Home » मारेंगो सिम्स हॉस्पिटल में करेगा 450 करोड़ रुपये का निवेश
Featured Health Care

मारेंगो सिम्स हॉस्पिटल में करेगा 450 करोड़ रुपये का निवेश

मारेंगो एशिया हेल्थकेयर ने अहमदाबाद के सीआईएमएस हॉस्पिटल में अघोषित  हिस्सेदारी के लिए 450 करोड़ रुपये का निवेश करने की घोषणा की। इस निवेश के माध्यम से मारेंगो एशिया हेल्थकेयर ने  नई क्लीनिकल पार्टनरशिप (नैदानिक साझेदारी) बनाने, लेटेस्ट मेडिकल (नवीनतम चिकित्सा) और तकनीकी अविष्कार को ऑफर करने और सीआईएमएस हॉस्पिटल में ग्लोबल एक्सपर्टाइज्ड को लाने की योजना बनाई है ।

सीआईएमएस हॉस्पिटल की स्थापना 2010 में हुई थी। इस हॉस्पिटल को डॉ केयूर पारिख के नेतृत्व में हार्ट के डॉक्टरों की एक सम्मानित टीम द्वारा चलाया जाता है। पहले सीआईएमएस हॉस्पिटल में 125-बेड की सुविधा थी लेकिन अब इसे बढ़ाकर 330-बेड वाला मल्टी-सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल बनाया गया। सीआईएमएस हॉस्पिटल गुजरात का पहला जेसीआई  मान्यता प्राप्त हॉस्पिटल्स में से एक है और हार्ट ट्रांसप्लांट (हृदय प्रत्यारोपण), टीएवीआर, बाल चिकित्सा, बोन मेरो ट्रांसप्लांटेशन, कैंसर जैसी बहुत ही जटिल प्रक्रियाओं का सफलतापूर्वक संचालन करने वाला यह गुजरात राज्य का नंबर 1 हॉस्पिटल है।

मारेंगो एशिया हेल्थकेयर प्लेटफॉर्म के लिए यह पहला निवेश है, इसे समारा कैपिटल, हैवेल्स फैमिली इन्वेस्टमेंट ऑफिस और गोदरेज फैमिली इन्वेस्टमेंट ऑफिस द्वारा समर्थन दिया गया है। दोनों आर्गेनाइजेशन में हुई डील के अनुसार सीआईएमएस हॉस्पिटल के सभी संस्थापक डॉक्टर भी निवेशकों के रूप में मारेंगो एशिया में शामिल होंगे।

सीआईएमएस  के संस्थापक और अध्यक्ष डॉ. केयूर पारिख ने इस साझेदारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “सीआईएमएस हॉस्पिटल क्लीनिकल एक्स्सलेंस ( नैदानिक उत्कृष्टता) के मामले में गुजरात में नंबर 1 रैंक वाला हॉस्पिटल है, और हम पूरे भारत में सीआईएमएस  के फुटप्रिंट को संयुक्त रूप से बढ़ाने के लिए मारेंगो एशिया हेल्थकेयर के साथ जुड़कर बहुत उत्साहित हैं।”

मारेंगो एशिया हेल्थकेयर के संस्थापक सदस्य और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ राजीव सिंघल ने कहा – “हम सीआईएमएस हॉस्पिटल और डॉक्टरों की बेहतरीन टीम के साथ साझेदारी करने के लिए उत्साहित हैं। हमारे नेटवर्क के माध्यम से दुनिया के बेहतरीन डॉक्टरों और शैक्षणिक संस्थानों के साथ साझेदारी करके हम सीआईएमएस हॉस्पिटल की क्लीनिकल  ताकत को और आगे बढ़ाने का लक्ष्य रख रहे हैं और कार्डिएक साइंसेज, ऑन्कोलॉजी और ट्रांसप्लांट जैसे डिपार्टमेंट में बेहतरीन रिजल्ट पेश करेंगे।”