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प्रवासी भारतीयों के लिए कैसे सर्वश्रेष्ठ है चाइल्ड प्लान

पिछले दो दशकों का आंकडा देखा जाए, तो भारत ने बड़े पैमाने पर औद्योगिक और आर्थिक रूप से विकास किया है। यही कारण है कि पिछले कुछ समय में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश अर्थात फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (FDI) के शेयर में कई गुना बढ़ोतरी हुई है। भारतीय बाजार में अपना पैसा निवेश करने और अच्छा मुनाफा कमाने के लिए इस अवसर का फायदा न केवल भारतीय बल्कि प्रवासी भारतीय (एनआरआई) भी जमकर उठा रहे हैं। प्रवासी भारतीयों द्वारा भारतीय बाजार में निवेश करने के कुछ महत्वपूर्ण कारण हैं। पहला, वर्तमान समय में 9 प्रतिशत की जीडीपी विकास दर के साथ दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था होने का भारत द्वारा किया गया दावा, जो भारत को आने वाले 15-20 वर्षों तक निवेशकों के लिए उत्तम निवेश का केंद्र बनाता है। दूसरा, लागत को युक्तिपूर्ण बनाने की मांग में तेजी से अर्थव्यवस्था को मिला बढ़ावा। तीसरा, भारत का एक लंबी अवधि की आय वसूली का चर्म सीमा पर होना , जिसके अनुसार आय वृद्धि लगभग 25 प्रतिशत  होने की उम्मीद है।

विवेकजैन, हेडइन्वेस्टमेंट, पॉलिसीबाजारडॉटकॉम, “भारत में चाइल्ड प्लान में निवेश करने का एक सबसे बड़ा लाभ यह है कि यहां पर आपको यह प्लान एक अनूठी इन-बिल्ट सुविधा – वेवर ऑफ प्रीमियम के साथ मिलते हैं। यह अद्भुत विशेषता इस बात का ख़ास ध्यान रखती है कि किसी दुर्भाग्य वश आपके न होने पर भी आपके बच्चे का भविष्य सुरक्षित हो। प्रीमियम की छूट सुविधा के अनुसार, पॉलिसी प्रस्तावक की अचानक मृत्यु होने पर, परिवार को तत्काल खर्चों को पूरा करने के लिए एकमुश्त राशि के रूप में वार्षिक प्रीमियम का 10 गुना जीवन बीमा प्राप्त होता है। इसके अलावा, बीमाकर्ता द्वारा भुगतान किए गए सभी भावी प्रीमियमों के साथ पॉलिसी पहले की तरह ही जारी रहती है और पूरी होने पर, फंड मूल्य का भुगतान सीधे बच्चे को प्राप्त होता है। कुछ चाइल्ड प्लान के तहत, बच्चे को स्कूल/ट्यूशन फीस जैसे नियमित/रोजमर्रा के खर्चों को पूरा करने के लिए मासिक आय भी मिलती है”।

आपके बच्चे को जरूरत पड़ने पर आवश्यक राशि समय पर प्राप्त हो इसके लिए आप मार्केट से जुड़े यूनिट-लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (Ulips) में निवेश करने पर विचार कर सकते हैं। यूलिप आधारित चाइल्ड प्लान के तहत इक्विटी फंड विकल्प लंबी अवधि में ज्यादा से ज्यादा लाभ प्राप्त करने का सबसे अच्छा तरीका है। बाजार से जुड़े प्लान पर रिटर्न आमतौर पर 14 प्रतिशत – 18 प्रतिशत के बीच होता है। इसके अलावा, यह योजनाएं आपके बच्चों की ख़्वाहिशों को पूरा करने के लिए व्यवस्थित आंशिक निकासी भी देती हैं यानि आप बीच में भी जरूरत पड़ने पर कुछ राशि निकाल सकते हैं। यूलिप के अलावा, ग्राहकों के पास चाइल्ड कैपिटल गारंटी सॉल्यूशन में निवेश करने का विकल्प भी मौजूद है, जो आपके बच्चे के भविष्य की योजना बनाने का एक सुविधाजनक, पारदर्शी और आसान तरीका है। यह योजनाएं आपको निवेशित पूंजी पर शून्य जोखिम के साथ बेस्ट रिटर्न देती हैं। पहले दिन से शुरू होने वाले इन प्लान्स में लाइफ कवर सालाना प्रीमियम के 10-15 गुना के बराबर होता है। चाइल्ड कैपिटल गारंटी सॉल्यूशन का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें आपका निवेश 100 प्रतिशत  सुरक्षित है क्योंकि पॉलिसी की अवधि पूरी होने पर, ग्राहक को निवेश किए गए सभी प्रीमियम वापस मिल जाते हैं। आर्थिक गिरावट के मामले में भी आपका निवेश सुरक्षित रहता है। इन योजनाओं पर रिटर्न आमतौर पर 12 प्रतिशत – 14 प्रतिशत के बीच होता है।

अपने बच्चे के आर्थिक रूप से सुरक्षित भविष्य के लिए पैसा निवेश करने का एक अन्य प्रमुख तरीका गारंटीड रिटर्न प्लान है। इन योजनाओं के तहत, आप 15-20 वर्षों के लिए ब्याज दर को लॉक-इन कर सकते हैं और पुनर्निवेश जोखिम को पूरा कर सकते हैं जो कि बैंक की अन्य निवेश सेवाएं जैसे फिक्ड्सक  डिपॉजिट आदि में संभव नहीं है। गारंटीड रिटर्न योजनाएं विभिन्न ख़ास जरूरतों पर पैसे देने का वादा करती हैं। उदाहरण के तौर पर, 5 लाख हर साल 10 साल तक निवेश करने पर आपको बच्चे की स्कूल फीस के लिए प्रति वर्ष  1, 25,000 रूपये मिलेंगें और बच्चे की उच्च शिक्षा, विवाह आदि के लिए अगले 10 सालों तक हर साल 7, 13,710 की राशि मिलेगी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि गारंटीड रिटर्न योजनाओं पर आपको फिक्ड्सक डिपॉजिट के विपरीत इनकम टैक्स से मुक्त रिटर्न प्राप्त होता है, जहां आपको अंत में मचुरिटी अमाउंट पर 30 प्रतिशत तक कर का भुगतान करना पड़ सकता है। .

शिक्षा की लागत में सामान्य से 10 प्रतिशत की वृद्धि तक का अनुमान लेकर आपके लिए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आपके चाइल्ड सेविंग्स प्लान पर रिटर्न मुद्रास्फीति (इंफ्लेशन) से ज्यादा मिले। हालांकि, इससे पहले कि आप चाइल्ड प्लान में निवेश करना शुरू करें, सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसके लिए आप खुद से अपनी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एक प्लान तैयार करें। अगले 15-20 वर्षों में अपने बच्चे की शिक्षा के लिए आपको एक लक्ष्य राशि निर्धारित करनी होगी। एक बार जब आप अपनी आवश्यकता का अनुमान लगा लेंगें, तो आपको यह पता चल जाएगा कि आवश्यक कोष जमा करने के लिए आपको हर माह कितनी राशि का निवेश करना होगा। उदाहरण के तौर पर, 20 वर्षों के बाद 13 प्रतिशत प्रति वर्ष की अनुमानित ब्याज दर के अनुसार और पिछले 7 वर्षों के प्रदर्शन के आधार पर अगर आप 40,000 रुपये यानी $ 530 प्रति माह का निवेश करते हैं तो 10 वर्षों में, आपको लगभग 4 करोड़ – $5.3 लाख मिलेंगें।