माइक्रोसॉफ्ट और एड4ऑल ने सीखने की प्रक्रिया में बदलाव लाने और छात्रों को डिजिटल कौशल के ज़रिए सशक्त बनाने के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (एनआईओएस) के साथ भागीदारी की घोषणा की है। इस भागीदारी के ज़रिए माइक्रोसॉफ्ट और एड4ऑल का लक्ष्य ओपन स्कूलिंग ईकोसिस्टम से जुड़े 170 मिलियन से ज़्यादा छात्रों तक पहुंचकर उनको डिजिटल अर्थव्यवस्था में नौकरी पाने के लिए ज़रूरी टूल्स, अनुभव और कौशल प्रदान करना है।
इस भागीदारी के तहत माइक्रोसॉफ्ट और एड4ऑल ने एनआईओएस वर्चुअल ओपन स्कूल के लिए बीएलईएपी फॉर एनआईओएस नाम से खास टेक प्लेटफार्म लॉन्च किया है। इस प्लेटफार्म में छात्रों को सीखने का व्यक्तिगत अनुभव मिलता है ताकि सीखने की प्रक्रिया से बेहतर परिणाम मिलें। बीएलईएपी फॉर एनआईओएस में शिक्षा का समग्र अनुभव देने के लिए लाइव क्लासेस और लैब, रिकॉर्डेड सेशन, रिमोट प्रॉक्टर्ड परीक्षाएं और मूल्यांकन के साथ-साथ कौशल-आधारित पाठ्यक्रम और सर्टिफिकेशन को भी शामिल किया गया है। इससे एनआईओएस के छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड कंप्यूटिंग, साइबर सुरक्षा और डेटा साइंस जैसे टैक्नोलॉजी आधारित पाठ्यक्रमों तक भी पहुंच हासिल होगी।
भारत सरकार के शिक्षा तथा कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री, श्री धर्मेंद्र प्रधान ने एनआईओएस वर्चुअल ओपन स्कूल की शुरुआत के मौके कहा, “शिक्षा डिग्री हासिल करने की प्रतियोगिता नहीं है, बल्कि बदलाव लाने का साधन है। सरकार देश के गांवों में बने स्कूलों तक इंटरनेट की पहुंच सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर रही है। एनआईओएस वर्चुअल स्कूल सीखने का नया मॉडल है। यह उदाहरण है कि कैसे टैक्नोलॉजी और इनोवेशन का लाभ उठाकर शिक्षा में समावेशन को बढ़ाया जा सकता है। वर्चुअल लाइव क्लासरूम्स और वर्चुअल लैब्स के ज़रिए स्कूल अडवांस डिजिटल लर्निंग प्लेटफार्म मुहैया करवाएंगे।”
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के पब्लिक सेक्टर के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, नवतेज बल ने कहा, “शिक्षा में बदलाव लाने, सीखने से मिलने वाले परिणामों में सुधार करने और छात्रों को नए ज़माने के लिए बेहतर तरीके से तैयार करने में टैक्नोलॉजी पहले की तुलना में कहीं ज्यादा बड़ी भूमिका निभा रही है। एनआईओएस के साथ हमारी भागीदारी देश भर में 170 मिलियन से ज़्यादा छात्रों को सशक्त बनाकर शिक्षा और कौशल में समानता सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। हम तेजी से डिजिटल अर्थव्यवस्था की तरफ़ बढ़ रहे हैं, ऐसे में आज जिस तरह के कौशल की ज़रूरत है उसकी तुलना में भविष्य में बहुत अलग तरह के कौशल की ज़रूरत होगी। एड4ऑल के साथ मिलकर हम छात्रों को डिजिटल दुनिया में सफल होने के लिए ज़रूरी टैक्नोलॉजी, कौशल और संसाधनों तक पहुंच देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
एड4ऑल के चेयरमैन संजय विश्वनाथन ने कहा, “एड4ऑल को बीएलईएपी फॉर एनआईओएस के ज़रिए एनआईओएस वर्चुअल ओपन स्कूल को सशक्त बनाने के लिए माइक्रोसॉफ्ट और एनआईओएस के साथ भागीदारी कर बेहद खुशी हो रही है। बीएलईएपी फॉर एनआईओएस एक लर्निंग प्लेटफार्म है जिसे खासतौर से एनआईओएस के लिए तैयार किया गया है। इसके ज़रिए बेहद अडवांस ओपन स्कूलिंग का फायदा उठाकर देश में ओपन स्कूल का प्रत्येक छात्र खुद को नौकरी के लिए तैयार कर पाएगा। बीएलईएपी का मतलब ब्लेंडेड लर्निंग एंड पेडागोजी है और यह स्कूली शिक्षा में बड़ा कदम है। हम श्री धर्मेंद्र प्रधान जी से मिले निर्देशों और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन
स्कूलिंग (एनआईओएस) की चैयरपर्सन, प्रो सरोज शर्मा जी द्वारा तेजी से नई टैक्नोलॉजी को लागू करने से बहुत उत्साहित हैं। एड4ऑल भारत के 170 मिलियन छात्रों को किफायती व विश्व स्तरीय शिक्षा तक पहुंच देने और उन्हें कुशल बनाकार डिजिटल युग की चुनौतियों के साथ-साथ उन्हें नौकरी के हिसाब से तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
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