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पब्लिक ऐप ने 30,000 स्थानीय प्रमोटर्स को दिया जियो-टारगेट

भारत के सबसे बड़े लोकेशन-आधारित सोशल नेटवर्क पब्लिक ऐप के लिए वर्ष 2021 अच्छा रहा। इस दौरान, ऐप ने देश के 30,000 से ज़्यादा स्थानीय प्रमोटर्स को महज़ 1,000 रुपये में अपने उत्पादों और सेवाओं का प्रचार ऐप पर करके अपने आसपास के ग्राहकों तक पहुंचने का मौका दिया है। लोकल प्रमोटर्स जैसे कि छोटे कारोबारी और नेता इस मौके का लाभ उठाकर राजस्‍थान में 5 मिलियन यूज़र्स तक पहुंचे जो पुष्ट अपडेट के माध्यम से अपने आसपास की जानकारी प्राप्‍त करने के लिए सक्रिय तौर पर ऐप का इस्तेमाल करते हैं। विभिन्न सेक्टर्स से संबंध रखने वाले स्थानीय कारोबारियों को इन प्रचार गतिविधियों से लोगों के बीच ज़बरदस्त प्रतिक्रिया मिली है और उन्हें अपने उत्पादों और सेवाओं की मांग में भी उछाल देखने को मिल रही है।

जिन छोटे कारोबारों को हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है, वे इस महामारी के दौरान सबसे बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। राज्यों में समय-समय पर लॉकडाउन लगाए गए और इन्हें लेकर अनिश्चितता का सामना करना पड़ा जिसकी वजह से छोटे कारोबारों को अपनी दुकानें बंद करनी पड़ीं और उनकी बिक्री में भारी गिरावट आई। पब्लिक ऐप इन कारोबारों को डिजिटल तरीकों का इस्तेमाल करके ग्राहकों को जियो-टारगेट करके अपने उत्पादों और सेवाओं का प्रचार करने और अपने स्थानीय ग्राहकों को टारगेट करने का मौका देता है। इससे छोटे कारोबारों को महामारी के बुरे प्रभावों से तेज़ी से उबरने और अपने पैरों पर खड़ा होने में मदद मिली है।

श्री गंगानगर में आयुर्वेदिक औषधियों के विक्रेता जीएलसी हैल्‍थकेयर के दीपक ने कहा, ‘हम अलग-अलग प्रकार की स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं के लिए पंद्रह से भी अधिक प्रकार के आयुर्वेदिक उत्‍पादों को उपलब्‍ध कराते हैं और हम पिछले तीन महीने से अपने उत्‍पादों का प्रचार करने के लिए पब्लिक ऐप की मदद ले रहे हैं। हमने अपने लक्षित ग्राहक वर्ग तक पहुंचने के लिए इस प्‍लेटफार्म का सफलतापूर्वक इस्‍तेमाल किया है और हमें अपने आयुर्वेदिक उत्‍पादों पर अच्‍छी प्रतिक्रियाएं मिली हैं। गंगानगर में लोकप्रियता के बाद, हमें अपने वीडियो राजस्‍थान के अन्‍य इलाकों में वायरल करवाने में सफलता मिली है और यही वजह है कि राज्‍य में अलग-अलग जगहों से हमें कई ऑर्डर्स मिले हैं। हमने अब तक जितने भी सोशल मीडिया प्‍लेटफार्मों का प्रयोग किया है, उनमें पब्लिक ऐप हमारी पहुंच के दायरे को विस्‍तार देने में काफी फायदेमंद साबित हुई है। मैं हर छोट कारोबारी से यही कहना चाहता हूं कि वे अपने बिज़नेस को प्रचारित करने के लिए पब्लिक ऐप का इस्‍तेमाल करें।”

