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जयपुर में एक मिलियन वर्ग फुट के वेयरहाउसिंग ट्रांसजेक्शन दर्ज किए गए: नाइट फ्रैंक इंडिया

इंटरनेशनल प्रॉपर्टी कंसलटेंसी नाइट फ्रैंक इंडिया ने अपनी नवीनतम इंडिया वेयरहाउसिंग मार्केट रिपोर्ट-2021 जारी की रिपोर्ट के अनुसार जयपुर में वित्त वर्ष 2021 में कुल 1 मिलियन वर्ग फुट के गोदामों को लीज पर लेने-देने का कारोबार दर्ज किया गया। यह 219 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि दर्शाता है सालाना माँग में होने वाली बढ़ोतरी का श्रेय काफी हद तक ई-कॉमर्स कारोबारियों को दिया जाता है जिन्होंने गोदाम बनाने के लिए वित्त वर्ष 2020 के 6 प्रतिशत की तुलना में 2021 में 32 प्रतिशत स्थान का सौदा किया।
जयपुर में लीज पर दिए गए गोदाम की कुल जगह में से एक बड़ा 48 प्रतिशत हिस्सा महिन्द्रा वल्र्ड सिटी ने हासिल किया है जबकि विश्वकर्मा औद्योगिक क्षेत्र में कंपनी के पास गोदामों का 19 प्रतिशत हिस्सा है। इसके अलावा कंपनी ने शहर के कई अन्य हिस्सों में भी गोदाम लीज पर लिए है वित्त वर्ष 2021 में अन्य क्षेत्र की कंपनियों (जैसे कि ऑटोमोबाइल कॉम्पोनेन्ट निर्माता) की माँग 27 प्रतिशत पर स्थिर रही है, जबकि मौजूदा विश्लेषण अवादी में 3पएल कंपनियों की हिस्सेदारी 46 प्रतिशत से घटकर 15 प्रतिशत सालाना हो गई।

मुदस्सिर जैदी एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर-नार्थ नाईट फ्रैंक इंडिया ने कहा कि इस वर्ष के अंत तक ई-कॉमर्स कंपनियों की ओर से वेयरहाउस के सम्बन्ध में पूछे गए सवालों के आधार पर कहा जा सकता है कि ई-कॉमर्स व्यवसायियों की ओर से गोदामों की माँग लगातार बढ़ने की संभावना है। कोरोना महामारी जैसी मुश्किल स्थिति से निपटने, प्रभावी ढंग से डिलीवरी देने और स्टॉक इकट्ठा करने के लिहाज से अब कारोबारियों में खपत केन्द्रों के पास ही तुलनात्मक रूप से छोटे गोदाम किराए पर लेने की ओर झुकाव बढ़ा है।

किराए की शर्तों में रियायत और किराया नहीं देने की अवधि बढ़ने के बावजूद कोरोना महामारी के कारण मची उथल-पुथल के कारण औसत किराए में उछाल आया वर्ष के एंड तक ई-कॉमर्स व्यवसायियों की वेयरहाउसिंग संबंधी माँग बने रहने की संभावना है। ई-कॉमर्स क्षेत्र से वर्ष के अंत तक इन गोदामों के बारे में पूछे गए ढेर सारे सवालों के आधार पर यह आंकलन किया गया. कंपनियों का सहर के खपत केन्द्रों के पास अपेक्षाकृत छोटे गोदाम लेने की प्रवृत्ति की ओर झुकाव देखा गया, जिससे प्रभावी ढंग से माल की डिलीवरी की जा सके और कोरोना महामारी की मुश्किल स्थिति को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा स्टॉक रखने में कंपनियाँ सक्षम हों।

मजबूत सड़क नेटवर्क जयपुर से उत्तरी, उत्तर-पश्चिमी और पश्चिमी भागों में स्थित शहरों को जोड़ने के लिए आसान कनेक्टिविटी मुहैया कराता है. इससे शहर में वेयरहाउसिंग मार्किट को फलने-फूलने में मदद मिली है। शहर की अधिकाँश फैक्ट्रियाँ और औद्योगिक प्रतिष्ठान विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एरिया (वीकेआइ),सीतापुर, बाईस गोदाम, सुदर्शनपुरा, मानसरोवर, जैतपुरा और बगरू में स्थित है. शहर में ए ग्रेड स्ट्रक्चर और बिल्ट-टू-सूट सुविधाओं के साथ संगठित वेयरहाउसिंग के विकास में काफी बढ़ोतरी देखी जा रही है।