भारत के प्रमुख कम्यूनिकेशन सोल्यूशन्स प्रोवाइडर, भारती एयरटेल (“एयरटेल”) ने आज एक सेवा (सीपास)-‘एयरटेल आईक्यूवीडियो’ के रूप में अपना वीडियो प्लेटफॉर्म लॉन्च करने की घोषणा की। यह एयरटेल की इन-हाउस इंजीनियरिंग टीमों द्वारा विकसित किया गया समाधान है।
भारती एयरटेल के चीफ प्रोडेक्ट ऑफिसर आदर्श नायर ने कहा: “एयरटेल आईक्यूवीडियो एक आसान प्लेटफॉर्म है, जो किसी को भी जल्दी से निर्माण करने में सक्षम बनाता है और वीडियो स्ट्रीमिंग में अपने व्यवसाय को बढ़ाता है। यह उद्यमियों की कंटेंट पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित करेगा, जबकि एयरटेल आईक्यूवीडियो ग्राहकों के लिए एक शानदार अनुभव को सुनिश्चित करने के लिए एंड टू एंड तकनीक की एंकरिंग करता है। एयरटेल आईक्यूवीडियो के साथ, हम और अधिक कंटेंटस्टार्ट-अप और पारंपरिक कंटेंट कंपनियां को ऑनलाइन आने एवं उपभोक्ताओं के साथसीधेडिजिटल रूप से जुड़ने की उम्मीद करते हैं”
एयरटेल के रेसीलिएंट क्लाउड और अत्याधुनिक वीडियो तकनीकों का लाभ उठाकर, एयरटेल आईक्यूवीडियो व्यवसाय को न्यूनतम निवेश के साथ बुनियादी ढांचे और तकनीक में बड़ी व छोटी स्क्रीन के लिए विश्व स्तरीय वीडियो स्ट्रीमिंग उत्पाद बनाने में सक्षम है। एयरटेल आईक्यूवीडियो शुरू से अंत तक एक संपूर्ण समाधान है, जो लागत लाभ के साथ सुविधा देता है। इसमें ऐपडेवलपमेंट, कंटेंट होस्टिंग, क्यूरेशन और लाइफ साइकल मैनेजमेंट से लेकर सर्च एंड डिस्कवरी, एनालिटिक्स और मुद्रीकरण मॉडल (विज्ञापन, सदस्यता, लेनदेन) तक कई तरह की विशेषताएं शामिल हैं।
राज टीवी का उदाहरण लें, जिन्होंने तेजी से डिजिटल रूप से जानकार उपभोक्ताओं की सेवा के लिए ओटीटी मार्ग लेने के लिए एयरटेल आईक्यूवीडियो का उपयोग किया है। प्रबंध निदेशक राज टेलीविजन नेटवर्क एम राजेंद्रन कहते हैं, “हमारे पास कुछ बेहतरीन तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम फिल्मों के साथ 30,000 घंटे से अधिक की लाइब्रेरी कंटेंट थी। लेकिन इनमें से अधिकांश कंटेंट टेप/एनालॉग प्रारूपों में थी और दर्शक भी चाहते हैं कि ओटीटी के माध्यम से उन तक पहुंचें। एयरटेल आईक्यूवीडियो का उपयोग करके, हम अपनी कंटेंट को डिजिटाइज़ करने में सक्षम रहे और इसे अब एयरटेल के क्लाउड प्लेटफॉर्म पर होस्ट करते हैं। साथ ही इसे अपने ओटीटी ऐप के माध्यम से भारत और दुनिया भर में दर्शकों के लिए पेश करते हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि हम सबसे अच्छी तकनीक तक पहुंचने के साथ बहुत कम समय में और न्यूनतम आंशिक लागत पर इसे हासिल करने में सक्षम हैं, जिसने सुनिश्चित किया है कि उपयोगकर्ता का अनुभव बढ़िया हो। हम एयरटेल के साथ अपने संबंधों को और गहरा करने की उम्मीद कर रहे हैं।”
आरबीएसए एडवाइजर्स के अनुसार, भारत का वीडियो ओटीटी बाजार 2030 तक 12.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, जो वर्तमान में 1.5बिलियन अमेरिकी डॉलर है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि ओटीटी के क्षेत्र में विकास की अगली लहर की कहानी के केंद्र मेंटियरII, III और IV शहरों और क्षेत्रीय भाषाओं से आएगी। इन बदलते रुझानों को ध्यान में रखते हुए, मौजूदा ओटीटी उपयोगकर्ताओं की बढ़ती संख्या के समायोजित करने के लिए अपने तकनीकीप्लेटफार्मों को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। पारंपरिक कंटेंट प्रदाता जैसे क्षेत्रीय टीवी प्रसारक ओटीटी अनुप्रयोगों के माध्यम से अपनी लाइब्रेरियों के कंटेंट को डिजिटाइज़ करना चाह रहे हैं।
बीटा चरण के दौरान, एयरटेल आईक्यूवीडियो को एरोजनाउ और नेपाल के सीजी टेलीकॉम द्वारा भी उपयोग किया गया है। एयरटेल आने वाले वर्ष में इसप्लेटफॉर्म पर 50+ ब्रांडों को शामिल करने की उम्मीद कर रहा है क्योंकि बाजार में इसको लेकर काफी उत्सुकता है।
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