भारत सरकार के कॉमन सर्विस सेंटर्स (सीएससी) के साथ साझेदारी के माध्यम से वित्तीय समावेशन को आगे बढ़ाने के एचडीएफसी बैंक के प्रयासों को प्रतिष्ठित सीआईआई डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन अवार्ड 2021 में वित्तीय समावेशन के लिये “मोस्ट इनोवेटिव बेस्ट प्रैक्टिस” घोषित किया गया है। बैंक ने देश के लगभग 50 हजार गांवों में वित्तीय समावेशन को और आगे बढ़ाया है।
सीआईआई अवार्ड मिलने पर सुश्री स्मिता भगत, ग्रुप हैड गवर्नमेंट एण्ड इंस्टीटूशनल बिजनैस, बीसी बैंकिग, (सीएससी पार्टनरशिप) एण्ड स्टार्ट-अप्स एचडीएफसी बैंक ने कहा, कि इस पुरस्कार को प्राप्त कर हम काफी रोमांचित है । मुझे लगता है कि रोटी, कपड़ा, मकान और एक्सेस टू बैंकिग और वित्त आज की बुनियादी जरूरते है। यह पहल वास्तविक रूप में जीवन में बदलाव ला रही है और हम आभारी है कि इतने बड़े पैमाने पर परिवर्तन लाने में हम सक्षम हुऐ है। यह सीएससी ई- गवर्नेंस एवं इसके सीईओ मि. दिनेश त्यागी के बगैर संभव नही था। उन्होने कहा कि यह तो बस एक शुरूआत है एवं हमें अभी काफी आगे बढ़ना है।
भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) ने भारत में डिजिटल परिवर्तन में उत्कृष्टता को मान्यता देने के लिए डिजिटल परिवर्तन पुरस्कार की स्थापना की। सीआईआई को श्रेणी के लिए 450 प्रविष्टियां मिलीं। इनमें से, जूरी ने प्रस्तुति के लिए 76 को आमंत्रित किया और चार मापदंडों पर अपना निर्णय आधारित किया। प्रौद्योगिकी का इष्टतम उपयोग; समाधान की विशिष्टता; संगठन को लागत लाभ (वित्तीय और गैर-वित्तीय) और प्रतिकृति का दायरा।
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