मायराह टियर 2 शहरों और छोटे शहरों में छोटे कारोबारियों को आधुनिक बनाने और स्थानीय समुदायों को अपने ग्राहकों तक बेहतर ढंग से पहुंचने तथा एक प्रभावशाली डिजीटल उपस्थिति दर्ज कराने के लिए डिजीटल अभिायान चला रहा है। मायराह की सेवाएं वर्तमान में अंग्रेजी, हिन्दी, मराठी, बांग्ला, गुजराती, कन्नड़, तमिल, तेलुगू और मलयालम में उपलब्ध है। पचास हजार से अधिक उद्यमियों और व्यवसायों में अपनी डिजीटल उपस्थिति बनाने और मैनेज करने के लिए मायराह का उपयोग किया जा रहा है। मायराह एक टेक्नोलॉजी आधारित कम्पनी है और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी (एआई) का उपयोग करती है ताकि एमएसएमईज, छोटे कारोबारियों तथा पेशेवरों को अंग्रेजी सहित विभिन्न भारतीय भाषाओं में डिजीटल आईडेंटिटी उपलब्ध हो सके।
एक सुदृढ़ शोध मानसिकता के साथ मायराह का लक्ष्य छोटे कारोबारियों को वेब 2.0 और भविष्य के वेब 3.0 में डिजीटल पहचान बनाने और मैनेज करने में सक्षम बनाता है। मायराह वेब डेवलपर्स और फ्रीलांसर्स के साथ भागीदारी करता है ताकि उन्हें अपने उत्पादन समय को कम करने और दक्षता बढ़ाने के लिए टेक्नोलॉजी प्रदान की जा सके।
गौरतलब है कि लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमईज) भारतीय अर्थ व्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जो भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में करीब 30 प्रतिशत का योगदान करने के साथ ही 11 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाते हैं। लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों को देखा जाए तो, भारत में 26 नवंबर, 2021 तक लगभग 6.3 करोड़ एमएसएमई कार्यरत हैं। हालांकि, चल रही महामारी ने एमएसएमई को प्रभावित किया है । फिनटेक स्टार्टअप अकाउन्ट बुक द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार इस क्षेत्र में 2021 में कारोबारी आय में 11 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है, जबकि 2020 में यह 46 प्रतिशत थी। । दिलचस्प बात यह है कि इस अवधि के दौरान एमएसएमई के डिजीटल प्लेटफॉर्म को अपनाने की संख्या में भी तेजी आई है। रिपोर्ट के अनुसार, एमएसएमई द्वारा प्रति उपयोगकर्ता इन-ऐप सुविधाओं का उपयोग करने में पिछले वर्ष की तुलना में 72 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
यह बात सत्य है कि डिजीटल परिवर्तन कारोबार विकसित करने का मार्ग प्रशस्त करता है, लेकिन एमएसएमईज और छोटे कारोबारियों को अक्सर जटिल टेक्नोलॉजी और अधिक लागत के कारण इनका उपयोग करना लागत की दृष्टि से एक बड़ी चुनौती बना हुआ है।
मायराह कारोबारियों के लिए टेलर मेड वेबसाइट और अन्य डिजीटल सम्पत्ति बनाने के लिए एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी का उपयोग करता है। अपने टेक्नोलॉजी सक्षम डिजीटल पहचान प्लेटफॉर्म के साथ इंटरनेट एसेस करने वाला कोई भी व्यक्ति मात्र कुछ क्लिक में अपनी डिजीटल प्रॉपर्टी जैसे वेबसाइट, लोगो, डोमेन नेम इत्यादि बना सकता है और उन्हें आवश्यकतानुसार मैनेज कर सकता है।
मायराह का लक्ष्य एमएसएमईज और छोटे उद्यमों को उनके व्यवसाय को ऑनलाइन विकसित करने में सहयता करना है, क्यों की कोविड जैसी महामारी से हम अभी हाल मे कुछ उबरे है। अपने उत्पाद और सेवा की ऑफर्स का उपयोग करते हुए एक सुदृढ ग्राहक सहायता के साथ मायराह आसानी और किफायती रूप से डिजीटल पहचान बनाने में मदद कर सकता है।
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