राष्ट्रीय स्तर के और राज्य, तहसील और ग्राम पंचायत स्तर के स्थानीय नेता भी त्योहारों के मौसम में अपनी शुभकामनाएं देने, नए कानूनों के बारे में जानकारी देने या आगामी चुनावों के बारे में लोगों को बताने के लिए सबसे दिलचस्प और इनोवेटिव वीडियो फॉर्मेट में पब्लिक ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं। पब्लिक ऐप इन नेताओं को उपयोगकर्ताओं पर गहरी छाप छोड़ने में भी मदद कर रहा है क्योंकि स्थानीय भाषाओं में किया जाने वाला प्रचार बातचीत के अंदाज़ में ही होता है। इससे वे ग्राम पंचायत मुखिया जैसे जमीनी स्‍तर के राजनीतिकों को आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करने के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध करा रहे हैं जहां वह अपने लोगों को वीडियो के माध्यम से जियो-टारगेट कर सकता है और नई टीकाकरण नीति के बारे में उन्हें जागरूक कर सकता है।

ऐप की सेवाओं का इस्‍तेमाल करने के बाद चुरू के राज्‍य अध्‍यक्ष मुश्‍ताक खान ने कहा, ”हम इस ऐप की पहुंच से काफी खुश हैं। इसने हमें बिना किसी प्रयास के अपनी पार्टी का संदेश बड़े पैमाने पर लक्षित दर्शकों तक ले जाने में मदद की। ऐप का डिजाइन भी काफी आकर्षक है।”

ऐप पर होने वाले प्रचार से ग्राहकों को भी समान रूप से फायदा होता है क्योंकि उन्हें स्थानीय तौर पर प्रचार करने वालों और उनकी पेशकशों के बारे में पता चलता है। अपनी व्यापक पहुंच और क्षमता के दम पर पब्लिक ऐप न सिर्फ रीयल-टाइम अपडेट उपलब्ध कराता है बल्कि छोटे कारोबारों, प्राधिकारियों और नेताओं को सही दर्शकों से जोड़ने में मदद करता है। आसपास के दायरे में रहने वाले लोगों को टारगेट करने से लेकर इनोवेटिव विज्ञापन के माध्यम से स्थानीय भाषा में अपने संदेश लोगों तक पहुंचाने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने तक, यह ऐप स्थानीय तौर पर प्रचार करने वाले लोगों के लिए अपने उपयोगकर्ताओं से बेहतर तरीके से जुड़ने में मदद करने के लिहाज़ से वरदान साबित हुआ है।

तरुण अरोड़ा, चीफ़ ऑपरेटिंग ऑफिसर, पब्लिक ऐप ने कहा, “भारत के स्थानीय प्रमोटर्स ने हम पर जो विश्वास जताया है, उससे हम बेहद खुश हैं और यह उनके प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। पब्लिक ऐप किए जाने वाले प्रमोशन के माध्यम से अच्छी प्रतिक्रिया मिलना बेहतर कल की दिशा में बढ़ाया गया एक कदम है। हम भारत में 30,000 से ज़्यादा स्थानीय प्रमोटर्स से सक्रिय तौर पर जुड़े हुए हैं और हमारा लक्ष्य इस साल के आखिर तक कम से कम 2 लाख लोगों से जुड़ने का है।”

आज पब्लिक ऐप के सक्रिय उपयोगकर्ताओं की संख्या 6 करोड़ से ज़्यादा है और इसका इस्तेमाल 50,000 से ज़्यादा चयनित अधिकारी, सरकारी प्राधिकारी, नागरिक पत्रकार, कॉन्टेंट तैयार करने वाले और मीडिया संस्थान स्थानीय लोगों से जुड़ने के लिए करते हैं। पब्लिक ऐप हर स्थानीय चीज़ के लिए सोशल नेटवर्क है: बिल्कुल स्थानीय स्तर के अपडेट से लेकर स्थानीय कारोबार, नौकरियों, वर्गीकृत और अन्य जगहों पर होने वाली चीज़ों तक।