मलेशिया की सरकार और अन्य औद्योगिक प्रतिष्ठानों ने यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी ली है कि पाम ऑयल से जुड़ी सभी गतिविधियाँ स्थायित्व वाली और इको फ्रैंडली रहें।
मलेशियन पाम ऑयल काउंसिल के सीईओ डाटो’ डॉ. एचजे वान ज़वावी वान इस्माइल ने कहा, “पूरी दुनिया अच्छी सेहत देने वाली खाद्य प्रणालियों की ओर देख रही है। हमें कम से कम भूमि का इस्तेमाल करना चाहिये और एक रिसाइलिएंस इकोसिस्टम सुनिश्चित करना चाहिये। इस प्रकिया में छोटे खेत रखने वालों को सहयोग दिया जाना चाहिये, ताकि वे मुख्यधारा के स्थायी उत्पादक बन सकें। सरकार ने मलेशियन पाम ऑयल के प्रभाव को करीब से देखा है और इसके स्थायी उत्पादन को सुनिश्चित करने के लिये सभी जरूरी कदम उठाए हैं। पर्यावरण पर इसके प्रभाव से जुड़ी गलतफहमियों को दूर करने के लिये प्रमाणनों की व्यवस्था भी की गई है।”
पाम ऑयल सबसे बहु-उपयोगी उत्पादों में से एक है, जिसका इस्तेमाल लगभग हर प्रोडक्ट में होता है। पूरी दुनिया में होने वाले पाम ऑयल उत्पादन का 80% मलेशिया और इंडोनेशिया में होता है। पाल ऑयल के स्थायी उत्पादन में ऐसी नीतियाँ शामिल हैं, जो जंगलों की कटाई नहीं करने, पीट (एक प्रकार की घास) नहीं बनाने और प्रकृति का दोहन नहीं करने का वचन देती हैं। ऐसी कई वैश्विक और स्थानीय संस्थाएं हैं, जो स्थायित्व वाले पाम ऑयल सेक्टर की वृद्धि को बढ़ावा देती हैं। यह सुनिश्चित करने के लिये अत्यंत कठोर नीतियाँ और दिशा-निर्देश प्रस्तुत किये गये हैं कि उद्योग स्थायी पद्धतियों का पालन करें। इन नीतियों में मलेशियन सस्टेनेबल पाम ऑयल (एमएसपीओ) प्रोग्राम के अंतर्गत स्थायित्व वाले पाम ऑयल के लिये अनिवार्य प्रमाणन शामिल है। मलेशियन सस्टेनेबल पाम ऑयल (एमएसपीओ) सर्टिफिकेशन स्कीम, मलेशिया में तेल वाले पाम की खेती, स्वतंत्र और संगठित छोटे खेत, और पाम ऑयल के प्रसंस्करण की सुविधाओं को एमएसपीओ के मानकों के अनुसार प्रमाणित करने के लिये एक राष्ट्रीय योजना है। एमएसपीओ प्रमाणन का अनिवार्य कार्यान्वयन, स्थायित्व वाले मलेशियन पाम ऑयल के उत्पादन के लिये मलेशिया की प्रतिबद्धता दर्शाता है।

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