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एनआईआईटी यूनिवर्सिटी में डिजीटल इण्डिया की सफलता की चर्चा

उच्च शिक्षा एवं ज्ञान के उभरते क्षेत्रों में नवाचार लाने के लक्ष्य के साथ स्थापित एनआईआईटी यूनिवर्सिटी (एनयू) की 13वीं वार्षिक व्याख्यान माला में न्यू डेवलपमेंट बैंक के पूर्व अध्यक्ष श्री केवी कामथ ने डिजीटल इण्डिया, डिजीटल करेंसी और आर्थिक विकास विषय पर अपना सारगर्भित व्याख्यान दिया।

इस महत्वपूर्ण अवसर पर, श्री कामथ ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे डिजिटल इण्डिया कार्यक्रम ने भारत को डिजीटल रूप से सशक्त समाज और ज्ञान अर्थव्यवस्था में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने इस तथ्य पर भी प्रकाश डाला कि पिछले कुछ वर्षों में, डिजीटल तकनीक ने भारत के आर्थिक विकास की गति को तेज करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और कैसे एनयू जैसे संस्थान फ्यूचर लीडर्स को तैयार कर रहे हैं जो एक ऐसी दुनिया में सफलता की कहानियां लिखेंगे जो प्रौद्योगिकी द्वारा तेजी से प्रेरित होती जा रही है।

उन्होंने कहा डिजीटल परिवर्तन तो पहले से ही चलन में था, लेकिन महामारी के चलते इसमें तेजी आई और डिजीटल लेनदेन की गति बढ़ गई। एनआईआईी यूनिवर्सिटी ने अपनी स्थापना के साथ ही इसकी आधारशिला रख्ी है। और अब छात्रों को घरो तक ही  सीमित नही रखते हुए नगेट जैसे प्लेटफॉर्म के माध्यम से इस टेकनोलॉजी का समावेश किया है। इस वर्षिक व्याख्यान का लाइव प्रसारण एनआईआईटी यूनिवर्सिटी की यूट्यूब चैनल और फेसबुक पेज तथा ट्विटर हैण्डल पर देखे जा सकते हैं।

एनआईआईटी यूनिवर्सिटी के संस्थापक श्री राजेंद्र एस पवार ने कहा, ‘‘आज की दुनिया में भविष्य में अपने कैरियर को सुरक्षित करने के लिए, प्रत्येक व्यक्ति के पास एक डिजीटल आधार होना चाहिए। दुनिया महामारी से पहले की तुलना में तेजी से बदल रही है। इस बात पर कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका काम क्या है, आज की आवश्यकता यह है कि आपको सभी नए युग के प्रौद्योगिकी प्लेटफार्मों, विधियों और डिजिटल उपकरणों से अच्छी तरह वाकिफ होना चाहिए। एनयू में, हमने उच्च शिक्षा में मानक स्थापित करने और नवाचार और उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए एक वास्तविक प्रयास किया है।

एनआईआईटी यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष प्रो. राजेश खन्ना ने कहा, ‘‘कोविड-19 डिजीटल अर्थव्यवस्था के लिए एक ‘‘वरदान‘‘ साबित हुआ है। इसने देश को डिजीटल रूप से बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डिजीटल होने से न केवल अपडेट रहने में मदद मिलती है, बल्कि छात्रों को वास्तविक अवसर भी मिलते हैं। एनयू में हमने छात्रों को भविष्य के कौशल प्रदान करने के लिए अपने पाठ्यक्रम और हमारे शिक्षण सीखने के तरीकों में नए जमाने की तकनीकों को शामिल किया है।‘‘

उत्कृष्टता के संस्थान के रूप में संकल्पित एनयू चार मुख्य सिद्धांतों के आधार पर असाधारण शिक्षा प्रदान करता है जो सीखने को उद्योग से जुड़े,प्रौद्योगिकी आधारित, अनुसंधान-संचालित और निर्बाध बनाते हैं। एनयू मजबूत उद्योग सम्बन्धों और एक शोध उन्मुख दृष्टिकोण के निर्माण पर अपने ध्यान के माध्यम से ज्ञान अर्थव्यवस्था की उभरती जरूरतों को पूरा करने के लिए अच्छी तरह से तैयार है।