भारत के स्वदेशी मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट ने एक नया मार्केटप्लेस मॉडल ‘फ्लिपकार्ट एक्स्ट्रा’शुरू किया है जिसके माध्यम से लोगों, सर्विस एजेंसियों तथा तकनीशियों को पैसा कमाने के लचीले अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। यह नया प्लेटफार्म फ्लिपकार्ट की सप्लाई चेन को निर्बाध तरीके एवं त्वरित गति से देशभर में उपभोक्ताओं को शिपमेंट एवं सर्विस डिलीवरी की सुविधा प्रदान करने में सक्षम बनाते हुए लोगों के लिए अंशकालिक रोज़गार के अवसरों को जुटाएगा।
फ्लिपकार्ट ने गूगल प्ले स्टोर पर ‘फ्लिपकार्ट एक्स्ट्रा’(‘Flipkart Xtra’) ऍप के जरिए इस सुविधा की पेशकश की है। अंशकालिक आधार पर रोज़गार प्राप्त करने के इच्छुक लोग ऍप को डाउनलोड करने के अलावा बैकग्राउंड वेरिफिकेशन के लिए कुछ सूचनाएं प्रदान कर, आने वाले महीनों में डिलीवरी एग्ज़ीक्युटिव्स तथा सर्विस पार्टनर्स या तकनीशियन के तौर पर जुड़ सकते हैं।अगले कुछ महीनों के दौरान जैसे-जैसे यह प्लेटफार्म आगे बढ़ेगा, जिसका लॉन्च त्योहारी सीज़न और कंपनी के बिग बिलियन डेज़ से पहले किया जाएगा, देशभर के हजारों लोगों, तकनीशियनों एवं सर्विस एजेंसियों को बतौर डिलीवरी पार्टनर्स जुड़कर, काम तथा कमाई के अतिरिक्तअवसरों को उपलब्ध कराएगा। ई-कॉमर्स के चलते कहीं भी और कभी भी, उत्पादों को प्राप्त करने की सुविधा के मद्देनज़र, ‘फ्लिपकार्ट एक्स्ट्रा’(‘Flipkart Xtra’) प्रोग्राम न सिर्फ आजीविका कमाने के सुविधाजनक अवसर पैदा करेगा बल्कि डिलीवरी में भी सुधार लाएगा।
हेमंत बदरी, सीनियर वाइस प्रेसीडेंट एवं हैड – सप्लाई चेन, फ्लिपकार्ट ने कहा, ”विक्रेताओं, कारीगरों, एमएसएमई, किराना और उपभोक्ताओं समेत सभी हितधारकों के लिए मूल्यसृजन को प्रतिबद्ध संगठन के तौर पर, हम अपनी भागीदारी में लगातार विस्तार करते हुए ई-कॉमर्स के लाभ को सभी के लिए बराबर बांटना चाहते हैं। इसके चलते, हमने किराना डिलीवरी प्रोग्राम जैसी पहल की है जिसे भारी सफलता मिली और काफी पसंद भी किया गया और अब हम अपना सर्विस मार्केटप्लेस – ‘फ्लिपकार्ट एक्स्ट्रा’पेश करते हुए खुशी महसूस कर रहे हैं, ताकि लोगों, स्थानीय स्टोर्स और यहां तक कि सर्विस तकनीशियनों को आजीविका कमाने के सुविधाजनक अवसर प्राप्त हो सकें। यह अर्थव्यवस्था के बड़े परिवेश में एक नई पहल है और व्यक्तियों को आजीविका अर्जित करने के वैकल्पिक आय स्रोत प्राप्त करने का अवसर दिलाने के साथ-साथ देश के आर्थिक तंत्र में नई जान फूंकेगी।”
बीसीजी की इंडस्ट्री रिपोर्ट के अनुसार, अर्थव्यवस्था में भारत के गैर-कृषि क्षेत्र में ही करीब 90 मिलियन नौकरियां पैदा करने की क्षमता है, जिसके दायरे में 250 बिलियन डॉलर तक का वर्क वॉल्यूम हो सकता है और यह भारत की जीडीपी में दीर्घकालिक आधार पर 1.25 प्रतिशत (लगभग) की बढ़ोतरी कर सकता है।
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