समाज के ज्ञान एवं समाज के उभरते क्षेत्रों में उच्च शिक्षा और सीखने के नवाचार लाने के लिए विजन के साथ स्थापित गैर लाभकारी एनआईआईटी यूनिवर्सिटी (एनयू) का मानविकी, सामाजिक विज्ञान एवं प्रबन्धन शिक्षा विषय पर तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन एंटेंटे रविवार को सम्पन्न हुआ। इस सम्मेलन के प्रमुख वक्ताओं में केडिला हैल्थ केयर के चीफ फायनेंशियल मैनेजर श्री नितिन डी पारेख, एनआईआईटी यूनिवर्सिटी के मैन्टर प्रोफेसर विजय मांडके, तथा एनआईआईटी यूनिवर्सिटी के ही फाउण्डिग प्रोफेसर श्री मरमार मुखोपाध्याय थे।
इस सम्मेलन का उद्देश्य अंतर अनुषासन अनुसाधान करना, चर्चा की सुविधा प्रदान करना और शिक्षाविदों , छात्रों, उद्योग विशेषज्ञों, चिकित्सकों, पेशेवरों, शोधकर्ताओं, नीति निर्माताओं आदि को अकादमिक ज्ञान और उद्योग प्रथाओं के बीच आई खाई को पाटने के लिए विचार और समाधानों को साझा करने के लिए प्रोत्साहित करना था।
इस सम्मेलन के दौरान चार प्रमुख पैनल डिस्कशन आयोजित किए गए जो इस प्रकार हैंः पैनल -1 चैलेंज इन स्कूल एज्यूकेशन इन न्यू नॉर्मल, पैनल -2 नेशनल एज्यूकेशन पॉलिसी 2020, पैनल -3 फ्यूचर ऑफ बैंकिंग इण्डस्ट्री इन न्यू नॉर्मल, पैलन 4 इथिक्स इन टेक्लोलॉजिकल एडवासमेंट, सम्मेलन में तकनीकी सत्रों के लिए विविध विषयों पर अनेक कार्यशालाएं भी आयोजित की गई, जो मार्केटिंग, मैनेजमेंट, फायनेंस, हुमन वैल्यूज एवं इथिक्स, साहित्य एवं एड-टेक पर आधारित थी जिन पर गहन विचार साझा किए गए।
सूचना एवं प्रौद्योगिमी में डिजीटलीकरण और आई प्रगति ने वैश्विक सूचना संग्रहण में काफी बढ़ोतरी की है। सम्पूर्ण मानवता में आई व्यापक गतिषीलता के कारण बहु आत्मीयता (मल्टी डायमेंशनल) का युग अस्तित्व में आया है, वैश्विकरण शब्द केवल अर्थव्यवस्था या वित्तीय प्रणालियों तक ही सीमित नहीं रह गया है।
इस सम्मेलन के आयोजन का मुख्य उद्देश्य भाषा और साहित्य, सामाजिक विज्ञान, प्रबन्धन और शिक्षा के क्षेत्र में बदलते प्रतिमानों पर विचार-विमर्श को सुगम बनाना था। उप-विषयों के व्यापक स्पेक्ट्रम ने अनुसंधान और शिक्षाशास्त्र में नैतिक, मनोवैज्ञानिक, सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, भाषाई, साहित्यिक, राजनीतिक और प्रशासनिक चिंताओं के जटिल सूची को एकीकृत करने की सुविधा प्रदान की। इस सम्मेलन का आयोजन जूम प्लेटफॉर्म पर विभिन्न शिक्षाविदों, स्कूल प्राचार्यों, सीईओज तथा छात्रों की उपस्थिति में किया गया।
इस सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए एनआईआईटी के प्रेसिडेन्ट प्रो. राजेश खन्ना ने कहा कि ‘‘हमारे सम्मानित पैनल सदस्यों को प्रख्यात शिक्षकों के साथ-साथ हमारे छात्रों से बातचीत करते देखकर बहुत अच्छा लगा। एंटेंटे सभी क्षेत्रों के पेशेवरों को एक ही टेबल पर लाने का एक इच्छित प्रयास था, और मुझे खुशी है कि हमारा उदेद्श्य पूरा हो गया। कोविड-19 ने हमें सिखाया कि प्रौद्योगिकी कितनी महत्वपूर्ण होती जा रही है। हमारी संस्था प्रौद्योगिकी के उसी सिद्धांत पर बनी है जो हमारे छात्रों को दूसरों पर बढ़त देती है।‘‘
उत्कृष्टता के संस्थान के रूप में संकल्पित एनयू चार मुख्य सिद्धांतों के आधार पर असाधारण शिक्षा प्रदान करता है जो सीखने को उद्योग से जुड़े,प्रौद्योगिकी आधारित, अनुसंधान-संचालित और निर्बाध बनाते हैं। एनयू मजबूत उद्योग सम्बन्धों और एक शोध उन्मुख दृष्टिकोण के निर्माण पर अपने ध्यान के माध्यम से ज्ञान अर्थव्यवस्था की उभरती जरूरतों को पूरा करने के लिए अच्छी तरह से तैयार है।
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