बीएसएल लिमिटेड ने वित्त वर्ष 22 की पहली छमाही में शानदार कारोबार प्रदर्शन किया है। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 3.29 करोड़ रुपये के घाटे से उबरते हुए वित्त वर्ष 22 की पहली छमाही में 6.41 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ (पीएटी) अर्जित किया है।
कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान देश के कई हिस्सों में कोविड की वजह से लगे प्रतिबंधों के बावजूद बीएसएल लिमिटेड की बिक्री पिछले साल के 140.98 करोड़ रुपये से बढ़कर 202.80 करोड़ रुपये हो गई।
छमाही परिणामों और विस्तार रणनीतियों के बारे में बात करते हुए कंपनी के प्रबंध निदेशक निवेदन चुरीवाल ने कहा, “हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि हमारा व्यवसाय घरेलू और निर्यात दोनों बाजारों में हमारे सभी व्यावसायिक क्षेत्रों में बढ़ा है और हमें खुशी है कि हमने अच्छे नतीजे दिए हैं। इस साल के पहले छह महीने में हमने बेहतर नतीजे दिए हैं और हमें उम्मीद है कि हम आगे भी ऐसा करते रहेंगे। हमने सभी व्यावसायिक क्षेत्रों में कई गुना वृद्धि के लिए रणनीतिक योजनाएं बनाई हैं और हम अपने व्यवसायों को घरेलू और फर्निशिंग के मौजूदा क्षेत्र में बढ़ा रहे हैं। इसके साथ ही हम कॉटन स्पिनिंग के क्षेत्र में भी प्रवेश करेंगे। कॉटन स्पिनिंग और अन्य परियोजनाओं के लिए 125 करोड़ रुपये के लागत की कैपेक्स के साथ कंपनी इन 3 वर्गों के आधार पर अगले कुछ वर्षों में तेज वृद्धि पर ध्यान केंद्रित कर रही है।’’
बीएसएल लिमिटेड ने 125 करोड़ (+) के लागत की कैपेक्स की योजना बनाई है, जिसके आधार पर वह भीलवाड़ा में अपनी मौजूदा उत्पादन सुविधा के भीतर कॉटन स्पिनिंग संयंत्र स्थापित करेगी, जिसके 2022 के अंत तक शुरू होने की उम्मीद है। इससे कंपनी के क्रय तथा लाभ दोनों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
इसके अलावा, बीएसएल तीन अलग-अलग ब्रांडों के साथ अपने घरेलू कारोबार का भी विस्तार कर रहा है और न केवल पूरे भारत में अपनी डीलर उपस्थिति का विस्तार कर रहा है, बल्कि एक नए डीटीआर ब्रांड के साथ अखिल भारतीय आधार पर खुदरा विक्रेताओं की उपस्थिति का भी विस्तार कर रहा है। कंपनी की योजना अगले एक साल के भीतर 2000 रिटेलर्स को लक्षित करने की है। यहां का कारोबार अगले 2-3 वर्षों में दोगुना होने की उम्मीद है।
बीएसएल, आइकिया के साथ मौजूदा कारोबार में वृद्धि के साथ अपने फर्निशिंग व्यवसाय को भी बढ़ा रहा है। इससे सामान्य निर्यात दोनों को बढ़ावा मिलेगा और हमें अगले 2-3 वर्षों में इस सेगमेंट के कारोबार के दोगुना करने की उम्मीद है। इसके अलावा, यह मेड-अप्स के लिए एक नया ब्रांड भी लॉन्च कर रहा है जैसे कि तैयार पर्दे, तौलिये आदि और यह देशव्यापी आधार पर ई-कॉमर्स और लार्ज फॉर्मेट स्टोर्स पर ध्यान केंद्रित करेगा। अगले 2-3 वर्षों के भीतर बेहतर मुनाफे के साथ 700 करोड़ (+) रुपये की बिक्री हासिल करने के लिए कंपनी ने एक मजबूत व्यवसायिक योजना बनाई है।
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