बीएसई और एनएसई में सूचीबद्ध प्रीतिका ऑटो इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने अब तक का सबसे ज्यादा संयुक्त मासिक डिस्पैच करने की घोषणा की है, जो करीब 3450 टन है। इसके साथ कंपनी ने अगस्त में अब तक की सबसे ज्यादा संयुक्त मासिक बिक्री की है, जो 30 करोड़ रुपए से अधिक है।
वर्तमान में, कंपनी की तीन अत्याधुनिक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं, जिनमें से दो पंजाब में और एक हिमाचल प्रदेश में स्थित हैं। इनके अलावा कंपनी पंजाब में अपना चौथा प्लांट लगाने की दिशा में भी काम कर रही है। पुरे भारत में मजबूती के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज करने वाली प्रीतिका, अमेरिका में भी प्रमुख ग्राहकों को निर्यात करती है।कंपनी के पास अपने उत्पादों का एक विविध पोर्टफोलियो है जिसमें एक्सल हाउसिंग, व्हील हाउसिंग, हाइड्रोलिक लिफ्ट हाउसिंग, एंड कवर, प्लेट डिफरेंशियल कैरियर, सिलेंडर ब्लॉक, क्रैंक केस शामिल हैं। हाल ही में, कंपनी ने संयुक्त आधार पर सर्वाधिक मासिक बिक्री और वार्षिक बिक्री की घोषणा की थी और अब मशीनीकृत कास्टिंग के लिए यह उत्तर भारत की सबसे बड़ी कंपनी में से एक बन चुकी है।
कंपनी के ग्राहकों में एमएंडएम, स्वराज, टीएएफई, एस्कॉर्ट्स, एसएमएल इसुजु, टीएमटीएल, अशोक लीलैंड, न्यू हॉलैंड ट्रैक्टर्स इंडिया लिमिटेड, ब्रेक्स इंडिया लिमिटेड जैसे ओईएम शामिल हैं। कंपनी के पास भारत और विदेशों में एक विस्तृत और विविधायामी ग्राहक आधार है।
कंपनी की विस्तार योजनाओं के बारे में मैनेजिंग डायरेक्टर श्री हरप्रीत सिंह निब्बर ने कहा, “फ़िलहाल हमारे पास पंजाब और हिमाचल प्रदेश में तीन मैन्युफैक्चरिंग यूनिट हैं, जिनकी कुल उत्पादन क्षमता 50,000 टन प्रति वर्ष से अधिक है। बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए, कंपनी की योजना प्रति माह 1,500 टन तक क्षमता बढ़ाने की है। इसी योजना के तहत कंपनी पंजाब में 2023 में एक नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट शुरू करने जा रही है, जिसकी क्षमता 18,000 प्रति वर्ष होगी। इस प्रकार, 2023 तक हमारी कुल क्षमता प्रति वर्ष 68,000 टन होगी। नई यूनिट कंपनी के स्वामित्व वाली भूमि पर बनाई जाएगी। यह पूरी तरह से नवीनतम तकनीक और मशीनरी से लैस होगी, जो कंपनी द्वारा वर्तमान में उत्पादित सभी उत्पादों का निर्माण करने में सक्षम है। इस नए प्रयास के लिए हमारा लक्ष्य लगभग 35 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाने का है। इसमें से नए संयंत्र के लिए 25 करोड़ रुपये होंगे, जबकि शेष 10 करोड़ रुपए वर्किंग कैपिटल के रूप में इस्तेमाल किए जाएंगे।”
कंपनी ने हाल ही में अपनी अब तक की सबसे अधिक निर्यात बिक्री/डिस्पैच की घोषणा की है। निर्यात परिदृश्य और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उभरते अवसरों के बारे में बोलते हुए, कंपनी का मानना है कि, “भारत दुनिया के कई हिस्सों में ऑटो कंपोनेंट्स का निर्यात करता है। इसके प्रमुख बाजार अमेरिका, जर्मनी और यूके जैसे विकसित देश हैं। ऑटो कंपोनेंट्स के लिए कुछ महत्वपूर्ण एशियाई बाजारों में श्रीलंका, बांग्लादेश और थाईलैंड शामिल हैं। एसीएमए के अनुसार, ऑटो कंपोनेंट सेक्टर में निर्यात 2014-19 के दौरान 8.3 प्रतिशत सीएजीआर से बढ़कर 15.17 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया, और 2026 तक 80 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। ये हमारे लिए सकारात्मक संकेत हैं। हाल के वर्षों में, हमने यूएस के एक समूह से कास्ट किए गए कंपोनेंट्स के लिए दो निर्यात ऑर्डर प्राप्त किए हैं, जिनकी राशि 2 मिलियन अमरीकी डॉलर है। आगे हमारा लक्ष्य इस तरह के निर्यात अवसरों को बढ़ाना और वैश्विक ग्राहकों के बीच पहचान हासिल करना है।”
इसके अलावा, प्रीतिका की योजना वैश्विक ओईएम को निर्यात के उभरते अवसरों का दोहन करने की है। इसे पूरा करने के लिए हम अपनी उत्पादन क्षमता में वृद्धि कर रहे हैं। वैश्विक बाजार में विस्तार के अलावा, हम भारत में भौगोलिक दृष्टि से रणनीतिक स्थानों में अपनी उपस्थिति बढ़ाने का भी लक्ष्य रखते हैं। इसके अलावा, हम अपने पोर्टफोलियो में नए उत्पादों पर ध्यान केंद्रित करना और जोड़ना जारी रखेंगे।”
Add Comment