90 प्रतिशत से अधिक भारतीयों का मानना है कि हेल्थ और टर्म इंश्योरेंस उनकी वित्तीय सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। वे इस बात से सहमत हैं कि कोविड-19 ने सीखा दिया कि प्रोटेक्टेड रहना बेहद जरूरी है। यह नतीजे नेशनल इंश्योरेंस अवेयरनेस डेः 2021 को मनाने के लिए पॉलिसीबाजारडॉटकॉम की ओर से कराए गए सालाना सर्वेक्षण का एक हिस्सा हैं। पिछले 15 महीनों में भारतीयों में इश्योरेंस को लेकर आई जागरूकता और खरीद व्यवहार पर कोविड-19
के प्रभाव को समझने के लिए सर्वेक्षण किया गया था। पॉलिसीबाजार ने 6,000 से अधिक मौजूदा ग्राहकों का सर्वेक्षण किया, जिन्होंने प्लेटफॉर्म से टर्म, हेल्थ और मोटर इंश्योरेंस खरीदा। सर्वेक्षण 18 से 21 जून, 2021 के बीच किया गया था।
पॉलिसीबाजारडॉटकॉम के सीईओ सरबवीर सिंह ने कहा, “इस तरह के अभूतपूर्व समय में इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स के प्रति हमारे ग्राहकों के नजरिये को समझना और उनकी जरूरतों के लिए सही समाधान के साथ उनकी सेवा करना महत्वपूर्ण है। एक अच्छी तरह से बीमाकृत देश आर्थिक अनिश्चितताओं से निपटने के लिए हमेशा बेहतर ढंग से तैयार होता है। यह स्पष्ट है कि सिक्योरिटी प्रोडक्ट विशेष रूप से कोविड-19 के प्रभाव को देखते हुए वित्तीय नियोजन की नींव बन रहे हैं। महामारी ने निश्चित रूप से बीमा के बारे में जागरूकता और सही बीमा पॉलिसी खरीदने की खोज में तेजी लाई है।”
कोविड-19 इन्फेक्शन होने के डर से प्रेरित होकर 61% उत्तरदाताओं ने एक व्यापक हेल्थ प्लान में निवेश किया, जिसके बाद 10% उत्तरदाताओं ने कोविड-19 के लिए विशेष तौर पर बनी पॉलिसी में निवेश किया। सर्वेक्षण के निष्कर्षों के अनुसार उच्च चिकित्सा लागत (40%), कोविड-19 का डर और कर-बचत लाभ प्राथमिक कारण थे, जिसने लोगों को हेल्थ कवर खरीदने को प्रेरित किया। लगभग एक-चौथाई उत्तरदाताओं को घर/आवास पर रहकर इलाज के लिए कोविड के क्लेम प्राप्त हुए, जबकि अस्पताल में इलाज कराने वालों के लिए स्वीकृत दावों की संख्या 77% थी।
जब बात लाइफ इंश्योरेंस की आती है, तो नतीजों से पता चलता है कि पिछले 2 वर्षों में 3/4 से अधिक उत्तरदाताओं ने कोविड के डर के कारण टर्म इंश्योरेंस प्लान खरीदा है। टर्म प्लान खरीदने वाले 10 में से 9 उत्तरदाताओं ने इसे अपने परिवार के वित्तीय भविष्य की रक्षा करने का साधन माना, न कि केवल टैक्स सेविंग साधन (2%) के रूप में। सर्वेक्षण के निष्कर्ष बताते हैं कि 72% उत्तरदाताओं ने अपना पहला टर्म प्लान पॉलिसीबाजार से ऑनलाइन खरीदा था। सम एश्योर्ड का चयन करते समय 60% भारतीयों ने 50 लाख – रु. 1 करोड़ रुपये के बीच का टर्म प्लान कवर खरीदा, वहीं, 25% ने 1 करोड़ रुपए से ऊपर के कवर को चुना।
आदर्श रूप से, आपके टर्म प्लान का सम एश्योर्ड आपकी वार्षिक आय का 15-20 गुना होना चाहिए और पॉलिसी की अवधि आपकी रिटायरमेंट आयु तक होनी चाहिए। दिलचस्प बात यह है कि 10 में से 6 भारतीय 61-81 वर्ष की आयु तक के कवर के साथ टर्म प्लान खरीदते हैं – जो भारत में सबसे आम रिटायरमेंट आयु है।
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