आने वाले त्योहारों के मौसम में उपभोक्ताओं के अनुरूप टिकाऊ और भरोसेमंद सामानों की बिक्री में उछाल आने वाला है, यह साल का सबसे बड़ा सेल सीजन है, यह मौजूदा दुकानदारों के लिए एक बड़े अवसर में बदलने वाला है। चूंकि, महामारी ने रिटेल मार्केट को बुरी तरह से प्रभावित किया है, ऐसे में सामान की लागत के अनुरूप ग्राहकों की मांग को पूरी करना दुकानदारों के लिए एक बड़ी चुनौती है। आरजू ऐसे लोगों को बेहतर विकल्प उपलब्ध कराता है, यह एक बी2बी रिटेल टेक्नोलॉजी आधारित स्टार्टअप है, जिसके पास आरजू क्रेडिट के रूप में 300 करोड़ रु. की क्रेडिट लाइन है। यह आर्थिक मदद दुकानदारों के व्यवसाय को बढ़ाने के लिए आसान क्रेडिट लाइन प्रदान करेगा जिससे उनके व्यवसाय को बढ़ाने में मदद मिलेगी, खासकर इस फेस्टिवल सीजन के दौरान।
आरज़ू क्रेडिट के तहत, भरोसेमंद दुकानदारों को कार्यशील पूंजी (वर्किंग कैपिटल) के रूप में 5 लाख से 20 लाख रुपये के बीच का क्रेडिट मिलता है। क्रेडिट के लिए आरज़ू बी2बी ऐप के माध्यम से पंजीकरण किया जा सकता है, यह प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल है और इस क्रेडिट को तुरंत वितरित किया जाता है। आरज़ू क्रेडिट सभी तृतीय श्रेणी के शहरों के व्यापारियों को वितरित किया जाना है, हालांकि लगभग 75% क्रेडिट द्वितीय और तृतीय श्रेणी के शहरों में वितरित कराया जायेगा।
आरज़ू के सह-संस्थापक और सीईओ खुशनुद खान कहते हैं, ”क्रेडिट लेंडिंग (उधारी) दुकानदारों के प्रति हमारे दृष्टिकोण को बदलने के लिए है, आरज़ू क्रेडिट एक आंशिक, उच्च लागत क्रेडिट तकनीक है, जो आसान है और तत्काल ऋण वितरण प्रक्रिया के साथ सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर मौजूद है जिसे आप खुद से उपयोग कर सकते हैं। इसके प्रति रिटेल समुदायों के शुरूआती रुझानों ने हमारे सभी अनुमानों को पीछे छोड़ दिया है। वर्किंग कैपिटल जो हजारों इलेक्ट्रॉनिक्स के दुकानदारों को प्रदान किया जा रहा है, उपभोक्ताओं के भरोसे पर खरा उतरने के लिए बहुत ही प्रभावशाली होगा।”
2018 में स्थापित, आरजू एक बी2बी कॉमर्स प्लेटफॉर्म है, इसने तकनीक आधारित प्लेटफॉर्म ‘गो स्टोर’ के माध्यम से दुकानदारों को प्रतिस्पर्धा करने और ई-कॉमर्स दिग्गजों के विपरीत बढ़ने के लिए सशक्त बनाने के साथ-साथ खुद को भारत के प्रमुख खुदरा प्रौद्योगिकी उद्यम के रूप में स्थापित किया है।
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