भारत की दूरसंचार सेवाओं की अग्रणी प्रदाता भारती एयरटेल लिमिटेड (“एयरटेल”) ने आज जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने और पृथ्वी के सुदृढ़ीकरण व स्थायित्व के लिए वैश्विक प्रयासों में योगदान करने की अपनी प्रतिबद्धता की घोषणा की है।
एयरटेल साइंस बेस्ड टार्गेट्स इनिशिएटिव्स (एसबीटीआई) के ‘1.5 डिग्री सेल्सियस के लिए बिजनेस एम्बिशन’ अभियान में शामिल हो गया है। एयरटेल अपने नेटवर्क संचालन से कार्बन फुटप्रिंट और उत्सर्जन को कम करने के लिए लक्ष्यों को निर्धारित किया है। इसके साथ ही एयरटेल प्रमुख वैश्विक कॉर्पोरेशन्स की लीग में शामिल हो गया है, जिन्होंने एसबीटीआई द्वारा निर्धारित ग्लोबल वार्मिंग 1.5 डिग्री सेल्सियस बनाए रखने के लिए प्रतिबद्धता दर्शाई है – सीडीपी, संयुक्त राष्ट्र ग्लोबल कॉम्पैक्ट, वर्ल्ड रिसोर्स इंस्टीट्यूट (डब्ल्यूआरआई) और वर्ल्ड-वाइड फंड फॉर नेचर के बीच साझेदारी है (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ)।
• एयरटेल वित्त वर्ष 2021 से वित्त वर्ष 2031 तक आधार वर्ष के रूप में 1 और 2 ग्रीन हाउस गैस (जीएचजी) उत्सर्जन 50.2% कम करने के लिए प्रतिबद्धता प्रदर्शित की है।
• एयरटेल भी इसी समय सीमा में 3 जीएचजी उत्सर्जन 42% तक कम करने के लिए प्रतिबद्ध है।
• एयरटेल अपने नेटवर्क संचालन, ऊर्जा कुशल बुनियादी ढांचे और प्रक्रियाओं के साथ-साथ अपने कार्यस्थलों पर स्थायी व्यावसायिक प्रथाओं को लागू करने सहित कई माध्यमो से इस लक्ष्य को प्राप्त करेगा।
श्रीमती विद्युत गुलाटी, डायरेक्टर लीगल , भारती एयरटेल ने कहा, “जलवायु परिवर्तन मानवता के सामने सबसे बड़ी चुनौती है। हमें बिना किसी विलंब के सामूहिक रूप से इस दिशा में कार्य करना होगा ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हम इस प्रयास में पीछे नहीं हटेंगे और पृथ्वी के सुदृढ़ीकरण व स्थायित्व के लिए प्रयास करेंगे। इस प्रयास में योगदान करने के लिए व्यवसायों की एक मौलिक जिम्मेदारी है और एयरटेल ने इस दिशा में एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य अपनाया है और पारदर्शी रूप से अपनी प्रगति की रिपोर्ट जारी करता रहेगा।
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