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धर्माज के पेटेंट उल्लंघन से एसएमएल को 50 करोड़ रूपये का घाटा

सल्फर मिल्स लिमिटेड (एसएमएल) के सीएमडी दीपक शाह ने कहा कि, भारतीय पेटेंट अधिनियम के उल्लंघन का दोषी पाये गये धर्माज क्रॉप गार्ड लिमिटेड अबतक 115 करोड़ रूपये से भी अधिक मूल्य का गैर लाइसेंसी फार्मुलेशन बेच चुका है। इस तरह वह सल्फर मिल्स लिमिटेड को 50 करोड़ का घाटा दे चुका है।

बहरहाल इस प्रक्रिया के अलावा एसएमएल सक्रिय रूप से पेटेंट कानून उल्लंघन के मामले में कारवाई के उद्देश्य से आगे बढाने की योजना रखता है तथा उन रिटेलर्स एवं डीलर्स से रिकवरी का भी लक्ष्य रखता है जो धर्माज क्रॉप गार्ड लिमिटेड के गैर लाइसेंसी व अनाधिकृत उत्पाद बेचते हुए पाए गए। 

दीपक शाह, सीएमडी-एसएमएल ने कहा-‘दिल्ली हाई कोर्ट ने अपने प्रतिनिधियों को धर्माज क्रॉप गार्ड लिमिटेड के रिकॉर्ड्स के निरीक्षण के लिए नियुक्त भी कर दिया है और पूरे देशभर में पिछले 3 वर्षों में बिक्री किये गए उत्पादों की कुल मात्रा और इस उत्पाद के वर्तमान स्टॉक के बारे में रिपोर्ट देने के भी निर्देश दिए हैं। हमारा अनुमान है कि धर्माज क्रॉप गार्ड लिमिटेड 115 करोड़ रुपये से भी अधिक मूल्य का गैर लायसेंसी फॉर्म्युलेशन अब तक बेच चुका है।इस तरह वह एसएमएल को 50 करोड़ रुपये का घाटा दे चुका है।’

 सल्फर मिल्स लिमिटेड (एसएमएल) एक फ़र्टिलाइज़र फर्टिस डब्लूजी की पेशकश करती है, जो सल्फर को सल्फेट में बदल कर पौधों द्वारा तेजी से ग्रहण किया जाता है, जिससे पौधे तेजी से वृद्धि करते हैं और इससे फसल में 5-30 प्रतिशत तक की बढोत्तरी हो जाती है। इस अनूठे और नये कृषि उत्पाद को वर्ष 2007 में पेटेंट के लिए फाइल कर दिया गया है जो कि कम्पनी को इस उत्पाद की रिसर्च व विकास में किये गए विस्तृत खर्च को प्राप्त करने के 20 वर्ष के एकाधिकार का लाभ लेने में सक्षम बनाता है। आज 7 से भी अधिक भारतीय मैन्युफैक्चरर्स को एसएमएल द्वारा लाइसेंस दिया गया है कि वे इस इनोवेशन का उत्पादन कर सकें व चावल, गेहूं, सूरजमुखी, मक्का, मूंगफली, सोयाबीन, केला, अंगूर व आम आदि की खेती करने वाले किसानों को इस उत्पाद की किफायती दरों पर  बिक्री कर सकें। 

फर्टिस डब्लूजी, सल्फर मिल्स लिमिटेड (एसएमएल) की मजबूत रिसर्च और डेवलपमेंट टीम के 300 से भी अधिक ग्लोबल व भारतीय पेटेंट्स में से एक है।