राजस्थान में इनफार्मेशन एजुकेशन एण्ड कम्युनिकेशन (आईसीसी) जागरूकता एवं संग्रह अभियान शुरू करने के लिए म्यूनिख मुख्यालय स्थित रिवर्स लॉजिस्टिक्स ग्रुप (आरएलजी) का एक अंग आरएलजी इंडिया ने राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ साझेदारी में आज चौथे अंतर्राष्ट्रीय ई-कचरा दिवस पर जागरूकता एवं संग्रह अभियान शुरू किया है। आरएलजी के इस ‘‘क्लीन टू ग्रीन ऑन व्हील्स’’ अभियान को आज राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कार्यालय से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह अभियान अलवर, भीलवाड़ा, जोधपुर एवं भिवाड़ी क्षेत्रों को कवर करेगा। कचरा संग्रहण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किये गये इस अभियान के तहत 20,000 से अधिक व्यक्तियों तक पहुंचने की उम्मीद है एवं 10 दिनों की अवधि में 45 गतिविधियों का संचालन करते हुए, 12 जिलों, 22 शहरों में यात्रा की जाएगी। अभियान के तहत इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक उपकरण से कचरे के संग्रह को बढ़ावा दिया जायेगा
राजस्थान राज्य में अपने जागरूकता अभियान का संचालन करते हुए, आरएलजी, आरएसपीसीबी के सहयोग से ऐसी गतिविधियों का संचालन करेगा जिसमें टेकबैक पोर्टल लॉन्च करना, घर-घर ई-कचरा संग्रह को बढ़ावा देना और शुरू से अंत तक पुनर्चक्रण के लिए स्थानीय कबाड़ीवालों से संग्रह को बढ़ावा देने के लिए प्रासंगिक हितधारकों के साथ आईईडब्ल्यूडी पर एक वर्चुअल वेबिनार आयोजित करना शामिल है।
थोक उपभोक्ताओं, आवासीय क्षेत्र, अनौपचारिक क्षेत्र, डीलर/खुदरा बाजार, शैक्षणिक संस्थानों में अधिकतम कवरेज के लिए 4 शहरों में ‘फीट ऑन स्ट्रीट’ तैनात किये जायेंगे ।
आईईसी जागरूकता और संग्रह अभियान के शुभारंभ के बारे में बात करते हुए, आरएलजी इंडिया की प्रबंध निदेशक, सुश्री राधिका कालिया ने कहा, “इलेक्ट्रॉनिक्स की मांग में वृद्धि ने अंतिम उपयोगकर्ताओं से ईईई के संग्रह को बढ़ावा देने हेतु जागरूकता पैदा करना अनिवार्य बना दिया है। राजस्थान में आईईसी जागरूकता और संग्रह अभियान के शुभारंभ के साथ, आरएलजी सभी बड़े / छोटे शहरों और कस्बों में ई-अपशिष्ट समस्या के समाधान प्रदान करने का प्रयास करता है। हम अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ और हरित भारत के निर्माण के अपने उद्देश्य के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
जागरूकता अभियान के बारे में बात करते हुए, आरएसपीसीबी के सदस्य सचिव, श्री आनंद मोहन ने कहा, “ई-कचरा प्रबंधन वर्तमान में राजस्थान में प्रमुख चिंताओं में से एक है। आज हम जिस एक प्रमुख बाधा का सामना कर रहे हैं, वह है उचित ई-कचरे के निपटान के महत्व के बारे में हितधारकों के बीच जागरूकता की कमी। हमने जागरूकता अभियान शुरू करने की उनकी महान पहल का हिस्सा बनने के लिए आरएलजी के सी2जी अभियान के साथ हाथ मिलाया है, जो न केवल हितधारकों को शिक्षित करेगा, बल्कि स्थायी ई-कचरा प्रबंधन का एक व्यावहारिक उदाहरण स्थापित करने के लिए राजस्थान के कई जिलों में गतिविधियों का संचालन भी करेगा। “
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