प्रोजेक्ट हर एण्ड नाउ से सम्बद्ध प्रियंका बरकाना अपने उद्यम व्हाईट एलीफेन्ट जयपुर के माध्यम से बच्चों एवं किशोरों के समग्र विकास एवं सॉफ्ट स्किल्स को बढ़ावा देने के क्षेत्र में प्रयासरत है। व्हाईट एलीफेन्ट जयपुर ई- लर्निग सेवाओं की व्यापक रेंज प्रस्तुत करता है, जहां व्यक्तिगत, सामुहिक ऑनलाइन सत्रों, कार्यशालाओं एवं पाठ्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को कौशल आधारित शिक्षा/व्यवसायिक प्रशिक्षण दिया जाता है।
यह उद्यम बच्चों के समग्र विकास और शिक्षा पर ध्यान केन्द्रित करता है (स्कूली शिक्षा के दायरे में और इसके बाहर) ताकि वे शिक्षा पाकर हाथी की तरह विशाल एवं अच्छी ज़िंदगी जी सकें। साथ ही प्रियंका ‘गुलाबी नगरी’ को भी सम्मान देना चाहती थीं, इसीलिए उन्होंने अपने उद्यम के नाम में ‘जयपुर’ शहर का नाम शामिल किया।
हर एण्ड नाउ के साथ इस साझेदारी के बारे में बात करते हुए प्रियंका बरकाना ने कहा, ‘‘हर एण्ड नाउ प्रोग्राम मेरे जीवन में वरदान बन कर आया, इसने मुझे नई ताकत दी, मेरी उद्यमिता की यात्रा के लिए मार्गदर्शन दिया। इसने एक उद्यमी के रूप में मुझे तैयार किया और कई तरीकों से मुझे कारोबार के बारे में जानकारी दी।
‘‘जब मैं मां बनी, मैंने अपने बेटे हर्षोदय को पढ़ाना शुरू किया। मैंने देखा कि किस तरह मेरे बेटे की रूचि पढ़ाई एवं अन्य गतिविधियों में बढ़ती जा रही थी और उसके व्यक्तित्व का विकास हो रहा था। बच्चों की समग्र शिक्षा एवं विकास को बढ़ावा देने के दृष्टिकोण के साथ व्हाईट एलीफेन्ट जयुपर की शुरूआत की गई। मैं आम अध्यापिका बन कर नहीं रहना चाहती थी बल्कि बच्चों पर ऐसा सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करना चाहती थी, जो उनके जीवन में स्थायी बदलाव ला सके। इसी सोच के साथ हमने 6 से 10 साल के बच्चों के लिए अपनी सेवाओं की शुरूआत की। समय के साथ व्हाईट एलीफेन्ट की सेवाओं को 16 साल तक के बच्चों के लिए बढ़ाया गया। आज व्हाईट एलीफेन्ट जयपुर, संभवतया राजस्थान राज्य एवं देश का एकमात्र उद्यम है जो बच्चों एवं युवाओं को उनकी शिक्षा से लेकर रोजगार तक के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है।’’ प्रियंका बरकाना, संस्थापक, व्हाईट एलीफेन्ट, जयपुर ने कहा।
बहुत छोटी सी समय अवधि मे, व्हाईट एलीफेन्ट जयुपर की डब्ल्यूईजे ऑनलाईन एकेडमी, जयपुर एवं आस-पास के क्षेत्रों में छात्रों और अभिभावकों के बीच बहुत लोकप्रिय हो गई है। यह उद्यम जयपुर के 100 से अधिक स्कूलों के साथ साझेदारी कर चुका है और कई अन्य शैक्षणिक संस्थानों एवं सॉफ्ट स्किल्स प्रदान करने वाले संगठनों के साथ मिलकर काम कर रहा है। एकेडमी कोविड-19 के दौरान तेज़ी से विकसित हुई और इस अवधि में इसके राजस्व में तकरीबन 20 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। हालांकि अब तक उद्यम की 100 फीसदी मार्केटिंग एवं प्रचार सिर्फ लोगों के माध्यम से ही हुआ है! अपने इस उद्यम के माध्यम से प्रियंका लर्निंग के तरीकों में सुधार लाकर छात्रों के व्यक्तित्व, शिष्टाचार एवं संचार को बेहतर बनाना चाहती हैं, उनमें पेशेवर कौशल के विकास को बढ़ावा देना चाहती हैं।
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