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कोर्टेवा ने जालसाजी विरोधी कार्यक्रम लागू किया

कोर्टेवा एग्रीसाइंस, वैश्विक कृषि कंपनी, भारतीय बाजार में सरसों के नकली बीजों के खिलाफ किसानों का समर्थन करने के लिए प्रौद्योगिकी-आधारित समाधानों का उपयोग करके राजस्थान में जागरूकता कार्यक्रम चला रही है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों और वैल्यू चेन कारकों को प्रासंगिक जानकारी से लैस करना और नकली सरसों की बिक्री से निपटने के लिए प्रवर्तन एजेंसियों के साथ गहन सहयोग स्थापित करना है। इसके अतिरिक्त, कंपनी ने एक हेल्पलाइन नंबर भी शुरू किया है जहां किसान नकली बीजों से संबंधित किसी भी घटना की रिपोर्ट कर सकते हैं।

अरुणा रचकोंडा, निदेशक, विपणन, दक्षिण एशिया, कोर्टेवा एग्रीसाइंस ने कहा कि “कॉर्टेवा किसानों को बेहतर जैनेटिक्स वाले बीजों और कृषि के लिए उपयोगी और वैज्ञानिक तौर पर बेहतर सलाह प्रदान करती है। इससे किसानों को अपने खेतों से बेहतर उपज प्राप्त होगी और आने वाले वर्षों में भारत को खाद्य तेल में आत्मनिर्भरता हासिल करने में मदद मिलेगी। नकली बीजों का उत्पादन और बिक्री न केवल किसानों के हितों को नुकसान पहुंचाती है बल्कि खाद्य सुरक्षा को भी खतरे में डालती है। इस कार्यक्रम के माध्यम से, हमारा उद्देश्य किसानों को उत्पादकता बढ़ाने, उपज और लाभप्रदता बढ़ने का विश्वास दिलाना है। साइंटिफिक एग्रीकल्चर में एक प्रमुख नाम होने नाते, कोर्टेवा किसानों को बेहतर बीज और बेहतर सेवाएं प्रदान करता है। हमें विश्वास है कि यह कार्यक्रम संसाधनों के संरक्षण और मिट्टी के उपजाऊ क्षमता की रक्षा करने में भी सहायता करेगा।”

आयातित पाम ऑयल (ताड़ के तेल) पर हालिया नियमन और सरसों के तेल में अन्य तेलों को मिलाने की सीमा पर प्रतिबंध को देखते हुए सरसों की मांग बढ़ गई है। दरअसल, अब किसानों को उनकी उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य से ज्यादा दाम मिल रहा है। सरसों के दामों में आए इस उछाल ने बाजार में प्रामाणिक और उच्च गुणवत्ता वाले सरसों के बीज की जालसाजी को बढ़ा दिया है। नकली बीज का खतरा न केवल स्थायी कृषि और किसानों की उपज से समझौता कर रहा है बल्कि खाद्य सुरक्षा को भी खतरे में डाल रहा है।

खेती के लिए सही बीज चयन से उपज में 15 प्रतिशत से 20 प्रतिशत तक की वृद्धि हो सकती है। किसानों की उपज, लाभप्रदता की रक्षा करने और उन्हें सही बीज चयन करने में मदद करने के लिए, कोर्टेवा ने अपने उत्पाद पैकेजिंग में एक अद्वितीय चार-परतों वाला मजबूत सुरक्षा तंत्र बनाया है ताकि किसान कोर्टेवा के उत्पाद की वास्तविकता की जांच कर सकें। प्रत्येक पैकेज में एक यूनिक क्यूआर कोड होता है जिसे किसान ’किसान कनेक्ट’ मोबाइल ऐप का उपयोग करके स्कैन कर सकते हैं। बीज की प्रामाणिकता की पुष्टि करने के लिए किसान इनसाइड लॉट नंबर, होलोग्राम स्ट्रिप, छिपे हुए टेक्स्ट आदि की भी जांच कर सकते हैं।