अपनी सिफारिशों और सुझावों को सरकार के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए लगातार सरकार के साथ जुड़ा रहा । यूएई मे भारत के प्लेन गोल्ड ज्वेलरी निर्यात का 80 प्रतिशत और स्टूडेड ज्वेलरी निर्यात का 20 प्रतिशत हिस्सा है।

एफटीए के बारे में बात करते हुए जीजेईपीसी के अध्यक्ष कॉलिन शाह ने कहा, इंडो-यूएई एफटीए भारतीय आभूषणों के सबसे बड़े खरीदारों में से एक के साथ व्यापारिक संबंधों को और अधिक मजबूत करेगा । माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के बृहद विजन से पूरे गल्फ रीजन और उससे आगे के साथ भारत के आर्थिक संबंधों को बदल देगी और भारतीय प्लेन गोल्ड और स्टेड ज्वेलरी के निर्यात को भी जो रत्न और आभूषण निर्यात का 26 प्रतिशत के साथ अब तक का सबसे बड़ा उपभोक्ता देश है, को फिर से मजबूत करेगा। यह भारत में किफायती दरों पर कच्चे माल के आयात का मार्ग प्रशस्त करेगा और यूएई के बाजार में तैयार उत्पादों तक आसानी से पहुंच प्रदान करेगा। एफटीए 2022-23 तक रत्नों और आभूषणों के निर्यात में 52 अरब डॉलर तक पहुंचने के भारत के लक्ष्य को तेजी से मार्ग प्रशस्त करेगा । पूरे भारतीय रत्न तथा आभूषण उद्योग जगत की ओर से मैं यूएई के साथ इस स्ट्रेटेजिक पैक्ट के लिए माननीय नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करना चाहता हूं । यह साझेदारी भारतीयों को स्वतंत्र करेगी और चेन-स्टोर रिटेलर्स विक्रेताओं को भी सीधे यूएई स्थित उपभोक्ताओं को आभूषण निर्यात करने में सक्षम बनाएगी।

जीजेईपीसी के उपाध्यक्ष विपुल शाह ने कहा, यूएई के साथ रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए हमारे माननीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल का आभार, चूंकि रत्न और आभूषण उत्पाद उच्च मूल्य की वस्तुएं हैं उपभोक्ता देश में आयात शुल्क में कोई भी रियायत हमारे निर्यातकों को एक बड़ी राहत प्रदान करती है । यूएई को आभूषण निर्यात निकट भविष्य में नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा और हमें अपने क्षेत्र को आत्मानिर्भर भारत बनाने की दिशा में आगे ले जाने में भी सक्षम होंगे।

के श्रीनिवासन संयोजक ज्वैलरी पैनल कमेटी जीजेईपीसी ने कहा, यूएई के साथ एफटीए हमारे माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक मास्टरस्ट्रोक है भारत से हमारे रत्न और आभूषण निर्यात में यूएई का पहले से ही बड़ा हिस्सा है । एफटीए यूएई को प्लेन गोल्ड के आभूषण निर्यात को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने में मदद करेगा मैं रत्न और आभूषण क्षेत्र के लिए यह अवसर पैदा करने के लिए माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं।

जीजेईपीसी के रीजनल चेयरमैन (दक्षिणी क्षेत्र) महेंद्र तयाल ने कहा, यूएई के साथ एफटीए निश्चित रूप से भारत से यूएई को होने वाले कुल निर्यात को बढ़ावा प्रदान करेगा। खासकर इस समझौते से भारतीय ज्वैलरी इंडस्ट्री को काफी फायदा प्राप्त होगा। यह भारत से गल्फ क्षेत्रों में रत्न और आभूषण निर्यात को पुनर्जीवित करने और बढ़ावा देने में मदद करेगा, अनुमानित रूप से सालाना 10 बिलियन अमरीकी डालर का निर्यात को प्राप्त किया जा सकता है।