एचडीएफसी बैंक को यूरोमनी अवार्ड्स फॉर एक्सिलेंस 2021 में ‘भारत का सर्वश्रेष्ठ बैंक’ चुना गया है। बैंक को यह प्रतिष्ठित सम्मान लगातार तीसरी बार मिला है।
अपने एडिटोरियल में मैग्ज़ीन ने लिखा, ‘‘एचडीएफसी बैंक ने दशकों से शानदार वृद्धि करते हुए बेहतरीन ट्रैक रिकॉर्ड बनाया है और क्रेडिट के मामले में कभी गलत कदम नहीं उठाया। इन कौशलों की महामारी के दौरान कड़ी परीक्षा हुई, जिसकी भारत में अनेक लहर चलीं और सबसे खराब स्थिति मई में देखने को मिली।’’
ग्लोबल फाईनेंशल पब्लिशिंग उद्योग में अपनी तरह का यह प्रथम अवार्ड 1992 में शुरू किया गया। ये अवार्ड बाजार अंश एवं कस्टमर सैटिस्फैक्शन के आंकड़ों की वर्षभर चलने वाली मॉनिटरिंग पर आधारित हैं, जिन्हें उद्योग में यूरोमनी के अग्रणी सर्वे द्वारा संकलित किया जाता है। इसमें यूरोमनी की संपादकीय टीम द्वारा समीक्षा की गहन व त्रैमासिक प्रक्रिया का सहयोग मिलता है और चयनित प्रत्याशियों के फेस-टू-फेस इंटरव्यू के साथ इसका समापन होता है।
यूरोमनी अवार्ड्स के पिछले 29 सालों में अस्तित्व में 1995 में स्थापित इस बैंक को 14 सालों तक ‘भारत का सर्वश्रेष्ठ बैंक’ का प्रतिष्ठित खिताब मिल चुका है।
इस साल यूरोमनी को अपने क्षेत्रीय एवं कंट्री अवार्ड्स प्रोग्राम के लिए बैंकों से रिकॉर्ड संख्या में आवेदन मिले। इस अवार्ड कार्यक्रम में 100 देशों में 50 से ज्यादा क्षेत्रीय अवार्ड एवं सर्वश्रेष्ठ बैंक के अवार्ड शामिल हैं।
अपने अवार्ड्स के संस्करण में मैग्ज़ीन लिखती है, ‘‘गहन संकट के बावजूद, एचडीएफसी बैंक ने 31 मार्च, 2021 के साल में प्रॉफिट आफ्टर टैक्स में 18.51 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 311 बिलियन रु. (4.26 बिलियन डॉलर) दर्ज किए, जबकि जमा 16.34 प्रतिशत (काम में गुणवत्ता के चलते) एवं संपत्ति 14.14 बढ़े। 31 मार्च को टियर-1 अनुपात 17.6 प्रतिशत के सेहतमंद स्तर से ज्यादा रहा, जबकि सकल नॉन -परफॉर्मिंग लोन अनुपात महामारी पूर्व के समय में 1.26 प्रतिशत से बढ़कर 1.32 प्रतिशत हो गया। आने वाले समय में यह और ज्यादा खराब होगा, लेकिन यादि आप हर संकट का दृढ़ता से सामना करने के लिए किसी बैंक पर विश्वास कर सकते हैं, तो वह बैंक एचडीएफसी है।’’
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