स्क्वायर पांडा इंडिया, देश में शिक्षक सशक्तिकरण कार्यक्रमों और प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा (ईसीसीई) के लिए शिक्षा टेक्नोलॉजी में नवाचार लाने वाली कंपनी, ने साल 2021-22 से सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा कार्यक्रम शुरु करने के सरकार के फैसले की सराहना की है, जिसमें अगले पांच वर्षों तक प्रत्येक वर्ष में आंगनवाड़ी केंद्रों के 20% को कवर किया जाएगा।
स्क्वायर पांडा के लिए भारत में एमडी, आशीष झालानी ने कहा, “ भारत की शिक्षा प्रणाली जैसे जैसे भविष्य के लिए तैयारी कर रही है, हम भारत के इस प्रगतिशील कदम का स्वागत करते हैं जो एनईपी 2020 में परिकल्पित व्यवस्थागत बदलाव की प्रक्रिया की शुरुआत सुनिश्चित करेगा। हमारा यह मानना है कि अभ्यासक्रम, शिक्षा, टेक्नोलॉजी जागरुकता और वैयक्तिकृत आंकलन पर प्रासंगिक प्रमाण आधारित हस्तक्षेप इस समय की सबसे बड़ी ज़रुरतें हैं।
स्क्वायर पांडा इंडिया, एक विकास भागीदार की तरह कार्य कर रही है जो एनईपी 2020 पर केंद्रित बुनियादी शिक्षा एवं शिक्षक सशक्तिकरण कार्यक्रमों को उपलब्ध कराने के लिए प्रमुख हितधारकों, संस्थानों, समुदायों, और प्रभावकारी संस्थाओं के साथ मिल कर कार्य करती है।
कंपनी ने प्रारंभिक शिक्षा कार्यक्रम ‘आरंभ’ की शुरुआत की है जिसका लक्ष्य है प्रत्येक राज्य में शैक्षणिक इकोसिस्टम को उत्प्रेरित करना और इस प्रकार आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, ईसीसीई शिक्षकों, अभिभावकों, प्रशासकों और बच्चों पर सकारात्मक रुप से प्रभाव डालना। पिछले एक वर्ष में स्क्वायर पांडा इंडिया ने सशक्त कार्यक्रमों को लागू करने के लिए संपूर्ण भारत में काम किया है, जिसका प्रयास है आंगनवाड़ी शिक्षकों के कौशल को बढ़ाना और आधुनिक करना। यह ब्रांड की मान्यताओं का ही एक विस्तार है, कि प्रत्येक शिक्षा हितधारक के लिए समग्र परिवर्तन को आगे बढ़ाया जाए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रत्येक बच्चा उसकी पूर्ण क्षमता प्राप्त कर सके।
आशीष झालानी ने साझा करते हुए कहा, “हमने हमेशा ही भारत की शिक्षा चुनौतियों का समाधान ढूंढ़ने के लिए एक विभेदित एवं समग्र प्रणाली वाला तरीका चुना है।”
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