एग्रीटेक प्लेटफार्म कृषि नेटवर्क ने सुपर स्टारपंकज त्रिपाठी को कंपनी में निवेशक और ब्रैंड एंबैसडर बनाने की घोषणा की है। पंकज त्रिपाठी के साथ इस गठबंधन के चलते स्टार्टअप आम जनता तक पहुंच में विस्तार करने के साथ-साथ, जमीनी स्तर पर भी किसानों से जुड़ेगा। पंकज पहले किसान रह चुके हैं और उनकी यह पृष्ठभूमि इस स्टार्टअप के किसानों को बेहतर मुनाफे का लाभ दिलाने में मदद करने के ध्येय के अनुरूप है। कंपनी किसानों को खेती संबंधी कई महत्वपूर्ण सवालों के तत्काल जवाब देकर उन्हें महत्वपूर्ण फैसले लेने में मदद करती है।
इस गठबंधन के बारे में पंकज त्रिपाठी का कहना है, ”किसानी की पृष्ठभूमि के चलते,मैं हमेशा से उन प्रयासों में मदद देने को उत्सुक रहता हैं जो किसानों को अपने कारोबार को बढ़ावा देने वाली जानकारी सुलभ कराते हैं। जब मैं खेती-बाड़ी किया करता था तो सही जानकारी प्राय: उपलब्ध नहीं होती थी, लेकिन कृषि नेटवर्क जिस तरह से आज किसानों को सपोर्ट दे रहा है, वह वाकई सराहनीय पहल है।‘‘
कृषि नेटवर्क की स्थापना आईआईटी खड़गपुर के पूर्व छात्रों आशीष मिश्रा तथा सिद्धांत भूमिया ने की है और यह इंटरनेट की गांवों-देहातों में बढ़ती पैठ का लाभ उठाकर ऐसा प्लेटफार्म उपलब्ध करा रहा है जिसकी मदद से किसानों की पहुंच ऐसी महत्वपूर्ण जानकारी तक होती है जो उन्हें अपनी भूमि से अधिक लाभ कमाने में मददगार साबित होती है। कंपनी किसानों को ऑनलाइन तथा ऑफलाइन सपोर्ट देती है और इसने कई एग्री ब्रैंड्स, एग्री-इनपुट मर्चेंट्स तथा कृषि सप्लाई चेन से जुड़े अन्य कई हितधारकों को भी जोड़ा है। कृषि नेटवर्क ऍप फिलहाल हिंदी, मराठी, पंजाबी और अंग्रेजी में उपलब्ध है तथा जल्द ही इसे अन्य कई भाषाओं में भी लॉन्च करने की योजना है।
इस घोषणा के बारे में कृषि नेटवर्क के संस्थापक आशीष मिश्रा ने बताया, ”हमने भारतीय कृषि क्षेत्र में बदलाव लाने के मकसद से कृषि नेटवर्क की शुरुआत की थी और इसके लिए हम किसानों को पूरे भरोसे के साथ बदलाव को अपनाने के लिए तैयार करते हैं। हम उन्हें अपने स्थानीय क्षेत्र से बाहर तक के विशेषज्ञों तथा अन्य एग्री–व्यवसायों से जुड़ने का लाभ दिलाते हैं। हमें इस पहल के लिए जताए गए भरोसे को देखकर खुशी है और हम आगे भी भारतीय किसानों के विकास की राह में पेश आने वाली अड़चनों को दूर करने के लिए अथक प्रयास जारी रखेंगे।‘‘
कंपनी के एक निवेशक संजीव रंग्रास (ग्रुप हैड – आर एंड डी, सस्टेनेबिलिटी, आईटीसी) का कहना है, ”किसान सही मायने में उद्यमी होते हैं और वे एक जटिल कारोबार का प्रबंधन करते हैं। कृषि नेटवर्क ऐसा इंजन है जिसे किसानों के समुदायों का समर्थन हासिल है। मुझे आशीष और सिद्धांत के नेतृत्व वाले कषि नेटवर्क को देखते ही यह लग गया था कि इससे किसानों की दुनिया में बदलाव आएगा।”
कंपनी फिलहाल 30 लाख किसानों से जुड़ी है और अपने नेटवर्क में और विस्तार को उत्सुक है। कंपनी किसी भी कृषि सेवा से जुड़े सवालों के लिए ’15 मिनट में जवाब’देने की पेशकश करती है, और यह इस प्लेटफार्म पर रजिस्टर्ड 8000 से अधिक विशेषज्ञों के चलते संभव हुआ है। कृषि नेटवर्क किसानों को विभिन्न हितधारकों से संपर्क का अवसर दिलाता है। साथ ही, यह समूचे एग्री-इकोसिस्टम के लिए भी फायदेमंद है और किसानों के लिए दोतरफा संचार का जरिया बनता है।
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