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राजस्थान में बच्चो की स्कूल फीस को लेकर हो रही परेशानी को दूर करेगा फाइनेंसपीयर

कोरोना महामारी के दौरान नौकरी छूटने, सैलरी में कटौती या आमदनी कम होने जैसे कई कारणों ने बहुत से पैरंट्स के लिए बच्चो की शिक्षा को लेकर परेशानी बढ़ा दी है उसमे से एक खास समस्या है स्कूल फीस का पेमेंट करना। पेरेंट्स ही नहीं स्कूल या कोचिंग संस्थान भी फंड की कमी के कारण जूझ रहे है या यूं कहे कि पूरे शिक्षा क्षेत्र पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा है। यह समस्या इतनी बड़ी हो गयी है कि इस समय पूरी शिक्षा प्रणाली को अस्त्तित्व के संकट से गुजरना पड़ रहा है। जहां एक तरफ बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पैरंट्स के लिए प्राथमिकता बन गई तो दूसरी तरफ पैरंट्स के लिए बच्चों के स्कूल की फीस देना दिन पर दिन मुश्किल होता जा रहा है।

इस समस्या का हल निकालने के लिए स्टार्टअप फिनटेक कंपनी फाइनेंसपियर ने राजस्थान में अपनी फी- फाइनेंसिंग सर्विस शुरू की थी और यह राज्य कंपनी कि विस्तार योजना का एक अहम् हिस्सा है। राज्य के 250 से ज्यादा स्कूलों के साथ अब तक यह कंपनी अपना करार कर चुकी है और उनमे पढ़ने वाले बच्चो को बिना किसी लागत और ब्याज के ईएमआई पर फीस फाइनेंस की सुविधा प्रदान कर रही है। कंपनी ने अब तक 1,50,000 हजार से ज्यादा पैंरंट्स को फीस फाइनेंस करने के सोल्यूशन प्रदान किए हैं। फाइनेंसपीयर छात्रों को मुफ्त बीमा की सुविधा भी ऑफर कर रहा है, जो उन्हें अपनी शिक्षा को निरंतर बनाये रखने के लिए सुरक्षा सुनिश्चित कर करती है कुछ भी अनहोनी होने पर।

फाइनेंसपियर के संस्थापक रोहित गजभिये ने कहा, “हमारा उद्देश्य सभी लोगों तक क़्वालिटी एजुकेशन की पहुंच उपलब्ध कराना है। हम पूरे भारत में अपनी पहुंच का विस्तार कर रहे हैं। राजस्थान खासकर हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक है। हमने राज्य के प्रमुख शहरों में 250 से ज्यादा स्कूलों के साथ समझौता किया है। इसके अतिरिक्त हम दूसरे शहरों में भी अपना विस्तार कर रहे हैं। इस सुविधा से स्कूलों को शुरुआत में ही पूरी स्कूल फीस मिलने में मदद मिलती है और उनके पास शिक्षण संस्थाओं के संचालन के लिए धन की कमी नहीं रहती। हमें स्कूलों से काफी बेहतरीन रेस्पॉन्स मिल रहा है क्योंकि यह पूरी एजुकेशन इंडस्ट्री के लिए काफी मुश्किल समय है। फीस फाइनेंसिंग की सुविधा ने पैरंटेस और स्कूलों की इस मुश्किल समय में काफी मदद की है और उन्हें परेशानी से बचाया है।”

फाइनेंसपीयर के सह-संस्थापक सुनीत गजभिये ने कहा, “फीस फाइनेंसिंग मॉडल ने कोरोना महामारी के दौरान बहुत सारे स्कूलों और अभिभावकों को सुविधा प्रदान कर मदद की है। हम चाहते हैं कि बच्चों की शिक्षा वित्तीय संसाधनों की कमी के कारण प्रभावित न हो। हम उत्तर भारत के सभी हिस्सों में अपनी पहुंच बढ़ा रहे हैं ताकि अधिक से अधिक स्कूल और पैरंट्स फीस फाइनेंस की सुविधाओं का लाभ उठा सकें।‘’

फाइनेंसपीयर एक प्रमुख फिनटेक कंपनी है, जो बिना किसी ब्याज और लागत के स्कूल फीस के भुगतान का ऑफर देती है। कंपनी स्कूल फीस का भुगतान सीधे शिक्षण संस्था को करना सुनिश्चित करती है, जिससे छात्रों को सही समय पर दाखिला लेने की इजाजत मिल सके। इससे माता-पिता पर स्कूल फीस के रूप में एक साथ बहुत बड़ी राशि का भुगतान करने का बोझ नहीं पड़ता।